मोबाइल विकास ही नहीं, सिमटते रिश्तों का कारण भी
जागरण संवाददाता, देहरादून: भरत मुनि स्मृति दिवस के उपलक्ष्य में आयोजित कार्यक्रम में नाट्य प्रस्तुति
जागरण संवाददाता, देहरादून:
भरत मुनि स्मृति दिवस के उपलक्ष्य में आयोजित कार्यक्रम में नाट्य प्रस्तुति के जरिये इंटरनेट से जीवनशैली में आ रहे बदलाव पर प्रकाश डाला गया। 'किस्सा मोहनलाल का' नाट्य मंचन में कलाकारों ने आधुनिक विकास को मानव संबंधों के खराब होने का कारण बताया।
रविवार को संस्कार भारती देहरादून की ओर से आयोजित कार्यक्रम की शुरुआत साधयति संस्कार भारती वंदना से की गई। इसके बाद हिल फाउंडेशन स्कूल के बच्चों ने 'किस्सा मोहनलाल का' नाटक की प्रस्तुति दी। नाटक से बताया गया कि तकनीकी विकास से इंसान की जिंदगी में बड़े बदलाव आ रहे हैं। आज मोबाइल, इंटरनेट के जरिये युवा पीढ़ी सीमित लोगों में ही सिमट गई है। इससे युवाओं में परिवार, रिश्तेदारों के प्रति लगाव भी कम हो रहा है। नाटक में रोचक ढंग से मोबाइल के दुष्परिणामों को समझाया गया। संस्कार भारती की प्रांतीय उपाध्यक्ष सविता कपूर ने दिवंगत भरत मुनि को याद करते हुए कहा कि उन्होंने नृत्य के क्षेत्र में अहम योगदान दिया है। कहा कि नृत्य एक प्रतिभा तो है ही, साथ ही अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता का भी बेहतर माध्यम है। इस अवसर पर संगठन प्रांतीय मंत्री रोशन लाल, जिला संयोजक राजेश थापा, जगदीश, भारती पांडे, अरुणा चावला, अनिल वर्मा समेत कई अन्य उपस्थित रहे।