चार माह की बच्ची को चिकित्सकों ने दिया नया जीवन
अस्पताल के चिकित्सकों ने चार माह की एक बच्ची के हृदय का जटिल ऑपरेशन किया है। बच्ची अब स्वस्थ है और गुरुवार को उसे डिस्चार्ज कर दिया जाएगा।
देहरादून, जेएनएन। कैलाश अस्पताल के चिकित्सकों ने चार माह की एक बच्ची के हृदय का जटिल ऑपरेशन किया है। बच्ची अब स्वस्थ है और गुरुवार को उसे डिस्चार्ज कर दिया जाएगा।
देहरादून स्थित कैलाश अस्पताल में आयोजित प्रेस वार्ता में वरिष्ठ कॉर्डियो (हृदय) सर्जन डॉ. अखिलेश पांडे ने बताया कि कुछ दिन पहले एक बच्ची को उसका परिवार गंभीर हालत में अस्पताल लाया गया। इको कराने पर पता लगा कि बच्ची के फेफड़ों और शरीर में खून ले जानी वाली नलियां आपस में जुड़ी हैं। बच्ची को निमोनिया भी था। डॉ. अखिलेश पांडे ने बताया कि सही उपचार न मिलने पर ऐसे अधिकतर बच्चे एक साल की उम्र तक जीवित नहीं रह पाते। इस पर डॉक्टरों की टीम ने बच्ची का ऑपरेशन करने का निर्णय लिया। ऑपरेशन से दोनों नलियों के बीच पर्दा लगाया गया। डॉ. अखिलेश पांडे ने कहा कि बच्ची का वजन मात्र 3.7 किलोग्राम और आयु भी बहुत कम थी। ऐसे में बहुत ही जटिल प्रक्रिया से ऑपरेशन किया गया। डॉक्टर ने बताया है कि बच्ची स्वस्थ है और उसे डिस्चार्ज कर दिया गया है।
थ्री डी तकनीक से किया दिल के छेद का ऑपरेशन
इंटरवेंशनल कार्डियोलॉजिस्ट डॉ. राजप्रताप सिंह ने बताया कि 50 वर्षीय महिला जिन्हें सांस फूलना, थकान और धड़कन के लक्षण के साथ अस्पताल पहुंची थीं। इको कार्डियोग्रॉफी से दिल में 20 मिमी और पांच मिमी के छेद होने का पता लगा। डॉक्टरों का दावा है कि यह दुनिया में सबसे उन्नत अल्ट्रासाउंड इमेजिंग है, जो चित्रों की तरह वास्तविक दिखता है।
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थ्री डी इमेजिंग डिवाइस के जरिये यह छेद 26 मिमी डिवाइस द्वारा सफलतापूर्वक बंद किया गया। जिसमें किसी तरह का चीरा या सर्जरी की आवश्यकता नहीं पड़ी। 12 घंटे में चलने की अनुमति और एक दिन की निगरानी के बाद मरीज को छुट्टी दे दी गई। प्रेस वार्ता में अस्पताल के निदेशक पवन शर्मा, चिकित्सा अधीक्षक डॉ. अतीश सिन्हा, कार्डिएक एनेस्थेटिस्ट डॉ. एसपी गौतम आदि मौजूद रहे।
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