Move to Jagran APP

तुलसी और गिलोय से सुधरेगी दून की सेहत, हरेला पर्व पर होगा वृहद स्तर पर पौधरोपण

कोरोना महामारी से लड़ने के लिए जहां शरीर की इम्यूनिटी बढ़ाने पर जोर दिया जा रहा वहीं औषधीय पौधारोपण को भी तवज्जो दी जा रही है।

By Edited By: Published: Tue, 16 Jun 2020 08:16 PM (IST)Updated: Tue, 16 Jun 2020 10:13 PM (IST)
तुलसी और गिलोय से सुधरेगी दून की सेहत, हरेला पर्व पर होगा वृहद स्तर पर पौधरोपण
तुलसी और गिलोय से सुधरेगी दून की सेहत, हरेला पर्व पर होगा वृहद स्तर पर पौधरोपण

देहरादून, जेएनएन। कोरोना महामारी से लड़ने के लिए जहां शरीर की इम्यूनिटी बढ़ाने पर जोर दिया जा रहा वहीं, औषधीय पौधारोपण को भी तवज्जो दी जा रही है। ऐसे में प्रशासन की ओर से इस बार हरेला पर्व को और भी व्यापक बनाने की तैयारी की गई है। जिलाधिकारी ने विभिन्न विभागों के अधिकारियों को इस दिन वृहद स्तर पर पौधारोपण अभियान चलाने के निर्देश दिए हैं।

prime article banner

मंगलवार को जिलाधिकारी डॉ. आशीष कुमार श्रीवास्तव ने एनआइसी सभागार से में विभिन्न विभागों के अधिकारियों की बैठक ली। जिलाधिकारी ने कहा कि आगामी 16 जुलाई को हरेला दिवस के अवसर पर सरकारी और गैर सरकारी संस्थाओं की भागीदारी से व्यापक पौधारोपण अभियान चलाया जाएगा। जिलाधिकारी ने अधिकारियों को निर्देश दिए कि 15 जुलाई तक चिह्नित किए गए सभी स्थानों पर पर्याप्त पौधे पहुंचाए जाएं। 

उन्होंने अर्बन प्लांटेशन के तहत शहरी क्षेत्रों में राजस्व भूमि, सड़कों के किनारे, पार्क के किनारे, डिवाइडर आदि पर वन विभाग, एमडीडीए, नगर निगम, राजस्व विभाग, जल संस्थान, सिंचाई विभाग मिलकर कार्य करने को कहा। निर्देश दिए कि बेहतर सर्वाइव होने वाले व नीम, तुलसी, गिलोय, जैसे औषधीय पौधों के साथ ही सौंदर्यीकरण को पुष्प पौधे लगाए जाएंगे। हरेला पर्व पर इस व्यापक पौधारोपण अभियान में विद्यालयी शिक्षक, राष्ट्रीय सेवा योजना वॉलंटियर्स, स्काउट गाइड समेत सभी विद्यार्थियों और संगठनों के साथ ही सभी आमजनों की सक्रिय भागीदारी ली जाएगी।

मिशन रिस्पना भी प्राथमिकता में

राज्य सरकार के निर्देश के क्रम में इस वर्ष भी मिशन रिस्पना (पुनर्जीवन) को जारी रखते हुए शहरी क्षेत्रों में खाली सरकारी भूमि पर अर्बन प्लांटेशन और ग्रामीण क्षेत्रों में सामुदायिक भूमि पर रूरल प्लांटेशन किया जाएगा। यह अभियान भी हरेला के तहत की संचालित होगा। जिलाधिकारी ने रिस्पना नदी के पुनर्जीवन अभियान के तहत वन विभाग के मसूरी व देहरादून प्रभाग को निर्देश दिए कि रिस्पना के अपर स्ट्रीम से लेकर डाउन स्ट्रीम तक जहां भी खाली भूमि है, वहां पौधे लगाएं। साथ ही सिंचाई विभाग को रिस्पना के अपर स्ट्रीम में सफाई और वाटर टैपिंग करने के निर्देश दिए।

ग्राम पंचायतों को मिलेगा ईनाम

जिलाधिकारी बताया कि जल्द ग्रामीण क्षेत्रों में ग्राम पंचायत की बैठक करवाई जाएगी। जिसमें उनकी डिमांड के अनुरूप पौधों की किस्म और बांज, देवदार, बुरांस, मरू, शहतूत, खडि़क, भीमल आदि के पौधे निश्शुल्क उपलब्ध कराए जाएंगे। साथ ही जो ग्राम पंचायत सर्वाधिक पौधारोपण करेगी व जिस ग्राम पंचायत के पौधे सर्वाधिक सर्वाइव (जीवित) पाए जाएंगे उन्हें विशेष सार्वजनिक समारोह में पुरस्कृत किया जाएगा।

यह भी पढ़ें: उत्तराखंड में जल के कल पर सवाल, 20 साल बाद भी लागू नहीं की नीति, पढ़िए खबर

बैठक में ये अधिकारी हुए शामिल

जिलाधिकारी की बैठक में मुख्य विकास अधिकारी नीतिका खंडेलवाल, डीएफओ देहरादून राजीव धीमान व मसूरी कहकशां, अपर जिलाधिकारी वित्त एवं राजस्व वीर सिंह बुदियाल, जिला विकास अधिकारी प्रदीप पांडेय सहित विभिन्न क्षेत्रों के उप जिलाधिकारी, नगर निगम ऋषिकेश व देहरादून के साथ ही नगर पालिका डोईवाला, हरबर्टपुर, सिंचाई विभाग, लोनिवि, जल संस्थान व शिक्षा विभाग के अधिकारी शामिल हुए।

यह भी पढ़ें: भारत में पहली बार इस तकनीक से किया गया बुग्यालों का संरक्षण, जानिए कहां से हुई शुरुआत


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.