डीआइजी बोले, अभ्रदता करने वाले की वीडियो बनाएं, दुर्व्याहार न करें
दून की नेहरू कॉलोनी व ऋषिकेश में दारोगा व पुलिसकर्मियों की ओर से की गई अभद्रता की घटना के बाद डीआइजी सख्ती के मूड में आ गए हैं। उन्होंने शुक्रवार को सभी सीओ और थानाध्यक्षों से साफ कहा कि आम लोग से दुर्व्याहार न हो।
देहरादून, जेएनएन। दून की नेहरू कॉलोनी व ऋषिकेश में दारोगा व पुलिसकर्मियों की ओर से की गई अभद्रता की घटना के बाद डीआइजी सख्ती के मूड में आ गए हैं। उन्होंने शुक्रवार को सभी सीओ और थानाध्यक्षों से साफ कहा कि आम लोग से दुर्व्याहार न हो। यह सुनिश्चित किया जाए कि यदि कोई व्यक्ति पुलिसकर्मियों के साथ दुर्व्याहार करता है तो उसकी वीडियो बनाएं ना कि उनसे मारपीट करें।
डीआइजी ने सभी थानाध्यक्षों से कहा कि यदि उनके थाने में कोई ऐसा पुलिसकर्मी है, जिसका जनता के प्रति व्यवहार सही नहीं है, या फिर वह पहले भी विवादों में रहा हो, इसकी रिपोर्ट भेजें। तत्काल उस पुलिसकर्मी को थाने से हटाया जाए। जनता के साथ किसी भी दशा में दुर्व्याहार बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। उन्होंने कहा कि भविष्य में यदि इस तरह की घटना की पुनरावृत्ति होती है तो संबंधित पुलिसकर्मी के अलावा थानाध्यक्ष के खिलाफ भी मुकदमा दर्ज किया जाएगा।
आइजी ने घटना को बताया दुर्भाग्यपूर्ण
दोनों घटनाओं को पुलिस महानिरीक्षक गढ़वाल रेंज अभिनव कुमार ने भी दुर्भाग्यपूर्ण बताया है। उन्होंने कहा कि ऐसी घटनाओं से पुलिस की छवि खराब होती है। आइजी ने डीआइजी की ओर से की गई कार्रवाई को उचित बताया।
सीओ आज दर्ज करेंगी पीडि़त के बयान
पुलिस क्षेत्राधिकारी नेहरू कॉलोनी ने बताया कि शनिवार को पीड़ित पक्ष को बुलाकर बयान दर्ज किए जाएंगे। इसके बाद दारोगा को बुलाकर पूछताछ की जाएगी। सोमवार तक रिपोर्ट अधिकारियों को भेज दी जाएगी।
जांच अधूरी होने की बात कह मुख्यालय ने लौटाई फाइल
बीते लोकसभा चुनाव के दौरान पुलिस महानिरीक्षक (आइजी) गढ़वाल की सरकारी कार से प्रॉपर्टी डीलर को लूटने के मामले में जांच अधूरी होने की बात कहकर पुलिस मुख्यालय ने फाइल डीआइजी को लौटा दी है। घटना चार अप्रैल 2019 की है। उस समय लोकसभा चुनाव के चलते राज्य में आदर्श आचार संहिता लागू थी। इस दौरान राजपुर रोड पर चेकिंग के बहाने कैनाल रोड क्षेत्र के रहने वाले प्रापर्टी डीलर अनुरोध पंवार से पुलिसकर्मियों ने रुपयों से भरा बैग लूट लिया था। अगले दिन अनुरोध ने इसकी शिकायत पुलिस से की। इस मामले में पुलिस ने दारोगा दिनेश सिंह व दो सिपाहियों के खिलाफ नौ अप्रैल 2019 को मुकदमा दर्ज किया था।
मामले की जांच कर रहे पुलिस अधीक्षक देहात परमेंद्र सिंह डोबाल ने जांच पूरी करने के बाद रिपोर्ट नौ अगस्त को डीआइजी अरुण मोहन जोशी सौंपी थी। इसके बाद डीआइजी की ओर से इस फाइल को पुलिस मुख्यालय भेजा गया। डीआइजी अरुण मोहन जोशी ने बताया कि मुख्यालय से फाइल वापस आई है। मामले की फिर से जांच करने के निर्देश दिए गए हैं।
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