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DGP अशोक कुमार बोले, रिश्वत लेने वालों को नहीं वर्दी पहनने का अधिकार; शिकायत पर होगी कड़ी कार्रवाई

पुलिस लाइन में पुलिस सम्मेलन का आयोजन किया गया। इस दौरान डीजीपी अशोक कुमार ने सबसे पहले गार्ड से सलामी ली। इसके बाद उन्होंने पुलिस अधिकारियों और कर्मचारियों से संवाद शुरू किया। उन्होंने कहा कि अगर कोई पुलिसकर्मी रिश्वत लेता है तो उसको वर्दी पहने का अधिकार नहीं है।

By Raksha PanthariEdited By: Published: Wed, 02 Dec 2020 02:18 PM (IST)Updated: Wed, 02 Dec 2020 02:18 PM (IST)
DGP अशोक कुमार बोले, रिश्वत लेने वालों को नहीं वर्दी पहनने का अधिकार; शिकायत पर होगी कड़ी कार्रवाई
DGP अशोक कुमार बोले, रिश्वत लेने वालों को नहीं वर्दी पहनने का अधिकार।

जागरण संवाददाता, देहरादून: पीड़ि‍त को न्याय दिलाना पुलिस का कत्र्तव्य है। अगर प्रदेश के किसी थाने या पुलिस चौकी में पीड़ि‍त की शिकायत नहीं सुनी गई तो ऐसे थानाध्यक्ष और चौकी इंचार्ज को पद पर नहीं रहने दिया जाएगा। यह बात नवनियुक्त पुलिस महानिदेशक अशोक कुमार ने बुधवार को पुलिस लाइन में पुलिस अधिकारियों और कर्मचारियों के लिए आयोजित सैनिक सम्मेलन के बाद पत्रकारों से बातचीत करते हुए कही। 

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पुलिस महानिदेशक ने कहा कि अगर किसी पुलिसकर्मी की अपराधियों से सांठगांठ है तो उसे वर्दी पहनने का कोई अधिकार नहीं। प्रदेश में ऐसे मामले सामने आने पर संबंधित पुलिसकर्मी के खिलाफ तुरंत कार्रवाई की जाएगी। उन्होंने कहा कि पुलिस की ड्यूटी काफी कठिन होती है। इस कारण वह तनाव में रहते हैं। कोशिश की जाएगी कि कैसे उनका तनाव कम हो। पुलिसकर्मियों को शारीरिक और मानसिक तौर पर फिट रखने की योजना भी तैयार की जाएगी। पुलिसकर्मियों के स्वजनों की शिक्षा और स्वास्थ्य संबंधी समस्याओं को भी गंभीरता से लिया जाएगा।

प्रदेश में पांव पसार रही नशे की लत पर उन्होंने कहा कि नशे के खात्मे के लिए समाज को पुलिस का सहयोग करना होगा। नशे की सप्लाई रोकने के लिए पुलिस लगातार कार्रवाई कर रही है। नशे पर 100 फीसद रोक तभी लग सकती है, जब मांग ही न हो। इसके लिए स्कूल-कॉलेजों के साथ अभिभावकों की मदद जरूरत है। 

हर जिले में होगा सैनिक सम्मेलन

अधिकारी-कर्मचारी सैनिक सम्मेलन में पुलिस महानिदेशक अशोक कुमार ने पुलिसकर्मियों की समस्याएं सुनीं। इस दौरान किसी ने पारिवारिक समस्या व किसी ने तबादले की समस्या बताई। सम्मेलन में 230 पुलिस अधिकारियों व कर्मचारियों ने शिरकत की। इससे पहले पुलिस लाइन पहुंचने पर पुलिस गारद ने पुलिस महानिदेशक को सलामी दी। कार्यक्रम के दौरान पुलिस महानिदेशक ने कहा कि अधिकारी-कर्मचारी सम्मेलन पुलिस की पुरानी परंपरा है। इस सम्मेलन का उद्देश्य यह है कि हर अधिकारी, कर्मचारियों की पहुंच में हो। अधिकारी जब कर्मचारियों की बात समझेंगे, तभी अच्छा परिणाम सामने आ सकेगा।

उन्होंने बताया कि अब प्रदेश के सभी 13 जिलों व पुलिस की छह बटालियनों में इस तरह के सम्मेलन आयोजित किए जाएंगे। पुलिस महानिदेशक ने यह भी बताया कि पुलिस अधिकारियों और कर्मचारियों के तबादले व अन्य समस्याओं के निस्तारण के लिए मुख्यालय में समिति बनाई गई है। पुलिस कार्मिक इस समिति को वाट्सएप के जरिये अपनी समस्या से अवगत करा सकते हैं। सम्मेलन में पुलिस महानिरीक्षक गढ़वाल परिक्षेत्र अभिनव कुमार, पुलिस महानिरीक्षक अभिसूचना एपी अंशुमान, उप महानिरीक्षक अरुण मोहन जोशी सहित सभी एसपी, सीओ, थाना प्रभारी व अन्य अधिकारी मौजूद रहे।

निजी स्कूलों में पुलिसकर्मियों के बच्चों को मिलेगा कोटा

पुलिसकर्मियों का तबादला होने पर उनके बच्चों के सामने अच्छे स्कूल में दाखिला लेने की समस्या आ जाती है। पुलिस महानिदेशक अशोक कुमार ने कहा कि अच्छे स्कूलों में पुलिसकर्मियों के बच्चों के लिए कोटा तय करने के लिए पैनल बनाया जाएगा।

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