Paryushan Parv 2020: जैन मंदिरों में रत्नत्रय की आराधना करने वाले श्रद्धालुओं ने सम्यक चरित्र की आराधना की
जैन समाज के पवित्र महापर्व दशलक्षण धर्म की परिसमाप्ति के अवसर पर देहरादून स्थित सभी जैन मंदिरों में रत्नत्रय की आराधना करने वाले श्रद्धालुओं ने सम्यक चरित्र की आराधना की।
देहरादून, जेएनएन। Paryushan Parv 2020 जैन समाज के पवित्र महापर्व दशलक्षण धर्म की परिसमाप्ति के अवसर पर देहरादून स्थित सभी जैन मंदिरों में रत्नत्रय की आराधना करने वाले श्रद्धालुओं ने सम्यक चरित्र की आराधना की। प्रिंस चौक स्थित महावीर जिनालय में शांतिधारा का अवसर मुदित जैन एवं गुलशन जैन को मिला। श्री जी को प्रथम कलश अभिषेक का सौभाग्य अचल जैन को मिला।
सम्यक चारित्र के पावन पर्व पर के लिए जैन मंदिरों में सुबह से ही तैयारियां शुरू हो गई थी। मंदिर नहीं पहुंच सके श्रद्धालुओं ने अपने घर पर ही सम्यक चारित्र की पूजा-अर्चना की। इस अवसर पर श्री दिगंबर जैन पंचायती मंदिर के महामंत्री हर्ष जैन ने कहा कि सम्यक दर्शन एवं सम्यक ज्ञान को अपनाकर आत्मा को पवित्र करने की कोशिश में हिंसा, चोरी, परिग्रह, क्रोध, माया, लोभ आदि बुरे भावों का त्याग किया जाता है। वहीं सत्य, अहिंसा, संतोष, संयम एवं ब्रह्मचर्य आदि सकारात्मक भाव को अपनाकर दैनिक जीवन में इन्हें उतारने करने को ही सम्यक चारित्र कहते हैं।
महेंद्र जैन ने कहा कि यह बहुत गर्व की बात है कि सभी जैन बंधुओं ने कोरोना वैश्विक महामारी के बीच विपरीत परिस्थिति में दशलक्षण धर्म को पूरा कर श्रीजी की आराधना की। इस अवसर पर जैन भवन मंत्री संदीप जैन, जैन मिलन के राष्ट्रीय महामंत्री नरेश चंद जैन,केंद्रीय महिला संयोजिका मधु जैन, आशीष जैन, मनोज जैन, संदीप जैन, राजीव जैन, अजीत, अमित, सुनैना, मोनिका जैन रश्मि जैन आदि मौजूद रहे।
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