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खुदा के सजदे में सर झुका कर देश दुनिया में चैन-ओ-अमन और कोरोना मुक्‍ति की खुदा से मांगी दुआ

उत्‍तराखंड में हर साल जिस ईदगाह पर सैकड़ों की भीड़ उमड़ती है वहां शनिवार को ईदगाह खाली रही। मोमिनों ने अपने घर और कुछ मस्जिदों में पांच लोगों के समूह में जरूर नमाज अदा की।

By Sumit KumarEdited By: Published: Sat, 01 Aug 2020 09:00 AM (IST)Updated: Sat, 01 Aug 2020 09:00 AM (IST)
खुदा के सजदे में सर झुका कर देश दुनिया में चैन-ओ-अमन और कोरोना मुक्‍ति की खुदा से मांगी दुआ
खुदा के सजदे में सर झुका कर देश दुनिया में चैन-ओ-अमन और कोरोना मुक्‍ति की खुदा से मांगी दुआ

देहरादून, जेएनएन। कुर्बानी का पर्व ईद-उल-अजहा (बकरीद) आज उत्‍तराखंड में उत्साह के साथ मनाया जा रहा है। इस मौके पर उलेमाओं ने मुस्लिम समुदाय से अपील की है कि त्योहार को लेकर जारी की गई प्रशासन की गाइडलाइन का करने की अपील की है। कोरोनाकाल के चलते प्रशासन ने मस्जिदों में एक साथ पांच लोगों को ही नमाज अदा करने की अनुमति दी है। मोमिनों ने प्रशासन द्वारा जारी गाइडलाइन का पूरा ध्यान रखा।

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शहर में हर साल जिस ईदगाह पर सैकड़ों की भीड़ उमड़ती है वहां शनिवार को ईदगाह खाली रही। मोमिनों ने अपने घर और कुछ मस्जिदों में पांच लोगों के समूह में जरूर नमाज अदा की।

बकरीद के मौके पर मोमिनों ने खुदा के सजदे में सर झुका कर देश दुनिया में चैन- ओ- अमन और कोरोना का संकट टलने की दुआ खुदा से मांगी। शहर काजी मौलाना मोहम्मद अहमद कासमी ने सभी को बकरीद की बधाई देते हुए नमाज और कुर्बानी में शारिरिक दूरी का पूरा पालन करने की अपील की। लोग भी घर पर ही नमाज अदा कर रहे हैं। ईदगाह में लोगों की भीड़ न हो और गाइडलाइन का पालन करने के लिए सुबह से ही ईदगाह के सभी रास्तों पर पुलिस तैनात है। डोईवाला के आसपास क्षेत्रों में अधिकतर मुस्लिम समुदाय के परिवारों ने कोरोना संक्रमण के चलते अपने घरों पर ही नमाज पढ़ी। इलाके में शांति व्यवस्था बनाए रखने के साथ आपसी सौहार्द पूर्ण वातावरण में इस पर्व को संपन्न कराने के लिए स्थानीय पुलिस प्रशासन भी अलर्ट है। 

हरिद्वार में सादगी के साथ मनाया जा रहा ईद-उल-अजहा का त्‍योहार

कोरोना काल के बीच हरिद्वार में ईद-उल-अजहा का त्‍योहार बेहद सादगी के साथ मनाया जा रहा है। ज्वालापुर की बड़ी ईदगाह में गाइडलाइन के मुताबिक चंद नमाजियों ने नमाज अदा की। ज़्यादातर नमाजियों ने घरों में नमाज अदा करते हुए कुर्बानी की सुन्नत अदा की। 

इस्लाम धर्म के पैगंबर इब्राहिम की सुन्नत के तौर पर ईद-उल-अजहा पर कुर्बानी की रस्म अदा की जाती है।

 इस बार कोरोना संक्रमण काल में बाकी त्‍योहारों की तरह ईद-उल-अजहा पर भी कई तरह के एहतियात बरते जा रहे हैं। शासन प्रशासन की गाइडलाइन के मुताबिक ईदगाह और मस्जिदों में सामूहिक रूप से ईद की नमाज अदा करने पर पाबंदी लगाई गई थी। साथ ही सामूहिक रूप से कुर्बानी न करने की हिदायत दी गई थी। जिसका पालन करते हुए ज्वालापुर बड़ी ईदगाह में ईदगाह कमेटी के सदर सेक्रेटरी समेत पांच नमाजियों ने नमाज अदा की। बाकी मस्जिदों में भी चंद नमाजियों ने नमाज अदा की। बहुतायत में नमाज घरों में अदा की गई। शहरी क्षेत्र के अलावा देहात में भी घरों में नमाज अदा की गई है। नमाज के बाद एक दूसरे को मुबारकबाद देते हुए घरों में कुर्बानी की रस्म अदा की गई। जमीयत उलेमा-ए-हिंद के नायब सदर मौलाना इकबाल कासमी ने बताया कि शासन प्रशासन की गाइडलाइन का पालन करते हुए घरों में नमाज अदा की गई है और घरों में बंद जगहों पर ही कुर्बानी की जा रही हैं।

रुड़की में घरों पर अदा की नमाज  

रुड़की व आसपास के क्षेत्रों में पर्व उत्साह के साथ मनाया जा रहा है। रुड़की स्थित ईदगाह में केवल पांच लोगों ने ही नमाज पढ़ी। इसके अलावा झबरेड़ा, भगवानपुर, लंढौरा कलियर आदि क्षेत्रों में भी बकरा ईद की नमाज पढ़ी गई। इस दौरान पुलिस की ओर से भी सुरक्षा के पुख्ता बंदोबस्त रहे।

ज्यादा लोग नमाज के लिए एकत्र न हों

शहर काजी मौलाना मोहम्‍मद अहमद कासमी ने अपील करते हुए कहा कि कोरोना से सुरक्षा के लिए शारीरिक दूरी के नियम का पालन करते हुए घर में ही नमाज अदा करें। साथ ही एक जगह पर पांच से ज्यादा लोग नमाज के लिए एकत्र न हों। कुर्बानी के दौरान भी शारीरिक दूरी का पालन करें और अवशेषों को जमीन में दबा दें। शहर मुफ्ती मोहम्मद सलीम अहमद कासमी ने भी वीडियो संदेश जारी कर एहतियात बरतने की अपील की है। वहीं, शुक्रवार को देर शाम तक मुस्लिम बहुल इलाकों में कुर्बानी के लिए बकरों की खरीदारी होती रही। नए कपड़े आदि भी खरीदे गए।

वीडियो कॉल से देंगे मुबारकबाद

इस बकरीद पर लोग कोरोना के चलते एक-दूसरे के घर जाकर मुबारकबाद देने से बचना चाहते हैं। गोविंदगढ़ निवासी आलिया ने बताया कि वह इस बार अपने रिश्तेदारों और दोस्तों को वीडियो कॉल के माध्यम से बकरीद की मुबारकबाद देंगी। इसके अलावा दोस्तों के साथ ग्रुप में वीडियो कॉल की तैयारी है। उलेमाओं ने भी बेवजह बाहर न घूमने और दूर से ही मुबारकबाद देने की अपील की है।

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राज्यपाल और मुख्यमंत्री ने दी ईद-उल-अजहा की बधाई

राज्यपाल बेबी रानी मौर्य और मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत ने सभी प्रदेशवासियों, विशेष रूप से मुस्लिम समुदाय को बकरीद की बधाई दी है। अपने बधाई संदेश में राज्यपाल ने कहा कि बकरीद त्याग, बलिदान व ईश्वर के प्रति समर्पण का त्योहार है। यह मानव कल्याण व जरूरतमंदों की सहायता की प्रेरणा देता है। अपने संदेश में मुख्यमंत्री ने समाज में भाईचारे एवं सौहार्द के प्रतीक इस त्योहार को आपसी सद्भाव और कोरोना के दृष्टिगत आवश्यक सावधानियां बरतते हुए मनाने की अपील की।

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