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Chhath Puja 2020: ऋषिकेश में जिला प्रशासन के नियमों की उड़ी धज्जियां, घाट पर अर्घ्य देने उमड़ी व्रतियों की भीड़

सूर्य षष्ठी को पूर्वांचल वासियों ने छठ पूजा के तहत गंगा व आसपास नदी तट पर अस्ताचलगामी सूर्य देव को अर्घ्य चढ़ाकर व्रत की शुरुआत की। जिला प्रशासन की ओर से गाइडलाइन जारी की गई थी कि कोई भी व्रती नदी तट के किनारे आकर सूर्य को अर्घ्य नहीं चढ़ाएगी।

By Sumit KumarEdited By: Published: Fri, 20 Nov 2020 06:27 PM (IST)Updated: Fri, 20 Nov 2020 06:27 PM (IST)
Chhath Puja 2020: ऋषिकेश में जिला प्रशासन के नियमों की उड़ी धज्जियां, घाट पर अर्घ्य देने उमड़ी व्रतियों की भीड़
सूर्य षष्ठी को पूर्वांचल वासियों ने गंगा तट पर सूर्य देव को अर्घ्य चढ़ाकर व्रत की शुरुआत की।

ऋषिकेश, जेएनएन। Chhath Puja 2020 सूर्य षष्ठी कि रोज शुक्रवार को पूर्वांचल वासियों ने छठ पूजा के तहत गंगा व आसपास नदी तट पर अस्ताचलगामी सूर्य देव को अर्घ्य चढ़ाकर व्रत की शुरुआत की।

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 हालांकि कोरोनावायरस संक्रमण को देखते हुए जिला प्रशासन की ओर से यह गाइडलाइन जारी की गई थी कि छठ पूजा के लिए कोई भी व्रती गंगा तट, नदी तट अथवा नहर तालाब के किनारे आकर सूर्य को अर्घ्य नहीं चढ़ाएगी। प्रशासन के स्पष्ट आदेश थे कि सभी लोग अपने घरों में यह पूजा करेंगे। पिछले दो दिन से पुलिस प्रशासन और छठ पूजा समिति के बीच गंगा तट पर पूजा को लेकर गतिरोध बना था। शुक्रवार की शाम चार बजे व्रती महिलाओं की भीड़ धीरे-धीरे त्रिवेणी घाट की ओर बढ़ने लगी। ऋषिकेश में इस बीच मुख्यमंत्री का कार्यक्रम लगा होने के कारण अधिकांश फोर्स वीआइपी ड्यूटी पर था। त्रिवेणी घाट और उसके आसपास क्षेत्र में व्रतियों को रोकने के लिए पर्याप्त पुलिस बल नहीं था। इस बीच काफी लोग त्रिवेणी घाट पहुंच गए थे। बाद में जब फोर्स उपलब्ध हुआ तो गंगा तट पर बैठ गए। व्रतियों को उठाना संभव नहीं हो पाया। पुलिस अधिकारियों के द्वारा जगह जगह इन श्रद्धालुओं को अपने स्तर पर समझाया जाता रहा। शाम 5:00 बजे तक बड़ी संख्या में भर्ती पूजन सामग्री लेकर घाट की ओर चल पड़े। पुलिस की ओर से घाट चौराहे में बैरीकटिंग को लगा दिया गया। उससे आगे त्रिवेणी घाट मोड पर भी बैरिकेडिंग लगाकर सभी का प्रवेश रोक दिया गया। यहां से बड़ी संख्या में व्रतियों को लौटना पड़ा और वह नाव घाट की और पूजा संपन्न करने के लिए चल पड़े। शाम 5 बजकर 19 मिनट पर सूर्यास्त के वक्त व्रती महिलाओं ने अपने स्वजनों के साथ अर्घ्य और पूजन कार्य संपन्न किया। समय पूर्ण हो जाने के बाद पुलिस की टीम घाट को खाली कराने में लगी है।

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उधर मुनिकीरेती क्षेत्र में शीशमझाड़ी से लगे गंगा तट पूर्णानंद घाट, स्वामीनारायण आश्रम घाट और छठ पूजा घाट पर बड़ी संख्या में श्रद्धालु पहुंचे और उन्होंने पूजन कार्य संपन्न कराया। यहां इन्हें रोकने के लिए ज्यादा रोक-टोक नहीं की गई। स्वर्गाश्रम क्षेत्र के गीता भवन घाट, लक्ष्मण झूला घाट पर भी बड़ी संख्या में श्रद्धालुओं ने सूर्य को अर्घ्य चढ़ाकर षष्ठी का व्रत शुरू किया। शनिवार की सुबह सूर्योदय के साथ व्रत का पारायण होगा।

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