38 वें राष्ट्रीय खेलों का आयोजन को संसाधन विकसित करना बड़ी चुनौती
उत्तराखंड में वर्ष 2021 में 38वें राष्ट्रीय खेलों का आयोजन प्रस्तावित है। कम समय पर और इन परिस्थितियों में संसाधन विकसित करना किसी चुनौती से कम नहीं है।
देहरादून, निशांत चौधरी। उत्तराखंड में वर्ष 2021 में 38वें राष्ट्रीय खेलों का आयोजन प्रस्तावित है। इसके लिए कई दौर की बैठक भी हो चुकी हैं। भारतीय ओलंपिक संघ की तकनीकी कमेटी ने भी उत्तराखंड का दौरा किया था। उसके बाद कमेटी ने खेलों के आयोजन के लिए संसाधन विकसित करने का सुझाव दिया था।
फरवरी में प्रदेश सरकार ने इसके लिए 128 करोड़ के बजट को स्वीकृत किया था। मार्च में कोरोना महामारी के चलते देशभर में लॉकडाउन लागू हो गया। इसके बाद यह प्रक्रिया स्थगित हो गई। अब कम समय पर और इन परिस्थितियों में संसाधन विकसित करना किसी चुनौती से कम नहीं है।
हालांकि अनलॉक प्रक्रिया शुरू होते ही खेल विभाग ने बजट की फाइल दोबारा से चला दी है। देखना यह है कि कब तक बजट को स्वीकृति मिलती है जिसके बाद ही कार्य आरंभ होगा। कम समय में गुणवत्ता परक कार्य करना विभाग के लिए बड़ी चुनौती है।
हाई परफॉरमेंस प्रोग्राम भी स्थगित
क्रिकेट एसोसिएशन ऑफ उत्तराखंड प्रदेश के प्रतिभावान खिलाड़ियों के लिए हाई परफॉरमेंस प्रोग्राम को लॉन्च करने जा रहा था। अप्रैल में पूर्व भारतीय क्रिकेटर राहुल द्रविड़ को इस कार्यक्रम को लॉन्च करने दून आना था। एसोसिएशन के सदस्यों की माने तो हाई परफॉरमेंस प्रोग्राम अगले सत्र तक के लिए स्थगित किया जा चुका है।
एसोसिएशन का तर्क है कि कोरोना के कारण वैसे ही सत्र की तैयारी में तीन महीने का विलंब हो चुका है। अब अगस्त के बाद क्रिकेट गतिविधियां शुरू हो सकती हैं। ऐसे में खिलाडिय़ों की तैयारी के लिए प्रशिक्षण शिविर आदि आयोजित किए जाएंगे।
इसलिए सभी टीमों के लिए कोच भी नियुक्त हो चुके हैं। इन सब के बीच इस समय हाई परफॉरमेंस प्रोग्राम के लिए समय निकलना संभव नहीं हो पाएगा। ऐसे में अब हाई परफॉरमेंस प्रोग्राम को इस सत्र के बाद ही लॉन्च किए जाने की संभावना है। हालांकि अभी कुछ तय नहीं हुआ है।
उत्तराखंड के निर्णय की सराहना
क्रिकेट एसोसिएशन ऑफ उत्तराखंड के द्वारा पूर्व भारतीय क्रिकेटर वसीम जाफर को मुख्य कोच बनाए जाने पर भारतीय क्रिकेट टीम के पूर्व कप्तान दिलीप वेंगसरकर ने उत्तराखंड के इस कदम की सराहना की है। साथ ही उन्होंने मुंबई क्रिकेट संघ की खिंचाई करते हुए कहा कि मुंबई क्रिकेट संघ वसीम जाफर को कोच नियुक्त करने के बारे में निर्णय नहीं ले पाया। इसका फायदा उठाते हुए क्रिकेट एसोसिएशन ऑफ उत्तराखंड ने वसीम को अपने खेमे में लपक लिया।
इतने अनुभवी और वरिष्ठ क्रिकेटर वेंगसरकर जब वसीम को लेकर इतने संजीदा है तो इससे वसीम जाफर के कद का पता चलता है। क्योंकि वसीम जाफर को बीसीसीआई के घरेलू सत्र का सचिन तेंदुलकर कहा जाता है। प्रदेश के क्रिकेट प्रशंसकों व खिलाड़ियों का कहना है कि वसीम जाफर के कोच बनने पर उत्तराखंड टीम को तकनीकी रूप से मजबूती मिलेगी। साथ ही उत्तराखंड सकारात्मक दृष्टिकोण के साथ मैदान में उतरना भी सीखेंगी।
प्रवेश प्रक्रिया को चिंतित अभिभावक
सूबे के महाराणा प्रताप स्पोर्ट्स कॉलेज की प्रवेश प्रक्रिया को लेकर अभिभावक चिंतित नजर आ रहे हैं। प्रवेश प्रक्रिया कब शुरू होंगी इसके लिए अभिभावक स्पोर्ट्स कॉलेज प्रबंधन से लगातार पूछताछ कर रहे हैं। दरअसल स्पोट्र्स कॉलेज प्रबंधन ने पांच अप्रैल से प्रवेश प्रक्रिया के लिए कैलेंडर जारी कर दिया था।
कोरोना महामारी के चलते देश भर में लागू हुए लॉकडाउन की वजह से प्रवेश प्रक्रिया स्थगित करनी पड़ी। लेकिन उसके बाद से कोरोना वायरस संक्रमण के मामले लगातार बढ़ रहे हैं, जिसके मद्देनजर अभी तक सरकार और कॉलेज प्रबंधन ने प्रवेश प्रक्रिया को लेकर कोई निर्णय नहीं लिया है।
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कॉलेज प्रबंधन के अनुसार कॉलेज इस मामले में सरकार के निर्णय की प्रतीक्षा कर रहा है। जो भी राज्य सरकार निर्णय देगी उसी के अनुसार आगे की कार्रवाई की जाएगी। छात्र हित के लिए अगर सत्र की समय अवधि भी कम करनी पड़ी तो यह भी किया जा सकता है।
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