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नंदन सिंह रावत के नाम पर रखें सड़क या स्कूल का नाम

आदोलनकारियों ने राज्य सरकार से नंदन सिंह के अल्मोड़ा स्थित पत्थर कोट गाव में सड़क या विद्यालय का नाम उनके नाम पर रखने की मांग की है।

By Edited By: Published: Thu, 09 Jul 2020 10:06 PM (IST)Updated: Fri, 10 Jul 2020 09:06 AM (IST)
नंदन सिंह रावत के नाम पर रखें सड़क या स्कूल का नाम
नंदन सिंह रावत के नाम पर रखें सड़क या स्कूल का नाम

देहरादून, जेएनएन। चिह्नित राज्य आदोलनकारी समिति ने ऑनलाइन बैठक कर राज्य आदोलनकारी नंदन सिंह रावत को श्रद्धाजलि दी। इस दौरान आदोलनकारियों ने राज्य सरकार से नंदन सिंह के अल्मोड़ा स्थित पत्थर कोट गाव में सड़क या विद्यालय का नाम उनके नाम पर रखने की मांग की है। नंदन सिंह रावत की हाल ही में दिल्ली स्थित एक अस्पताल में मौत हो गई थी। 

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गुरुवार को आयोजित बैठक में देहरादून, दिल्ली, गाजियाबाद, साहिबाबाद, मुम्बई से समिति से जुड़े सदस्यों ने भाग लिया। सभी ने नंदन सिंह रावत के आदोलन में सक्रिय भूमिका के दिनों को याद कर उन्हें याद किया। वक्ताओं ने कहा कि नंदन सिंह रावत उन वंचित राज्य आदोलनकारियों में थे जो पिछले कई वर्षो से राज्य आदोलनकारियों के चिह्निीकरण की लड़ाई लड़ रहे थे, लेकिन उनका खुद का ही चिह्निीकरण नहीं हो पाया। उन्होंने इसके लिए सरकार के खिलाफ नाराजगी भी जाहिर की। 

कहा कि आदोलनकारियों को आगामी चुनाव में नई राजनीतिक पार्टी बनाकर जनहित में कार्य करना चाहिए। समिति के केंद्रीय मुख्य संरक्षक धीरेंद्र प्रताप ने सरकार से आदोलनकारियों के चिह्निीकरण की प्रक्रिया पूरी करने की मांग की। इस दौरान उन्होंने दिल्ली में उत्तराखंड की स्थानीय आयुक्त इला गिरी पर कोरोनाकाल में प्रवासियों के साथ गलत व्यवहार का आरोप लगाते हुए आयुक्त पद से हटाने का प्रस्ताव भी पारित किया। बैठक में प्रेमा धोनी, हरि कृणा भट्ट, सावित्री नेगी, मनमोहन शाह, राकेश नेगी, प्रदीप, जयप्रकाश उत्तराखंडी, विनोद रतूड़ी, सरिता नेगी, नवीन मुरारी, मीना भंडारी, मीना कंडवाल, जानकी गोस्वामी, दिल्ली की पूर्व महापौर नीमा भगत, मनोज डंगवाल, रमेश चंद्र, उमेश भगत, एसपी सिंह, प्रेम बहुखंडी, देवी प्रसाद व्यास, दीपक रौतेला आदि रहे।

आज अस्पतालों के बाहर दिये जलाएंगे आंदोलनकारी 

उत्तराखंड में स्वास्थ्य केंद्रों में व्याप्त अव्यवस्था पर भी बैठक में राज्य आदोलनकारियों ने नाराजगी जताई। इस दौरान हाल ही में रिखणीखाल के प्राथमिक चिकित्सा केंद्र में युवती की मौत और उधम सिंह नगर के किच्छा में जच्चा-बच्चा की मौत पर शुक्रवार को राज्यभर के प्राथमिक चिकित्सा केंद्र और बड़े अस्पतालों के समक्ष दिये जलाकर दो मिनट का मौन रखने का निर्णय लिया गया।

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