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कोरोना काल में चार गुना बढ़ी टर्म इंश्योरेंस की मांग, इस योजना में खासी दिलचस्पी दिखा रहे लोग

कोरोना महामारी के साये में लोग अपने स्वास्थ्य और जीवन सुरक्षा के प्रति गंभीर हो गए हैं। पिछले एक साल में उपजे हालात का ही नतीजा है कि उत्तराखंड में बीमा योजना की बिक्री में खासा इजाफा हुआ है। स्वास्थ्य बीमा की मांग करीब डेढ़ गुना बढ़ी है।

By Raksha PanthriEdited By: Published: Mon, 31 May 2021 03:26 PM (IST)Updated: Mon, 31 May 2021 03:26 PM (IST)
कोरोना काल में चार गुना बढ़ी टर्म इंश्योरेंस की मांग, इस योजना में खासी दिलचस्पी दिखा रहे लोग
कोरोना काल में चार गुना बढ़ी टर्म इंश्योरेंस की मांग।

जागरण संवाददाता, देहरादून। कोरोना महामारी के साये में लोग अपने स्वास्थ्य और जीवन सुरक्षा के प्रति गंभीर हो गए हैं। पिछले एक साल में उपजे हालात का ही नतीजा है कि उत्तराखंड में बीमा योजना की बिक्री में खासा इजाफा हुआ है। स्वास्थ्य बीमा की मांग करीब डेढ़ गुना बढ़ी है तो टर्म इंश्योरेंस की बिक्री में चार गुना इजाफा हो गया है। उत्तराखंड में मौजूद तमाम प्रमुख बीमा कंपनियों के पास आवेदनों का सिलसिला एकाएक बढ़ गया है। खासकर कोरोना कवच योजना में लोग खासी दिलचस्पी दिखा रहे हैं। 

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यूनाइटेड इंडिया इंश्योरेंस के क्षेत्रीय प्रबंधक अनिल थापा ने बताया कि बीते एक साल में स्वास्थ्य बीमा की बिक्री 10 फीसद बढ़ी है। खासकर कोरोना कवच, आरोग्य संजीविनी आदि नाम से शुरू की गई पॉलिसी की मांग सबसे ज्यादा है। कोरोना की दूसरी लहर में हर माह औसतन 120 आवेदन प्राप्त हो रहे हैं, जो कि पूर्व से 10 फीसद अधिक है। 

न्यू इंडिया इंश्योरेंस के क्षेत्रीय प्रबंधक मानव थापा के अनुसार कोरोना काल में नई स्वास्थ्य बीमा पॉलिसी चलाई जा रही हैं, जिनकी अच्छी-खासी मांग है। इसमें चार से 11 माह तक शॉर्ट टर्म हेल्थ कवर की सुविधा दी जा रही है। बीते वर्ष की तुलना में इस वर्ष लोग परिवार समेत स्वास्थ्य बीमा ले रहे हैं।

कुछ पॉलिसी की बिक्री दोगुनी हो गई है। एलआइसी के टर्म इंश्योरेंस डिपार्टमेंट से मिली जानकारी के अनुसार बीते एक वर्ष में टर्म इंश्योरेंस की बिक्री में चार गुना बढ़ोत्तरी हुई है। पहले 100 में पांच लोग ही टर्म इंश्योरेंस लेते थे, लेकिन अब यह संख्या 20 के करीब रहती है। 

कोरोना कवच पॉलिसी में मिल रहे लाभ 

इस पॉलिसी को लेने पर पीपीई किट, ऑक्सीजन, वेंटिलेटर और कंसल्टेशन फीस से जुड़े आपके सभी हॉस्पिटलाइजेशन खर्च कवर होते हैं। जब इंश्योर्ड व्यक्ति कोविड-19 पॉजिटिव होने पर घर पर उपचार लेता है, तो होम केयर के खर्चों को भी कवर किया जाता है।

अस्पताल में भर्ती होने से पहले और बाद के खर्च, यानी अस्पताल में भर्ती होने से 15 दिन पहले और डिस्चार्ज होने के 30 दिन बाद तक के खर्च, रीइम्बर्स किए जाते हैं। होमकेयर ट्रीटमेंट के दौरान किए गए मेडिकल खर्चों को 14 दिनों तक कवर किया जा रहा है। 

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