अदरक के बीज की मांग 200 कुंतल, बांटा 40 किलो
संवाद सूत्र साहिया एक तरफ तो सरकार किसानों की आर्थिकी सुधारने की बात कर रही है दू
संवाद सूत्र, साहिया: एक तरफ सरकार किसानों की आर्थिकी सुधारने की बात कर रही है, दूसरी तरफ किसानों को मांग के अनुरूप बीच उपलब्ध नहीं कराया जा रहा है। हर साल किसानों की 200 कुंतल अदरक के बीज की मांग रहती है, लेकिन पिछले तीन साल से किसानों की मांग पूरी ही नहीं की जा रही है। शनिवार को साहिया में उद्यान विभाग ने 160 किसानों को छूट पर अदरक का बीज बांटा। लेकिन मांग के अनुरूप बीच उपलब्ध न होने पर किसानों में नाराजगी देखी गई। ऐसे में किसानों को मजबूरी में साढ़े 12 हजार रुपये प्रति कुंतल के हिसाब से बाजार से बीज खरीदना पड़ा।
जौनसार बावर अदरक उत्पादन में अग्रणी रहा है, यहां का अदरक गुणवत्तापरक होने की वजह से देश में ही नहीं विदेशों तक में पसंद किया जाता है। जिस कारण किसान अदरक की खेती बड़े स्तर पर करते हैं। किसानों को अदरक का बीज उद्यान विभाग मुहैया कराता है, लेकिन पिछले तीन साल से किसानों की अदरक के बीज की डिमांड पूरी ही नहीं की जा रही है। शनिवार को उद्यान विभाग ने 160 किसानों को 64 कुंतल अदरक का बीज वितरित किया। ज्यादा डिमांड के बावजूद कम बीज मिलने को लेकर किसानों में खासा रोष देखा गया। दरअसल उद्यान विभाग से किसानों को 48 सौ रुपये प्रति कुंतल के हिसाब से बीज मिलता है, जबकि बाजार से बीज खरीदने पर प्रति कुंतल साढे 12 हजार रुपये तक खर्च करने पड़ते हैं। किसान भगत राम शर्मा, जवाहर सिंह, सियाराम पंवार, चमन सिह तोमर आदि ने बताया कि बीज प्रति व्यक्ति 40 किलो के हिसाब से बांटा गया, जबकि डिमांड 200 से 250 कुंतल बीज की थी। किसानों का कहना है कि क्षेत्र में अधिकांश किसान अदरक की खेती करते हैं, अदरक की खेती किसान की आय का मुख्य व्यवसाय है। लेकिन पिछले तीन साल से उद्यान विभाग डिमांड ही पूरी नहीं कर पा रहा। उधर, उद्यान प्रभारी डॉ. राम कुमार के अनुसार प्रति किसान 200 कुन्तल बीज की डिमांड भेजी गई थी, लेकिन कम मात्रा में बीज आया है, जिस कारण किसानों की बीज की डिमांड पूरी नहीं की जा सकी।