डिलीवरी कर्मचारियों को कोरोना वॉरियर घोषित करने की मांग, फेडरेशन ने सीएम को लिखा पत्र
फेडरेशन ऑफ एलपीजी डिस्ट्रिब्यूटर्स ऑफ इंडिया उत्तराखंड ने डिलिवरी कर्मचारियों को कोरोना वारियर घोषित करने की मांग की है। उन्होंने कोरोना कॉल फ्रंटलाइन वॉरियर की तरह जुटे गैस एजेंसी के स्टाफ और डिलीवरी मैन को चिकित्सा सुविधा उपलब्ध कराने की मांग की है।
जागरण संवाददाता, देहरादून। फेडरेशन ऑफ एलपीजी डिस्ट्रिब्यूटर्स ऑफ इंडिया उत्तराखंड ने डिलिवरी कर्मचारियों को कोरोना वारियर घोषित करने की मांग की है। उन्होंने कोरोना कॉल फ्रंटलाइन वॉरियर की तरह जुटे गैस एजेंसी के स्टाफ और डिलीवरी मैन को चिकित्सा सुविधा उपलब्ध कराने की मांग की है।
फेडरेशन के अध्यक्ष चमन लाल ने इस संबंध में मुख्यमंत्री तीरथ सिंह रावत को पत्र लिखा है। उन्होंने कहा कि कोरोना के खौफ के कारण जहां लोग घरों से बाहर नहीं निकल रहे हैं। वहीं सभी गैस एजेंसी के डिलीवरी मैन घर-घर जाकर गैस आपूर्ति कर रहे हैं। अन्य स्टाफ भी मुस्तैदी से ड्यूटी कर रहा है।
डिलीवरी करते समय उन्हें पता भी नहीं रहता कि कौन संक्रमित है और कौन नहीं। होम डिलीवरी करने वाले कई कर्मचारी संक्रमित हो चुके हैं। इससे डिलीवरी मैन में खौफ पैदा हो गया है। कहा कि इसके बावजूद इन कर्मचारियों के वैक्सीनेशन के लिए कोई प्रयास नहीं हुए। फेडरेशन ने जिलापूर्ति अधिकारी को भी इस संबंध में पत्र व्यवहार किया था, लेकिन कोई समाधान नहीं निकला। ऐसी स्थिति में कर्मचारियों ने गैस आपूर्ति में असमर्थता जाहिर की जा रही है। ऐसा हुआ तो गैस का संकट उत्पन्न हो जाएगा।
उन्होंने मुख्यमंत्री से आग्रह किया कि गैस आपूर्ति सुचारु रखने के लिए डिलीवरी मैन और अन्य स्टाफ को अग्रिम पंक्ति में रखते हुए चिकित्सा सुविधा उपलब्ध कराई जाए। यदि ऐसा न हुआ तो फेडरेशन से संबंधित एजेंसी गैस आपूर्ति करने में असमर्थ हो जाएगी। जिसकी पूर्ण जिम्मेदारी प्रशासन की होगी।
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