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आरआइ डकैती कांड के दो आरोपित दिल्ली में हुए गिरफ्तार

परिवहन विभाग के संभागीय निरीक्षक (आरआइ) के घर हुई डकैती मामले में दिल्ली में क्राइम ब्रांच की टीम ने दो आरोपितों को गिरफ्तार किया है।

By Edited By: Published: Mon, 18 Nov 2019 03:01 AM (IST)Updated: Mon, 18 Nov 2019 11:57 AM (IST)
आरआइ डकैती कांड के दो आरोपित दिल्ली में हुए गिरफ्तार
आरआइ डकैती कांड के दो आरोपित दिल्ली में हुए गिरफ्तार

देहरादून, जेएनएन। परिवहन विभाग के संभागीय निरीक्षक (आरआइ) के घर वीरेंद्र ठाकुर गैंग के सात गुर्गों ने डकैती डाली थी। इसमें से पांच को पुलिस पहले की गिरफ्तार कर चुकी है, जबकि दो को शुक्रवार को दिल्ली में क्राइम ब्रांच की टीम ने गिरफ्तार कर लिया। जानकारी मिलने पर वसंत विहार पुलिस दिल्ली गई और वहां दोनों के बयान लिए। पुलिस अब दोनों को बी वारंट पर देहरादून लाने की तैयारी में जुट गई है।

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बता दें, 22 सितंबर की रात बंगाल क्रिकेट टीम के कप्तान अभिमन्यु ईश्वरन के पिता और अभिमन्यु क्रिकेट ऐकेडमी के मालिक आरपी ईश्वरन के घर पड़ी डकैती का पुलिस ने जब एक अक्टूबर को पर्दाफाश किया तो डकैतों ने कई सनसनीखेज रहस्यों को उजागर किया। डकैतों ने बयान दिया कि इससे पहले उन सभी ने 26 मई की रात वसंत विहार के विजय पार्क कॉलोनी में परिवहन विभाग के आरआइ के घर 1.38 करोड़ की डकैती डाली थी। लेकिन इस घटना की पुलिस को जानकारी ही नहीं दी गई थी। एसएसपी अरुण मोहन जोशी की ओर से मामले में जांच बैठाए जाने के बाद बीती छह अक्टूबर को आरआइ की पत्‍नी रमा सिंघल ने वसंत विहार पुलिस को तहरीर दी, लेकिन उनका कहना था कि उनके यहां से पांच लाख रुपये कैश और करीब बीस लाख रुपये की ज्वैलरी लूटी गई थी।

पूर्व में गिरफ्तार आरोपितों से पूछताछ में यह बात सामने आई थी कि इस वारदात में कुल सात सदस्य शामिल थे, जिनमें से पांच गिरफ्तार हो चुके हैं। जबकि मान सिंह उर्फ मन्नू निवासी सीलमपुर दिल्ली व इलियास निवासी सुंदरनगरी थाना नंदनगरी दिल्ली मई से ही फरार थे। दोनों की तलाश की जा रही थी कि शनिवार को दिल्ली क्राइम ब्रांच की सीआइयू-2 यूनिट ने वसंत विहार पुलिस को बताया कि मान सिंह व इलियास को शुक्रवार को असलहे के साथ गिरफ्तार कर लिया गया है। 

एसओ वसंत विहार नत्थीलाल उनियाल दिल्ली में मंडोली जेल पहुंचे। जहां मान सिंह व इलियास से काफी देर तक पूछताछ की। एसपी सिटी श्वेता चौबे ने बताया कि दोनों को जल्द ही बी वारंट पर देहरादून लाया जाएगा। इसकी प्रक्रिया शुरू कर दी गई है।

23 से 25 लाख मिला था हिस्सा

मान सिंह और इलियास ने पूछताछ में स्वीकार किया कि आरआइ के घर डकैती के बाद दोनों को 23 से 25 लाख रुपये हिस्सा मिला था। ऐसे में सवाल उठता है कि जब आरआइ के घर से पांच लाख कैश और बीस की ज्वैलरी लूटी गई तो इतना बड़ा हिस्सा कैसे मिला। फिलहाल मामले में विवेचना चल रही है।

डकैती में तरमीम किया मुकदमा

आरआइ की पत्‍नी की तहरीर पर पुलिस ने वीरेंद्र ठाकुर व उसके गुर्गों पर लूट की धाराओं में अभियोग पंजीकृत किया था, लेकिन मान सिंह व इलियास की गिरफ्तारी के बाद साफ हो गया कि आरआइ के घर सात लोगों ने धावा बोला था। इतनी संख्या में अपराध कारित करने को डकैती की श्रेणी में रखा जाता है। लिहाजा पुलिस ने मामले को अब डकैती में तरमीम कर दिया है।

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दिल्ली के नंदनगरी थाने के दोनों है बीसी

पेशे से ड्राइवर मान सिंह पर दिल्ली में लूट आदि के 29 मुकदमे दर्ज हैं, जबकि पेशे से इलेक्ट्रीशियन इलियास पर 14 मुकदमे पंजीकृत हैं। मान सिंह पर अधिकांश मामले लूट के हैं, जबकि इलियास पर दर्ज ज्यादातर मुकदमे चोरी के हैं। दोनों नंदनगरी पुलिस ने बैड करेक्टर यानी बीसी के रूप में चिन्हित कर रखा है। दिल्ली पुलिस के अनुसार मान सिंह मूलरूप से सहारनपुर का रहने वाला है। उसके खिलाफ दिल्ली, उत्तराखंड व उत्तर प्रदेश में लूटपाट, डकैती, हत्या, हत्या के प्रयास, आर्म्स एक्ट आदि के मामले दर्ज हैं। वारदात के बाद वह सीमापुरी में आकर रहने लगा था। वहीं, इलियास मूलरूप से बिजनौर का रहने वाला है। वारदात के बाद वह भी सीमापुरी में किराए पर घर लेकर छिप गया था।

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