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यूटिलिटी शिफ्टिंग के फेर में भंडारी बाग आरओबी में विलंब, परियोजना पर डालें एक नजर

ईपीआइएल ने भंडारी बाग रेलवे ओवर ब्रिज (आरओबी) के निर्माण को धरातल पर कवायद शुरू कर दी है। कार्य का आरंभ ब्रिज के पिलर खड़े करने के लिए पाइल टेस्टिंग कार्य से किया गया है। हालांकि दूसरी तरफ आरओबी के निर्माण के गति पकड़ने में विलंब होता दिख रहा है।

By Raksha PanthriEdited By: Published: Tue, 24 Aug 2021 02:02 PM (IST)Updated: Tue, 24 Aug 2021 02:02 PM (IST)
यूटिलिटी शिफ्टिंग के फेर में भंडारी बाग आरओबी में विलंब, परियोजना पर डालें एक नजर
यूटिलिटी शिफ्टिंग के फेर में भंडारी बाग आरओबी में विलंब।

जागरण संवाददाता, देहरादून। एक तरह से देखें तो इंजीनियरिंग प्रोजेक्ट्स इंडिया लिमिटेड (ईपीआइएल) ने भंडारी बाग रेलवे ओवर ब्रिज (आरओबी) के निर्माण को धरातल पर कवायद शुरू कर दी है। कार्य का आरंभ ब्रिज के पिलर खड़े करने के लिए पाइल टेस्टिंग कार्य से किया गया है। हालांकि, दूसरी तरफ आरओबी के निर्माण के गति पकड़ने में विलंब होता दिख रहा है। इसकी वजह यह है कि विभिन्न विभागों ने अब तक यूटिलिटी शिफ्टिंग (विभिन्न संयोजन आदि को हटाना) का काम शुरू नहीं किया है।

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भंडारी बाग आरओबी का शिलान्यास इसी 28 जुलाई को धर्मपुर क्षेत्र के विधायक विनोद चमोली ने किया था। तब उन्होंने नोडल एजेंसी लोनिवि निर्माण खंड और निर्माण कंपनी ईपीआइएल के अधिकारियों को निर्देश दिए थे कि आरओबी का काम अविलंब शुरू कर दिया जाए। इस दिशा में कदम बढ़ाते हुए ईपीआइएल ने भंडारी बाग की तरफ एसजीआरआर पीजी कालेज के पास और रेसकोर्स की तरफ मद्रासी कालोनी के पास पाइल टेस्टिंग का काम शुरू कर दिया है। वहीं, अन्य एजेंसियों की बात करें तो सिंचाई विभाग ने अब तक नहर को भूमिगत नहीं किया है।

इसी तरह जल संस्थान ने पेयजल लाइनों और ऊर्जा निगम ने बिजली को खंभों और ट्रांसफार्मर को शिफ्ट नहीं किया है। यहां तक कि अभी शिफ्टिंग शुरू भी नहीं की गई। सिंचाई विभाग ने नहर भूमिगत करने को साइट पर पाइप जरूर डालकर छोड़ रखे हैं। बताया जा रहा है कि यूटिलिटी शिफ्टिंग में डेढ़ से दो माह लग सकते हैं। लिहाजा, कार्य भी इसी के अनुपात में आगे बढ़ जाएगा।

ईपीआइएल के वरिष्ठ परियोजना प्रबंधक अजीत कुमार के मुताबिक यूटिलिटी शिफ्टिंग के बाद कार्य की गति को बढ़ाया जा सकता है। इसको लेकर विभिन्न एजेंसियों के साथ संवाद किया जा रहा है। अगर अन्य एजेंसी भी अपने हिस्से का कार्य पूरा कर दें तो निर्माण कार्य जल्द शुरू कर दिया जाएगा।

आरओबी परियोजना पर एक नजर

लंबाई, करीब 550 मीटर

लागत, 47.15 करोड़ रुपये (यूटिलिटी शिफ्टिंग सहित)

मूल लागत, 38.62 करोड़ रुपये

यूटिलिटी शिफ्टिंग, 4.53 करोड़ रुपये

कार्य पूरा करने का लक्ष्य, मार्च 2023

आरओबी से यह मिलेगा लाभ

आरओबी भंडारी बाग से होकर रेसकोर्स चौक के पास तक जाएगा। इस तरह जो वाहन सहारनपुर रोड से प्रिंस चौक व हरिद्वार रोड के बीच आवागमन करेंगे, उनके लिए यह वैकल्पिक माध्यम हो जाएगा। इस तरह वाहन चालकों को आढ़त बाजार के जाम से निजात मिलेगी और सहारनपुर रोड पर वाहनों का दबाव भी कुछ कम हो पाएगा। इसी तरह कारगी चौक व देहराखास क्षेत्र की तरफ से प्रिंस चौक व उससे सटे क्षेत्रों को जाने वाले वाहनों को भी आसान व वैकल्पिक माध्यम मिल जाएगा।

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