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राजधानी में व्यवस्थाएं बदहाल, गांधी रोड पर डेढ़ माह से इंचभर आगे नहीं बढ़ी सीवर लाइन

दून में सीवर और पेयजल लाइन का मजबूत नेटवर्क नहीं बिछ पाया है। बिजली की लाइनों को भूमिगत करने की प्रक्रिया में भी अभी बहुत कुछ किया जाना बाकी है। स्मार्ट सिटी परियोजना के तहत इस नेटवर्क को कुछ हद तक बेहतर बनाने का प्रयास किया जा रहा है।

By Raksha PanthriEdited By: Published: Wed, 22 Sep 2021 02:05 PM (IST)Updated: Wed, 22 Sep 2021 02:05 PM (IST)
राजधानी में व्यवस्थाएं बदहाल, गांधी रोड पर डेढ़ माह से इंचभर आगे नहीं बढ़ी सीवर लाइन
राजधानी में व्यवस्थाएं बदहाल, गांधी रोड पर डेढ़ माह से इंचभर आगे नहीं बढ़ी सीवर लाइन।

जागरण संवाददाता, देहरादून। दून के राजधानी बनने के करीब 21 साल बाद भी यहां सीवर और पेयजल लाइन का मजबूत नेटवर्क नहीं बिछ पाया है। बिजली की लाइनों को भूमिगत करने की प्रक्रिया में भी अभी बहुत कुछ किया जाना बाकी है। स्मार्ट सिटी परियोजना के तहत इस नेटवर्क को कुछ हद तक बेहतर बनाने का प्रयास किया जा रहा है। लिहाजा, पिछले डेढ़ साल से सड़कों पर जगह-जगह खोदाई की जा रही है। इससे यातायात में भी भारी व्यवधान पहुंच रहा है।

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विकास की खातिर सभी वर्गों को कुछ सहनशीलता दिखानी होगी, मगर इस काम में लगे हमारे सिस्टम को यह भी समझना होगा कि खोदाई वाले हिस्से पर तेजी से काम किया जाए तो जनता इसे बर्दाश्त कर सकती है। हालांकि, ऐसा नहीं हो पा रहा है। कहीं न कहीं काम की ढीली रफ्तार और अनियोजित निर्माण के चलते जनता को आवश्यकता से अधिक परेशानी झेलनी पड़ रही है। अति व्यस्त गांधी रोड पर सीवर लाइन बिछाने का जो काम डेढ़ माह पहले शुरू किया गया था, जो होटल द्रोण के पास इंचभर भी आगे नहीं बढ़ पाया है।

सीवर लाइन बिछाने के लिए देहरादून स्मार्ट सिटी कंपनी पाइप ब्रस्टिंग तकनीक से खोदाई कर रही है। इस तकनीक में पूरी सड़क को एक सिरे से खोदने की जगह एक जगह खोदाई की जाती है और फिर कुछ मीटर तक भूमिगत खोदाई कर लाइन को आगे बढ़ाया जाता है। जनता को कम से कम परेशानी हो, इस लिहाज से यह तकनीक बेहतर है, मगर अनियोजित निर्माण के चलते मंशा सफल नहीं हो पा रही।

लैंसडौन चौक से सहारनपुर चौक के पास तक प्रस्तावित सीवर लाइन बिछाने का काम मानसून सीजन से कुछ समय पहले ही शुरू किया गया। यही वजह रही कि होटल द्रोण के पास आते ही मशीनरी के कदम ठिठक गए हैं, क्योंकि खोदाई वाले हिस्से में बारिश का पानी भर जा रहा है। इससे निर्माण कंपनी काम नहीं कर पा रही।

इससे पहले तहसील चौक और इनामुल्ला बिल्डिंग क्षेत्र से भी सीवर लाइन बिछाने के काम को बमुश्किल आगे बढ़ाया जा सका था। बेहतर होता कि मानसून सीजन को ध्यान में रखते हुए इस काम को कुछ समय के लिए टाल दिया जाता। स्मार्ट सिटी के तहत अन्य कार्य भी गतिमान हैं और अधिकारी पहले अन्य कार्यों पर फोकस कर सकते थे।

एक लेन पर यातायात, लग रहा जाम

सीवर लाइन के कार्य के चलते इनामुल्ला बिल्डिंग के पास यातायात को एक ही लेन पर संचालित किया जा रहा है। इससे पूरे क्षेत्र में दिनभर जाम लगा रहता है। तहसील चौक से प्रिंस चौक तक सड़क पर जगह-जगह गड्ढे भी हो रखे हैं। जनता की मांग है कि उनकी सुविधा को ध्यान में रखते हुए मरम्मत से पहले कम से कम सड़क पर पैचवर्क कर दिया जाए।

सड़कों की दुर्दशा पर लोनिवि कार्यालय में धमके कांग्रेसी

सड़कों की दशा में सुधार को लेकर दैनिक जागरण निरंतर अभियान चला रहा है। जागरण की पहल से प्रेरित होकर अब कांग्रेस कार्यकर्त्ताओं ने भी सड़कों की दशा में सुधार के लिए मुहिम चलाने का निर्णय लिया है। इसी क्रम में मंगलवार को पूर्व विधायक और कांग्रेस अनुसूचित जाति विभाग के प्रदेश अध्यक्ष राजकुमार के नेतृत्व में कार्यकर्त्ता लोनिवि प्रांतीय खंड कार्यालय पहुंचे। पूर्व विधायक ने चेतावनी दी कि शीघ्र सड़कों की दशा में सुधार नहीं किया गया तो आंदोलन छेड़ा जाएगा।

प्रांतीय खंड के अधिशासी अभियंता डीसी नौटियाल को ज्ञापन सौंपते हुए पूर्व विधायक ने कहा कि शहर की अधिकांश सड़कों में गड्ढों की भरमार है। इनके चलते आए दिन दुर्घटनाएं हो रही हैं और जाम भी लग रहा है। उन्होंने कहा कि न्यू रोड, धामावाला, तेगबहादुर रोड, पटेल रोड, डिस्पेंसरी रोड, सुभाष रोड, आराघर रोड, रेसकोर्स आदि की हालत बेहद खराब है। राजधानी के लिहाज से यह स्थिति ठीक नहीं है।

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वहीं, महानगर अध्यक्ष लालचंद शर्मा ने कहा कि मीडिया में भी जनता की समस्या को उठाया जा रहा है। इसके बाद भी अधिकारी हाथ पर हाथ धरे बैठे दिख रहे हैं। ज्ञापन सौंपने वालों में नगर निगम के नेता प्रतिपक्ष डा. बिजेंद्र पाल, अर्जुन सोनकर, निखिल कुमार, दीप बोरा, अमि चंद सोनकर, नीरज नेगी, विनीत त्यागी आदि शामिल रहे।

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