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देहरादून: कूड़ा जलाने वालों की अब खैर नहीं, ऐसा किया तो भरना पड़ेगा जुर्माना; आप भी यहां कर सकते हैं शिकायत

कूड़े को एकत्रित कर उसमें आग लगाने वालों पर नगर निगम ने कार्रवाई शुरू कर दी है। निगम ने राजपुर रोड पर कूड़ा जलाने के आरोप में अपने ही एक कर्मचारी का पांच सौ रुपये का चालान किया।

By Raksha PanthriEdited By: Published: Sun, 28 Nov 2021 01:18 PM (IST)Updated: Sun, 28 Nov 2021 01:18 PM (IST)
देहरादून: कूड़ा जलाने वालों की अब खैर नहीं, ऐसा किया तो भरना पड़ेगा जुर्माना; आप भी यहां कर सकते हैं शिकायत
देहरादून: कूड़ा जलाने वालों की अब खैर नहीं, ऐसा किया तो भरना पड़ेगा जुर्माना। फाइल फोटो

जागरण संवाददाता, देहरादून। शहर में सड़क या गली के किनारे कूड़े को एकत्रित कर उसमें आग लगाने वालों पर नगर निगम ने कार्रवाई शुरू कर दी है। निगम ने राजपुर रोड पर कूड़ा जलाने के आरोप में अपने ही एक कर्मचारी का पांच सौ रुपये का चालान किया। वहीं, नगर आयुक्त अभिषेक रूहेला ने निगम की टीमों को हर मुख्य सड़क और गली-मोहल्ले में औचक निरीक्षण कर कूड़ा जलाने वालों पर कार्रवाई को कहा है। 

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दून में कूड़ा जलाने वालों के विरुद्ध अब तक नगर निगम खामोश था। इस संबंध में शुक्रवार दोपहर नेता प्रतिपक्ष डा. बिजेंद्रपाल सिंह ने नगर आयुक्त व स्वास्थ्य अधिकारी से शिकायत की तो निगम हरकत में आया। डा. सिंह का आरोप था कि रोजाना राजपुर रोड पर जगह-जगह कूड़ा जलाया जा रहा, जिससे प्रदूषण हो रहा है और पेड़ गिरने का खतरा भी बना हुआ। उनका आरोप था कि कुछ कर्मचारी सफाई के बाद कूड़ा एकत्रित कर उसमें आग लगा देते हैं। जबकि, कूड़ा वाहन में यह कूड़ा उठाकर ले जाना चाहिए, मगर ऐसा नहीं हो रहा।

राजपुर रोड पर पेड़ के नीचे कूड़ा जलाने से एक दफा पेड़ गिर गया था, जिससे एक छात्रा की मौत हो गई थी। वहीं, सर्दियों के मौसम में कूड़ा जलाने के मामले ज्यादा सामने आ रहे। कुछ लोग आग तापने के लिए कूड़ा जलाते हैं। निगम ने शनिवार से कूड़ा जलाने वालों के विरुद्ध अभियान शुरू कर दिया और सबसे पहले अपने ही कर्मचारी का चालान काटा। नगर आयुक्त ने बताया कि चालान 100 रुपये से 500 रुपये तक काटा जाएगा। नगर आयुक्त ने आमजन से भी अपील की है कि यदि वे कहीं कूड़ा जलता हुआ देखें तो नगर निगम में शिकायत करें।

फागिंग को अब बस तीन दिन

डेंगू की रोकथाम के लिए नगर निगम की ओर से छह माह से की जा रही फागिंग को तीन दिन बाद बंद कर दिया जाएगा। निगम ने इस वर्ष जून से फागिंग शुरू कर दी थी। यही वजह रही कि इस बार डेंगू का प्रकोप शहर में नहीं फैल पाया। गत दिनों निगम ने वृहद पैमाने पर चरणबद्ध तरीके से समस्त सौ वार्डों में फागिंग अभियान चलाया था। शहर में इंदिरानगर और शास्त्रीनगर खाला के क्षेत्र में करीब सौ मरीज मिले थे। हालांकि, बाकी शहर सुरक्षित रहा। अब दीपावली के बाद डेंगू के मामले लगभग खत्म हो चुके हैं और कोई नया मरीज नहीं आया। निगम ने पंद्रह नवंबर तक फागिंग का लक्ष्य रखा था, लेकिन बाद में इसे बढ़ाकर तीस नवंबर कर दिया गया।

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