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देहरादून: फर्जीवाड़ा कर एमडीडीए में जमा रकम अपने खातों में डलवाई, महिला समेत तीन पर मुकदमा

नक्शा पास करवाने के लिए जमा फीस तीन लोग ने फर्जीवाड़ा करके अपने बैंक खातों में डलवा ली। प्रेमनगर थाना पुलिस ने पुलिस महानिदेशक अशोक कुमार के आदेश पर एक महिला समेत तीन व्यक्तियों के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर लिया है।

By Raksha PanthriEdited By: Published: Sun, 24 Oct 2021 08:53 AM (IST)Updated: Sun, 24 Oct 2021 08:53 AM (IST)
देहरादून: फर्जीवाड़ा कर एमडीडीए में जमा रकम अपने खातों में डलवाई, महिला समेत तीन पर मुकदमा
फर्जीवाड़ा कर एमडीडीए में जमा रकम अपने खातों में डलवाई।

जागरण संवाददाता, देहरादून। एमडीडीए (मसूरी देहरादून विकास प्राधिकरण) में नक्शा पास करवाने के लिए जमा फीस तीन लोग ने फर्जीवाड़ा करके अपने बैंक खातों में डलवा ली। प्रेमनगर थाना पुलिस ने पुलिस महानिदेशक अशोक कुमार के आदेश पर एक महिला समेत तीन व्यक्तियों के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर लिया है। पीड़ित का आरोप है कि मामले में एमडीडीए के कुछ कार्मिकों के शामिल होने की भी आशंका है।

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शिकायतकर्त्ता राकेश त्यागी निवासी ग्राम कोल्हूपानी नंदा की चौकी ने पुलिस महानिदेशक अशोक कुमार से शिकायत की थी। उन्होंने बताया था कि जिया हास्टल को बेचने के लिए उन्होंने विजय यादव निवासी रेल विहार गुरुग्राम, हरियाणा के साथ अनुबंध किया था। इस संबंध में उन्होंने 2019-20 में एमडीडीए में नक्शा पास करवाने के लिए नौ लाख 25 हजार रुपये आनलाइन फीस जमा करवाई थी।

इस बीच किसी बात को लेकर दोनों पक्षों में विवाद हो गया। आरोप है कि विजय यादव ने षड्यंत्र के तहत एमडीडीए में प्रार्थना पत्र दिया और फीस के तौर पर वहां जमा किए गए उसके नौ लाख 25 हजार रुपये अजय यादव व शकुंतला यादव के खाते में डलवा दिए। शिकायतकर्ता ने जब सूचना के अधिकार के तहत सूचना मांगी तो पता लगा कि 14 दिसंबर 2020 को आरोपित विजय यादव ने धनराशि निकालने के लिए एमडीडीए को एक प्रार्थनापत्र दिया था, जिसमें पीड़ित राकेश त्यागी का नाम भी अंकित था, जबकि राकेश त्यागी ने विजय यादव को धनराशि निकालने के लिए नहीं कहा था।

नौ लाख 25 हजार रुपये में से आठ लाख 40 हजार रुपये अजय यादव और 85000 रुपये शकुंतला यादव के खाते में ट्रांसफर किए गए। प्रेमनगर के थानाध्यक्ष कुलदीप पंत ने बताया कि इस मामले में आरोपित विजय यादव, अजय यादव व शकुंतला के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर लिया गया है। मामले की जांच की जा रही है।

एक ही दिन में हो गई पूरी कार्रवाई

शिकायतकर्त्ता राकेश त्यागी ने बताया कि एमडीडीए में फाइल कई साल तक इधर से उधर धक्के खाती रहती हैं, लेकिन धनराशि निकालने के लिए फाइल एक ही दिन में कंपलीट हो गई। इसमें सभी कार्मिकों ने एक ही दिन में प्रार्थना पत्र पर साइन कर दिए। आरोपितों ने धनराशि निकालने के लिए उनके हस्ताक्षर भी खुद ही कर दिए। इससे साबित होता है कि इस मामले में एमडीडीए के कुछ कार्मिक भी शामिल हैं।

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