Move to Jagran APP

पाकिस्तान ने आतंकवाद को बना लिया अपनी राष्ट्र नीति: रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह

दून के भारतीय सैन्य अकादमी (आइएमए) में आयोजित पासिंग आउट परेड के दौरान रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने कहा कि पाकिस्तान ने आतंकवाद को अपनी राष्ट्र नीति बना लिया है।

By Sunil NegiEdited By: Published: Sat, 07 Dec 2019 11:58 AM (IST)Updated: Sat, 07 Dec 2019 08:26 PM (IST)
पाकिस्तान ने आतंकवाद को बना लिया अपनी  राष्ट्र नीति: रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह
पाकिस्तान ने आतंकवाद को बना लिया अपनी राष्ट्र नीति: रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह

देहरादून, जेएनएन। रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने कहा कि पाकिस्तान ने आतंकवाद को अपनी राष्ट्र नीति बना लिया है। पाकिस्तान में चरमंपथी तत्व इतने मजबूत हैं कि राजनीति के केंद्र में बैठे लोग उनके हाथों की कठपुतलियों से ज्यादा कुछ नहीं लगते। यही कारण है कि भारतीय सुरक्षाबलों को पाकिस्तान के खिलाफ अधिक चौकन्ना रहने की जरूरत है। 

loksabha election banner

देहरादून स्थित भारतीय सैन्य अकादमी (आइएमए) में आयोजित पासिंग आउट परेड के दौरान रक्षा मंत्री ने सेना में शामिल हुए युवा सैन्य अधिकारियों से सेवा एवं शांति का संदेश दुनिया तक ले जाने को कहा। उन्होंने कहा कि इतिहास गवाह है कि भारत की कभी भी अतिरिक्त क्षेत्रीय महत्वाकांक्षाएं नहीं रही हैं। भारत ने आज तक न तो दुनिया के किसी देश पर कभी आक्रमण किया है और न किसी की एक इंच भूमि पर कब्जा किया है। न ही हम किसी अन्य देश के मामले में दखल देते हैं। इसके बावजूद सीमाओं पर ऐसे खतरे मंडराते रहते हैं जहां आपको वीरता ही नहीं विवेक की भी जरूरत पड़ती है। 

पाकिस्तान पर हमलावर होते कहा कि वह विचित्र पड़ोसी है, सुधार के रास्ते पर चलते को तैयार नहीं है। पाकिस्तान ने हमारे साथ चार लड़ाइयां लड़ीं, पर हर बार उसे हार मिली। पर वह अपनी हरकतों से बाज नहीं आता। इसलिए हमें पाकिस्तान जैसे पड़ोसी से निपटने के लिए तैयार रहना होगा। रक्षा मंत्री ने कहा कि हमारी सरकार ने आतंकवाद के खिलाफ एक मल्टी प्रोम्प्ट स्ट्रेटेजी अपनाई हुई है। जिसके सकारात्मक परिणाम अब सामने आ रहे हैं। इसके बावजूद आतंकवाद के खतरे के प्रति हमेशा सजग रहने की जरूरत है। 

उन्होंने कहा कि आतंकवाद दुनिया के लिए कितना बड़ा खतरा है यह आज बताने की जरूरत नहीं है। क्योंकि हमने अपनी आंखों के सामने 9/11 और 26/11 की घटना देखी है। आज किसी भी सभ्य देश की आतंकवाद के प्रति कोई सहानुभूति नहीं है। दुनिया यह जानती है कि 26/11 को अंजाम देने वाले संगठन लश्कर-ए-तैयबा के लोग पाकिस्तान में बैठे हैं। मुम्बई हमले में जो 166 बेगुनाह लोग मारे गए, उन्हें और उनके परिवार को उस दिन न्याय मिलेगा जिस दिन 26/11 को अंजाम देने वालों को उनके अंतिम अंजाम तक पहुंचाया जाएगा। 

उन्होंने कहा कि भारत और चीन की क्षेत्रीय अवधारणाएं एक-दूसरे से अलग हो सकती हैं लेकिन चीन आतंकवाद के खिलाफ लड़ाई में बाकी दुनिया के साथ खड़ा है। सीमांकन कार्य लंबे समय से लंबित होने के कारण चीन के साथ सीमा को लेकर कुछ मतभेद जरूर हैं। इस स्थिति में उत्तरी और पूर्वी सीमा पर सेना को अक्सर वीरता के साथ ही विवेक से भी काम लेना पड़ता है। इसका परिचय भारतीय सेना ने पिछले कुछ वर्षों में कई बार दिया है। 

यह भी पढ़ें: IMA Passing Out Parade: भारतीय सेना को मिले 306 युवा जांबाज अधिकारी, रक्षा मंत्री ने ली परेड की सलामी

जहां जरूरत पड़ी वहां विवेक से हल निकाला और जब डोकलाम में एक अलग परिस्थिति बनी तो सेना ने मजबूत इच्छाशक्ति का परिचय देने में भी परहेज नहीं किया। रक्षा मंत्री ने कहा कि आने वाले खतरे आतंकवाद से भी एक कदम आगे हैं। साइबर वॉर का जिक्र करते कहा कि ऐसी-ऐसी चालें आपके सामने आएंगी कि आपको सोचना पड़ेगा कि अस्त्र-शस्त्र का इस्तेमाल कहां और किस रूप में किया जाए। ऐसे में साइबर वॉर में भी महारथ हासिल करनी होगी। 

यह भी पढ़ें: उत्तराखंडी युवाओं में देशभक्ति का जज्बा भरा, आइएमए की पासिंग आउट परेड में दिखती इसकी झलक


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.