Uttarakhand Vidhan Sabha Winter Session: डेंगू से मौत पर कांग्रेस ने सरकार को घेरा
प्रदेश में इस साल डेंगू से हुई मौतों के मामले में सदन में सरकार व विपक्ष कांग्रेस के बीच जोरदार बहस हुई। विपक्ष ने कहा कि सरकार जो आंकड़े दे रही है वे पूरी तरह गलत हैं।
देहरादून, राज्य ब्यूरो। प्रदेश में इस साल डेंगू से हुई मौतों के मामले में सदन में सरकार व विपक्ष कांग्रेस के बीच जोरदार बहस हुई। विपक्ष ने कहा कि सरकार जो आंकड़े दे रही है, वे पूरी तरह गलत हैं। नेता प्रतिपक्ष इंदिरा हृदयेश ने सरकार पर गलत आंकड़े प्रस्तुत करने का आरोप लगाते हुए विशेषाधिकार हनन का नोटिस देने की चेतावनी दी।
विपक्ष के आरोपों पर सरकार ने कहा कि डेंगू से हुई मौत के मामले में एक कमेटी का गठन किया गया था, जिसकी आधिकारिक रिपोर्ट में डेंगू से आठ लोगों की मृत्यु होने की पुष्टि हुई है। इनमें छह मौत देहरादून और दो नैनीताल में हुई हैं। शेष मौतें अन्य कारणों से हुई हैं। इन मौतों पर मुआवजे का कोई प्रविधान नहीं है।
सदन में कांग्रेस की ममता राकेश ने अल्पसूचित प्रश्न के तहत डेंगू से हुई मौत का मामला उठाया। उन्होंने पूछा कि सरकार प्रदेश में डेंगू से कितने लोगों की मौत हुई है। सरकार गरीब लोगों को मुफ्त इलाज या मुआवजा देने पर विचार करेगी।
इसका जवाब देते हुए संसदीय कार्यमंत्री मदन कौशिक ने कहा कि आधिकारिक तौर पर डेंगू से आठ लोगों की मौत की रिपोर्ट मिली है। उन्होंने बताया कि गरीबों के लिए मुफ्त इलाज की योजना पहले से ही है। इस पर नेता प्रतिपक्ष ने हल्द्वानी में और विधायक ममता राकेश ने हरिद्वार व रुड़की में डेंगू से मौत का मामला उठाया।
उन्होंने कहा कि डेंगू से हुई मौत के मामले का हाईकोर्ट ने भी संज्ञान लिया और सरकार से जवाब तलब किया था। सरकार ने कोर्ट में बोला की डेंगू को नियंत्रित कर लिया गया है लेकिन इसके बाद भी मौतें हुई। विभाग गलत आंकड़े दे रहा है और नौकरशाही सरकार को गुमराह कर रही है।
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चर्चा में विधायक विनोद चमोली और महेंद्र भट्ट ने भी सरकार से सवाल किए, जिनके जवाब में सरकार ने सरकार द्वारा कराए गए एलाइजा टेस्ट और डेंगू पीड़ितों के आंकड़े सदन में रखे।