ढोल की थाप पर तांदी और झेंता नृत्य कर मनाई होली
संवाद सूत्र कालसी/साहिया जौनसार बावर में होली पर्व परंपरागत अंदाज में मनाया गया। जौनसार में ढ
संवाद सूत्र कालसी/साहिया: जौनसार बावर में होली पर्व परंपरागत अंदाज में मनाया गया। जौनसार में ढोल दमाऊ के साथ तांदी, झेंता नृत्य पर सभी ग्रामीण जमकर झूमे। विकासखंड कालसी अंतर्गत ग्राम बाढो में होली पर्व पर ग्रामीणों ने पूरे गांव की सफाई की, उसके बाद होली पर्व मनाया और परंपरागत अंदाज में नृत्य कर होली का जश्न मनाया।
गांव में विशेषकर महिलाओं ने आपसी प्रेम व सौहार्द को बनाए रखने के लिए प्रत्येक परिवार में महिलाएं बालिका एक दूसरे के घर जाकर पकवानों का स्वाद लेती हैं। बाढो निवासी डाकपत्थर डिग्री कॉलेज में राजनीतिक विज्ञान की असिस्टेंट प्रोफेसर डॉ. राजकुमारी का कहना है कि जहां देशभर में होली के स्वरूप को बिगाड़ दिया गया है और लोग हुड़दंग पर उतारू होते हैं। ऐसे में जौनसार बावर में होली का पर्व परंपरागत अंदाज में मनाया जाता है। वह भले ही शहर में रहती हैं, लेकिन होली मनाने प्रत्येक वर्ष अपने मूल गांव जरूर आती हैं। ग्रामीणों ने पूरे गांव में स्वच्छता अभियान चलाया। खत कोरू मंदिर समिति अध्यक्ष सीताराम चौहान, विधानसभा में सूचना अधिकारी भारत चौहान, ग्राम स्याणा कांति राम चौहान, श्याम सिंह चौहान, मायाराम चौहान शूरवीर सिंह चौहान, गंभीर सिंह चौहान, लूदर सिंह चौहान, शर्मिला चौहान, प्रतिमा चौहान, फेतरू दास, डोडू दास आदि होली के जश्न में शामिल रहे। खत फरटाड़ के लखस्यार गांव में होली धूमधाम से मनाई गई। सुबह से ही गांव में लोगों ने हेला लगाकर एक दूसरे के घर जाकर पकवान खाए। ग्रामीणों ने ढोल दमाऊ की थाप पर जौनसारी लोक नृत्य की छटा बिखेरी। महिलाओं और पुरुषों ने सामूहिक हारूल, झेंता, रासो,तांदी गीत लगाए। वहीं लखवाड़, धनपौऊ, भराया, डयूडीलानी, बैराटखाई, कोठा तारली, साहिया, मुन्शी गांव में भी होली धूमधाम से मनाई गई। देर रात तक पंचायती आंगन में नाच गाने का सिलसिला चलता रहा।