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Cyber Crime: फोन कर खाता बंद होने का दिखाया डर, उड़ा लिए एक लाख; ऐसे वापस आए 40 हजार

Cyber Crime राजधानी देहरादून में ठगी के मामले लगातार बढ़ते जा रहे हैं। ताजा मामला राजपुर रोड का है। यहां खाता बंद होने का डर दिखा एक ठग ने व्यक्ति के खाते से एक लाख रुपये उड़ा दिए गए।

By Raksha PanthriEdited By: Published: Wed, 13 Jan 2021 09:48 AM (IST)Updated: Wed, 13 Jan 2021 09:48 AM (IST)
Cyber Crime: फोन कर खाता बंद होने का दिखाया डर, उड़ा लिए एक लाख; ऐसे वापस आए 40 हजार
Cyber Crime: फोन कर खाता बंद होने का दिखाया डर, उड़ा लिए एक लाख।

जागरण संवाददाता, देहरादून। Cyber Crime राजधानी देहरादून में ठगी के मामले लगातार बढ़ते जा रहे हैं। ताजा मामला राजपुर रोड का है। यहां खाता बंद होने का डर दिखा एक ठग ने व्यक्ति के खाते से एक लाख रुपये उड़ा दिए गए। हालांकि, साइबर क्राइम थाना पुलिस की सूझबूझ के चलते 40 हजार रुपये व्यक्ति के खाते में वापस आ गए हैं। 

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राजपुर रोड निवासी एक व्यक्ति ने बताया कि उनके नंबर पर अज्ञात व्यक्ति का फोन आया और उसने खुद को इलाहाबाद बैंक का अधिकारी बताते हुए कहा कि आपका बैंक खाता बंद होने वाला है। बातों-बातों में ठग ने खाते संबंधी पूरी जानकारी हासिल कर ली और एक लाख रुपये निकाल लिए। एक अन्य मामले में ठग ने एक व्यक्ति को फोन कर खुद को रिश्तेदार बताया और पैसों की मांग की। जब व्यक्ति ने पैसे भेजने से मना किया तो ठग ने उनके बेटे को फोन कर बताया कि उनके पिता ने पैसे देने को कहा है। 

ऐसे में ठग ने 12 हजार रुपये की ठगी कर दी। शिकायत मिलने के बाद पुलिस ने तुरंत कार्रवाई करते हुए पूरे पैसे वापस खाते में डलवा दिए। ठगी के तीसरे मामले में सहस्रधारा रोड निवासी व्यक्ति ने बताया कि उसने ओएलएक्स पर एक स्कूटर का विज्ञापन देखा। विज्ञापन पर अंकित नंबर पर फोन किया तो ठग ने वाहन के आरसी व अन्य दस्तावेज वाट्सएप पर भेजे। ठग ने व्यक्ति को झांसे में लेकर उनसे 28 हजार रुपये मंगवा लिए।

कर चोरी की आशंका में संपत्तियों का निरीक्षण

संपत्ति की रजिस्ट्रियों में कर चोरी की आशंका को दूर करने के लिए जिलाधिकारी डॉ. आशीष श्रीवास्तव ने दो स्थानों की संपत्ति का निरीक्षण किया। मंगलवार को जिलाधिकारी ने उच्च मूल्यांकन वाली रजिस्ट्रियों से संबंधित मिठ्ठी बेहड़ी और वसंत विहार की संपत्ति का निरीक्षण किया। उन्होंने देखा कि संपत्ति में संबंधित भवन, चहारदीवारी और पेड़ों आदि का आकलन किया गया है या नहीं।

हालांकि, सभी कुछ दुरुस्त पाया गया। जिलाधिकारी ने सभी उप निबंधकों को निर्देश जारी किए कि संपत्तियों की रजिस्ट्री में उचित स्टांप ड्यूटी लगवाई जाए। ताकि सरकार को राजस्व की क्षति न हो पाए। साथ ही निर्देश दिए कि विभिन्न रजिस्ट्रियों में कम स्टांप ड्यूटी अदा करने के मामलों को गंभीरता से लेने की जरूरत है।  

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