56 फीसद तक रहेगी सिविल सेवा-प्री की कटऑफ, पढ़िए पूरी खबर
इसबार सिविल सेवा प्रारंभिक परीक्षा में कटऑफ 56 प्रतिशत के आसपास रहने की उम्मीद है।
देहरादून, जेएनएन। संघ लोक सेवा आयोग ने सिविल सेवा प्रारंभिक परीक्षा का आयोजन किया। अभ्यर्थियों का कहना है कि पेपर बिल्कुल वैसा नहीं था, जैसा उन्हें उम्मीद थी। पेपर के पैटर्न में बदलाव हुआ है। अब प्रश्न पाठ्यपुस्तकों तक सीमित नहीं, बल्कि सामान्य जागरूकता पर आधारित हैं। प्रश्न पत्र नियमित फॉर्मेट से समकालीन शैली में बदल दिया गया है। यानि सवालों को सामयिक घटनाक्रम से जोड़ दिया गया है। सीसैट को अभ्यर्थियों ने उम्मीद के मुताबिक और संतुलित बताया है।
दून में परीक्षा के लिए कुल 22,599 अभ्यर्थी पंजीकृत थे। जिनके लिए 53 परीक्षा केंद्र बनाए गए थे। पहला पेपर सामान्य अध्ययन और दूसरा सिविल सर्विसेज एप्टीट्यूट टेस्ट (सीसैट) का हुआ। पहली पाली सुबह साढ़े नौ से 11.30 बजे और दूसरी 2.30 बजे से 4.30 बजे तक आयोजित की गई। पहली पाली में 12,493 अभ्यर्थी गैरहाजिर रहे। जबकि दूसरी पाली में यह संख्या 12,715 पहुंच गई। अभ्यर्थी नीतू पंवार का कहना है कि पेपर कठिन नहीं, बल्कि संतुलित था। पर इस बार व्यापक परिपेक्ष्य में स्मार्ट सवाल पूछे गए।
प्रयाग आइएएस एकेडमी के निदेशक आरए खान के अनुसार सिविल सेवा परीक्षा के जरिये इस बार 896 आइएएस, आइपीएस, आइएफएस और केंद्र में ग्रुप-ए के पद भरे जाएंगे। उनके अनुसार प्रश्न पत्र औसत कहा जाएगा। जिस किसी ने भी गहनता अध्ययन किया है और धैर्यपूर्वक परीक्षा दी, उसे दिक्कत नहीं हुई होगी। प्रथम प्रश्न पत्र में इस बार 25 प्रश्न अर्थशास्त्र और समसामयिक ज्ञान, 18 विज्ञान, 17 राजनीतिक विज्ञान, 17 भूगोल, 7 पर्यावरण विज्ञान और पंद्रह इतिहास से पूछे गए।
खास बात यह कि इस बार विषय को समसामयिक घटनाक्रम से जोड़कर प्रश्न पूछे गए हैं। जिस किसी भी अभ्यर्थी के 108-112 तक अंक आ जाएंगे, उसका पहला पड़ाव पूरा हो जाएगा। यानि कटऑफ 56 प्रतिशत के आसपास रहेगी।
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