समाज व देश के उत्थान में गोर्खाली सुधार सभा अग्रणी
जागरण संवाददाता देहरादून गोर्खाली सुधार सभा का स्थापना दिवस पूरी तरह से गोर्खाली संस्कृति को
जागरण संवाददाता, देहरादून :
गोर्खाली सुधार सभा का स्थापना दिवस पूरी तरह से गोर्खाली संस्कृति को समर्पित रहा। छात्र-छात्राओं ने पारंपरिक वेशभूषा में सांस्कृतिक नृत्यों की प्रस्तुति देकर दर्शकदीर्घा को झूमने पर मजबूर कर दिया। इस दौरान गोर्खाली पारंपरिक व्यंजनों का भी सभी लोगों ने लुत्फ उठाया। कार्यक्रम के दौरान स्थापना दिवस स्मारिका विशेषांक पुस्तिका का भी विमोचन किया गया।
बुधवार को गोर्खाली सुधार सभा के 81वें स्थापना दिवस कार्यक्रम की हवन पूजा के साथ शुरुआत हुई। इसके बाद सांस्कृतिक कार्यक्रम का आयोजन हुआ, जिसमें छात्र-छात्राओं ने एक के बाद एक गोर्खाली नृत्य की प्रस्तुतियां दी। सुंदर नृत्य एवं पारंपरिक वेशभूषा दर्शकदीर्घा को आकर्षित कर रही थी।
इस मौके पर संस्था के अध्यक्ष पदम सिंह थापा ने कहा कि समाज एवं देश का कल्याण उनका मुख्य उद्देश्य है। संस्था की ओर से असहाय लोगों की मदद, मेधावी छात्रों की आर्थिक सहायता, गरीब कन्याओं का विवाह, महिलाओं को स्वावलंबी बनाने के लिए कौशल प्रशिक्षण, पौधरोपण, स्वच्छता कार्यक्रम आदि किए जाते हैं। इस अवसर पर मुख्य अतिथि डॉ. सावित्री हमाल, महामंत्री गोपाल क्षेत्री, उपाध्यक्ष पूजा सुब्बा, प्रभा शाह, निशांत थापा, शमशेर थापा, आरएस थापा, एके मुखिया, पीएस कार्की आदि उपस्थित रहे।
नारी व वृद्धों का सम्मान:
संस्था की ओर से गीता मल्ल, नंदा गुरुंग, विनिता सावन, विष्णु माया आदि नारियों को सम्मानित किया गया। वृद्धजनों में डीबी लिंबू, माया देवी शाही, बीएस घले, किताब सिंह राई, दयाराम जोशी को सम्मानित किया गया। इसके अलावा 39 मेधावी छात्र-छात्राओं को छात्रवृत्ति के रूप में आर्थिक सहायता भी दी गई।