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Covid 19 Vaccination: उत्तराखंड में कर्फ्यू के कारण टीकाकरण पर लगा ब्रेक, पढ़िए पूरी खबर

Covid 19 Vaccination उत्तराखंड में कर्फ्यू के चलते रविवार को टीकाकरण पूरी तरह ठप रहा। प्रदेश में कहीं भी टीकाकरण नहीं किया गया। यह अलग बात है कि अगले सप्ताह टीकाकरण अभियान कर्फ्यू के बाद भी संचालित किया जाएगा।

By Raksha PanthriEdited By: Published: Mon, 19 Apr 2021 01:20 PM (IST)Updated: Mon, 19 Apr 2021 01:20 PM (IST)
Covid 19 Vaccination: उत्तराखंड में कर्फ्यू के कारण टीकाकरण पर लगा ब्रेक, पढ़िए पूरी खबर
उत्तराखंड में कर्फ्यू के कारण टीकाकरण पर लगा ब्रेक।

जागरण संवाददाता, देहरादून। Covid 19 Vaccination उत्तराखंड में कर्फ्यू के चलते रविवार को टीकाकरण पूरी तरह ठप रहा। प्रदेश में कहीं भी टीकाकरण नहीं किया गया। यह अलग बात है कि अगले सप्ताह टीकाकरण अभियान कर्फ्यू के बाद भी संचालित किया जाएगा। कोराना वायरस को हराने के लिए शुरू किए गए देशव्यापी अभियान के तहत प्रदेश में भी टीकाकरण 16 जनवरी को शुरू किया गया था। प्रथम चरण में स्वास्थ्य कर्मियों को टीका लगाया गया, जबकि द्वितीय चरण में फ्रंटलाइन वर्कर्स को वैक्सीन लगाई गई। तीसरे चरण में 45-59 वर्ष के बीमार व्यक्तियों व 60 वर्ष से ऊपर के व्यक्तियों का टीकाकरण शुरू किया गया। एक अप्रैल से 45-59 वर्ष के सभी व्यक्तियों का टीकाकरण किया जा रहा है। पर रविवार को प्रदेशभर में टीकाकरण बंद रहा। 

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राज्य प्रतिरक्षण अधिकारी डॉ. कुलदीप सिंह मर्तोलिया ने बताया कि टीकाकरण कफ्र्यू के कारण बंद रहा। पर अब लॉकडाउन और कर्फ्यू को लेकर केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय की ओर से एक पत्र राज्यों को भेजा गया है। जिसमें कहा गया है कि किन्हीं प्रतिबंधों की वजह से टीकाकरण अभियान पर कोई असर नहीं पड़ना चाहिए। जन सामान्य को टीकाकरण केंद्र पर पहुंचने में किसी तरह की कोई दिक्कत भी नहीं होनी चाहिए। ऐसे में अगले सप्ताह कर्फ्यू के दौरान भी टीकाकरण अभियान चलता रहेगा। इसे लेकर जरूरी व्यवस्था बनाई जाएगी।

कोरोना के साथ ही बढ़ रहीं जांच की दुश्वारियां

दून में कोरोना का प्रसार हर दिन तेज होता जा रहा है। रविवार को भी जिले में 1281 मामले आए। यह एक दिन में मरीजों की सर्वाधिक संख्या है। मरीजों की संख्या के साथ जांच की दुश्वारियां भी बढ़ती जा रही हैं। जनसामान्य के लिए कोरोना जांच कराना आसान नहीं रहा। कारण यह कि निजी क्षेत्र में जांच के विकल्प बेहद सीमित रह गए हैं। शहर में कुछ ही निजी अस्पताल और लैब हैं, जहां यह जांच की जा रही है। उस पर एक निजी लैब ने जांच बंद कर दी है। ऐसे में लोग न सिर्फ जांच में दिक्कत झेल रहे हैं, बल्कि उन्हें रिपोर्ट के लिए भी लंबा इंतजार करना पड़ रहा है। 

दून मेडिकल कॉलेज की लैब में पांच संक्रमित 

कोरोना जांच के झंझट के बीच मरीजों पर दोहरी मार पड़ी है। दून मेडिकल कॉलेज की वीआरडीएल लैब में एक चिकित्सक और तकनीशियन समेत पांच लोग संक्रमित मिले हैं। इस वजह से लैब 48 घंटे के लिए बंद कर दी गई है। इसके चलते रविवार को दून अस्पताल में कोरोना जांच के लिए सैंपलिंग बंद रही। सोमवार को भी सैंपल नहीं लिए जाएंगे। यहां जांच ठप होने से लोग कोरोनेशन अस्पताल और निजी लैब का रुख कर रहे हैं। 

वहां भी उन्हें परेशानी झेलनी पड़ रही है। प्राचार्य डा. आशुतोष सयाना ने बताया कि लैब में चार जिलों से सैंपल आ रहे हैं। यहां चिकित्सकों और तकनीशियनों की टीम लगातार काम कर रही है। संक्रमित स्टाफ को आइसोलेट कर दिया गया है और अन्य की भी जांच कराई जा रही है। लैब को सैनिटाइज कराया जा रहा है। 

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