दून में कोरोना वैक्सीन की कमी से थमी वैक्सीनेशन की रफ्तार, 87 में से सिर्फ केंद्रों 30 पर हो रहा टीकाकरण
कोरोना के बढ़ते मामलों के बीच उत्तराखंड में टीकाकरण की रफ्तार सुस्त पड़ गई है। शनिवार को दून समेत राज्य के कई अन्य जिलों में वैक्सीन खत्म हो गई। इस कारण कई केंद्रों पर टीकाकरण नहीं हो सका।
जागरण संवाददाता, देहरादून। कोरोना के बढ़ते मामलों के बीच उत्तराखंड में टीकाकरण की रफ्तार सुस्त पड़ गई है। शनिवार को दून समेत राज्य के कई अन्य जिलों में वैक्सीन खत्म हो गई। इससे कई केंद्रों पर टीकाकरण नहीं हो सका। कुछ केंद्रों पर आधे दिन ही टीकाकरण हो पाया। दोपहर तक यहां वैक्सीन खत्म हो गई। ऐसे में टीकाकरण के लिए पहुंचे लोग मायूस लौटे। कुछ केंद्रों पर टीकाकरण न होने से नाराज लोगों ने हंगामा भी किया। इस बीच, राज्य को वैक्सीन की एक लाख, 38 हजार डोज रविवार यानी आज मिलने की सूचना है। हालांकि इससे टीकाकरण की रफ्तार बढ़ने की उम्मीद कम ही नजर आ रही है। टीकाकरण को लेकर लोगों के उत्साह के चलते वैक्सीन का संकट खड़ा हो रहा है।
कोराना वायरस को हराने के लिए शुरू किए गए देशव्यापी अभियान के तहत प्रदेश में भी टीकाकरण 16 जनवरी को शुरू किया गया था। प्रथम चरण में स्वास्थ्य कॢमयों को टीका लगाया गया, जबकि द्वितीय चरण में फ्रंटलाइन वर्कर्स का टीकाकरण हुआ। तीसरे चरण में 45-59 वर्ष के बीमार व्यक्तियों व 60 वर्ष से ऊपर के व्यक्तियों का टीकाकरण शुरू किया गया। जबकि, एक अप्रैल से 45-59 वर्ष के व्यक्तियों का टीकाकरण किया जा रहा है। ऐसे में टीकाकरण केंद्रों पर भीड़ बढ़ी और उपलब्ध वैक्सीन का स्टॉकतेजी से कम होता गया।
पिछले दो दिन से टीकाकरण की रफ्तार सुस्त पडऩे लगी थी। शनिवार को हालात ऐसे बने कि कई केंद्रों पर टीकाकरण बंद करना पड़ा। गुरुवार को प्रदेश में 718 केंद्रों पर टीकाकरण किया जा गया था। शुक्रवार को यह संख्या 697 और शनिवार को 519 पर आकर सिमट गई। स्थिति यह रही कि दो दिन पहले जहां राज्य में रिकार्ड एक लाख से अधिक व्यक्तियों का टीकाकरण हुआ था, यह संख्या भी घटकर 45684 पर आ गई है।
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