Move to Jagran APP

जरूरतमंद अभिभावकों के साथ खड़ी हुई कांग्रेस, कहा- मनमानी से बाज नहीं आ रहे हैं निजी शिक्षण संस्थान

कांग्रेस ने कोरोना संक्रमण के चलते लागू कर्फ़्यू में भी प्राइवेट स्कूलों की ओर से अभिभावकों पर फीस के साथ-साथ विद्यालय ड्रेस लाने के लिए दबाव का कड़ा विरोध किया है। महानगर अध्यक्ष लालचंद शर्मा ने डीएम को पत्र लिखा। सरकार के आदेशानुसार प्रदेश के सभी शिक्षण संस्थान बंद हैं।

By Sunil NegiEdited By: Published: Wed, 05 May 2021 02:02 PM (IST)Updated: Wed, 05 May 2021 02:02 PM (IST)
कांग्रेस ने प्राइवेट स्कूलों की ओर से अभिभावकों पर फीस के साथ ड्रेस लाने के लिए दबाव का विरोध किया।

जागरण संवाददाता, देहरादून। कांग्रेस ने कोरोना संक्रमण के चलते लागू कर्फ़्यू में भी प्राइवेट स्कूलों की ओर से अभिभावकों पर फीस के साथ-साथ विद्यालय ड्रेस लाने के लिए दबाव का कड़ा विरोध किया है। महानगर अध्यक्ष लालचंद शर्मा ने डीएम को पत्र लिखा। बताया कि सरकार के आदेशानुसार प्रदेश के सभी शिक्षण संस्थान बंद हैं। तब सवाल यह उठता है कि जब विद्यालय बंद हैं तो प्राइवेट स्कूल बच्चों की ड्रेस के लिए दबाव क्यों बना रहे हैं? सरकार का स्पष्ट आदेश है कि कोई भी संस्थान कोरोनकाल अवधि की फीस के लिए अभिभावक पर दबाव नहीं बनाएंगे। इसके बाद भी निजी शिक्षण संस्थान मनमानी से बाज नहीं आ रहे हैं।

loksabha election banner

सरकार के आदेश के बावजूद स्कूल प्रशासन मनमानी पर उतारू है। पहले ही निजी व्यवसाय करने वाले लोग इस कोरोना महामारी में घर में बैठे आर्थिक तंगी का दंश झेल रहे हैं। दूसरी बढ़ी हुई फीस ने अभिभावकों को परेशानी में डाल दिया है। आज महंगाई के दौर में माता-पिता का अपने बच्चों को पालना मुश्किल हो रहा है, ऐसे में अभिभावक निजी स्कूलों की फीस अदा करने में सक्षम नहीं हैं। 

उन्होंने कहा अभी कुछ दिन पहले ही सरकार मनमाने ढंग से फीस वृद्धि पर कानून लाने वाली थी, लेकिन सरकार पता नहीं किसके दबाव में इसे लागू करने के लिए प्रतिबद्ध नहीं दिखी। उन्होंने कहा निजी स्कूलों की फीस लेने की प्रक्रिया को लेकर प्रदेश सरकार भी कुछ स्पष्ट नहीं है। सरकार कभी निजी स्कूलों को फीस लेने से इन्‍कार करती है, कभी स्वीकृति दे देती है। निजी स्कूल मनमाने ढंग से कोरोना काल में भी फीस बढ़ाए जा रहे हैं। निजी स्कूलों में अब फीस वूसल करने का नया तरीका इजाद किया है, क्योंकि सरकार ने सिर्फ टयूशन फीस लेने को कहा है तो निजी स्कूलों में एडमिशन और ट्यूशन फीस ही इतनी बढ़ा दी है कि वह पुरानी फीस से ज्यादा हो गई है। उन्होंने कहा नैतिकता के आधार पर निजी संस्थान बंद की अवधि का फीस माफ करे। जिससे छात्र-छात्राओं और अभिवावकों को परेशानी का सामना नहीं करना पड़े।

यह भी पढ़ें-कार्मिकों ने उत्‍तराखंड में की 15 दिन के पूर्ण लॉकडाउन की मांग

Uttarakhand Flood Disaster: चमोली हादसे से संबंधित सभी सामग्री पढ़ने के लिए क्लिक करें


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.