उत्तराखंड : विधानसभा क्षेत्रों में नए तेवरों में दिखेगा कांग्रेस संगठन
कांग्रेस जल्द प्रदेश संगठन को 2022 के विधानसभा चुनाव के मोर्चे पर मुस्तैद करने जा रही है। प्रदेश सचिव से लेकर महामंत्री और उपाध्यक्ष अब विधानसभा क्षेत्रवार पार्टी को मजबूत करने की कमान संभालेंगे। वहीं डेढ़ दर्जन से ज्यादा प्रदेश प्रवक्ताओं की तैनाती जल्द की जाएगी।
राज्य ब्यूरो, देहरादून। कांग्रेस जल्द प्रदेश संगठन को 2022 के विधानसभा चुनाव के मोर्चे पर मुस्तैद करने जा रही है। प्रदेश सचिव से लेकर महामंत्री और उपाध्यक्ष अब विधानसभा क्षेत्रवार पार्टी को मजबूत करने की कमान संभालेंगे। वहीं डेढ़ दर्जन से ज्यादा प्रदेश प्रवक्ताओं की तैनाती जल्द की जाएगी।
प्रदेश की सत्ता में वापसी को प्रमुख प्रतिपक्षी दल कांग्रेस अब कसर छोड़ने के मूड में नहीं है। सत्तारूढ़ भाजपा अपने संगठन को मजबूत बनाने में जुटी है। ऐसे में कांग्रेस ने भी अब प्रदेश से लेकर जिला और ब्लॉक स्तर पर संगठन में बेहतर तालमेल की कार्ययोजना तैयार की है। पार्टी सूत्रों के मुताबिक इस पर हाईकमान की मुहर लग चुकी है। चुनाव के मद्देनजर पार्टी को सक्रिय करने की जिला स्तर पर कमान प्रदेश उपाध्यक्षों को सौंपी जाएगी। पार्टी के प्रदेश में 25 सांगठनिक जिले हैं।
हर जिले के विधानसभा क्षेत्रों का प्रभार उपाध्यक्षों को सौंपा जाएगा। उपाध्यक्षों के अध्यक्ष एक प्रदेश महामंत्री तीन से चार विधानसभा क्षेत्रों की जिम्मेदारी संभालेंगे। प्रदेश संगठन के प्रतिनिधि के तौर पर प्रदेश सचिव हर ब्लॉक इकाई और विधानसभा क्षेत्रवार पार्टी इकाइयों के साथ मिलकर सांगठनिक कार्यक्रमों की रूपरेखा तैयार करेंगे। इसी के आधार पर पार्टी ब्लॉकों से लेकर जिलास्तर और विधानसभा क्षेत्रा में अपनी गतिविधियां तेज करेगी। आने वाले दिनों में पार्टी का पूरा फोकस ब्लॉक और विधानसभा क्षेत्र पर ज्यादा रहने वाला है।
प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष प्रीतम सिंह के मुताबिक नेता प्रतिपक्ष इंदिरा हृदयेश और प्रदेश प्रभारी देवेंद्र यादव के साथ बीते दिनों पार्टी संगठन की निचले स्तर पर ज्यादा सक्रियता और विधानसभा क्षेत्रों में पार्टी की पैठ मजबूत बनाने के मुद्दे पर विचार-विमर्श किया जा चुका है। इससे पहले उत्तराखंड दौरे के दौरान भी प्रदेश प्रभारी ने विधानसभा क्षेत्रवार पार्टी पर्यवेक्षकों की तैनाती के निर्देश दिए थे।
प्रदेश प्रवक्ताओं की तैनाती जल्द
प्रदेश में कांग्रेस ने अभी तक प्रदेश प्रवक्ताओं की तैनाती नहीं की है। इस वजह से पार्टी का पक्ष रखने को लेकर असमंजस की स्थिति भी रहती है। प्रदेश कांग्रेस कमेटी की ओर से डेढ़ दर्जन से ज्यादा प्रवक्ताओं की तैनाती के संबंध में प्रस्ताव केंद्रीय नेतृत्व को भेजा गया है। इस प्रस्ताव पर जल्द फैसला होने की उम्मीद जताई जा रही है। माना जा रहा है कि कुछ अन्य जरूरी समितियों के गठन पर भी विचार किया जा सकता है।
यह भी पढ़ें: कैबिनेट मंत्री हरक सिंह रावत बोले, 'मैं अभिमन्यु नहीं जो अंतिम द्वार पर मारा जाऊं'