मांगों के समर्थन में संघर्ष समिति ने दिया धरना
विकासनगर बुधवार को नगर पंचायत सेलाकुई को बहाल करने व शीशमबाड़ा प्लांट का अन्यत्र हटाने की मांग को लेकर नगर पंचायत संघर्ष समिति ने प्रदर्शन कर धरना दिया।
जागरण संवाददाता, विकासनगर: बुधवार को नगर पंचायत सेलाकुई को बहाल करने व शीशमबाड़ा प्लांट हटाने की मांग को लेकर नगर पंचायत संघर्ष समिति ने नारेबाजी कर धरना दिया। समिति ने सेलाकुई में सांकेतिक धरने के दौरान मुख्यमंत्री को ज्ञापन भेजा और समस्या निस्तारण की मांग की। उन्होंने चेतावनी दी कि यदि सरकार ने समिति की मांगों पर गौर नहीं किया तो आंदोलन के अगले चरण की रणनीति बनाई जाएगी।
ग्राम पंचायत का दर्जा समाप्त कर सेलाकुई को नगर पंचायत का दर्जा दिया गया था, लेकिन मामला न्यायालय में लंबित होने की वजह से वर्तमान में औद्योगिक नगरी सेलाकुई में न ग्रामपंचायत अस्तित्व में है और न ही नगर पंचायत, ऐसे में औद्योगिक नगरी का विकास पूरी तरह से ठप पड़ गया है। सड़कों की बदहाल स्थिति है, नाले व नालियां गंदगी से अटी पड़ी है। बाजार में सफाई की कोई व्यवस्था नहीं है, औद्योगिक नगरी में हालात बद से बदतर हो चुके हैं। इसके अलावा शीशमबाड़ा स्थित कूड़ा निस्तारण केंद्र की दुर्गंध ने क्षेत्रवासियों का सांस लेना दूभर किया हुआ है। दोनों ही समस्याओं को लेकर नगर पंचायत संघर्ष समिति सेलाकुई के पदाधिकारी व सदस्य सड़कों पर उतरे। सेलाकुई में दोनों मांगों को लेकर जोरदार नारेबाजी करने के बाद सांकेतिक धरना दिया गया। समिति की ओर से मुख्यमंत्री को भेजे ज्ञापन में कहा गया कि 21 सितंबर को दोनों प्रमुख समस्याओं को लेकर एसडीएम के माध्यम से भी ज्ञापन भेजा गया था, लेकिन उनकी मांगों पर ध्यान नहीं दिया गया। समिति ने चेतावनी दी कि यदि एक माह के अंदर समस्याओं का समाधान नहीं हुआ तो उन्हें बाध्य होकर आंदोलन करना होगा। धरना प्रदर्शन में शूरवीर सिंह चौहान, हिम्मत सिंह नेगी, आनंद कुमार, एसपी गौड, भारत भूषण, ऋषिपाल पंवार, प्रेम सिंह गुसाईं, चमन सिंह, राजेंद्र प्रसाद बलूनी, वीर सिंह रावत, प्रकाश भट्ट, नरेंद्र शर्मा, अमित अग्रवाल, जगदीश प्रसाद, सुनील पालीवाल, राज बहादुर राणा आदि शामिल रहे।