उत्तराखंड: सचिवालय संघ का विवाद सुलझाने को समिति गठित, जानिए क्यों चल रहा है गतिरोध
सचिवालय संघ में दूसरे संवर्ग के सदस्यों को शामिल करने को लेकर उठे विवाद के निस्तारण को संघ ने एक समिति का गठन किया है। इस समिति के समक्ष कोई भी सदस्य अपना पक्ष रख सकता है। यह समिति पूरे प्रकरण का अध्ययन कर रिपोर्ट संघ को देगी।
राज्य ब्यूरो, देहरादून। सचिवालय संघ में दूसरे संवर्ग के सदस्यों को शामिल करने को लेकर उठे विवाद के निस्तारण को संघ ने एक समिति का गठन किया है। इस समिति के समक्ष कोई भी सदस्य अपना पक्ष रख सकता है। यह समिति पूरे प्रकरण का अध्ययन कर रिपोर्ट संघ को देगी, जिसे आमसभा में रखा जाएगा। इसके साथ ही संघ ने सोमवार को प्रस्तावित आमसभा को स्थगित कर दिया है। अब यह सभा 14 नवंबर को बुलाई गई है।
सचिवालय संघ के द्विवार्षिक चुनाव जल्द होने हैं। इसे देखते हुए संघ ने कुछ समय पहले कार्यकारिणी के ढांचे में बदलाव करने के साथ ही दूसरे संवर्ग के सदस्यों को सचिवालय संघ में शामिल करने का निर्णय लिया था। अब संघ के ही कुछ अन्य सदस्य इसका विरोध कर रहे हैं। इस विवाद को देखते हुए संघ के संयुक्त सचिव एमएम सेमवाल की अध्यक्षता में पांच सदस्य समिति बनाई गई है। इसमें अनुसचिव व्योमकेश दूबे, जगजीवन बेरी व अनुभाग अधिकारी कंचन पांडे को सदस्य और वरिष्ठ निजी सचिव रीता कौल को सदस्य सचिव बनाया गया है। इस समिति से अपेक्षा की गई है कि वह 11 दिसंबर तक अपनी रिपोर्ट संघ को प्रस्तुत कर देगी। इसके मद्देनजर संघ के सचिव राकेश जोशी ने अपर मुख्य सचिव सचिवालय प्रशासन को पत्र लिखकर संघ की 14 दिसंबर को प्रस्तावित आमसभा को अनुमति देने का अनुरोध किया है।
धरातल पर नजर आए बीस सूत्रीय कार्यक्रम
पूर्व विधायक व बीस सूत्रीय कार्यक्रम एवं क्रियान्वयन समिति के नव नियुक्त उपाध्यक्ष शेर सिंह गड़िया ने सोमवार को पदभार ग्रहण कर लिया। इस दौरान नव नियुक्त उपाध्यक्ष ने कहा कि बीस सूत्रीय कार्यक्रम वृहद कार्यक्रम है। योजनाओं को धरातल पर उतारना और इनका अंतिम व्यक्ति तक लाभ पहुंचाना ही कार्यक्रम का मुख्य मकसद है। सोमवार को एक कार्यक्रम में शेर सिंह गड़िया ने विभागीय कार्यालय में पदभार ग्रहण किया। उन्होंने कहा कि पूरे प्रदेश में बैठकों व स्थलीय निरीक्षण के माध्यम से जन-जन तक लाभ पहुंचाया जाएगा।
उन्होंने कहा कि जल्द ही विकासखंड स्तरीय समितियों में गैर सरकारी सदस्यों की नियुक्ति की जाएगी। त्रिस्तरीय समितियों का भी लगातार अनुश्रवण किया जाएगा। कार्यक्रम में विधायक कपकोट बलवंत सिंह भौर्याल, जिला पंचायत अध्यक्ष बागेश्वर बसंती देवी, योजना आयोग के उपाध्यक्ष विनय रोहिला के अलावा विभागीय अधिकारी उपस्थित थे।
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