Move to Jagran APP

आरआइ के घर डकैती मामले में डीवीआर बरामदगी को आशारोड़ी जंगल में की कांबिंग

आरआइ के घर डकैती मामले में कस्टडी रिमांड पर लेने के बाद वसंत विहार पुलिस ने इसी की तलाश में दिल्ली हाइवे पर आशारोड़ी जंगलों में घंटों कांबिंग की।

By Sunil NegiEdited By: Published: Thu, 19 Dec 2019 04:44 PM (IST)Updated: Thu, 19 Dec 2019 04:44 PM (IST)
आरआइ के घर डकैती मामले में डीवीआर बरामदगी को आशारोड़ी जंगल में की कांबिंग
आरआइ के घर डकैती मामले में डीवीआर बरामदगी को आशारोड़ी जंगल में की कांबिंग

देहरादून, जेएनएन। परिवहन विभाग के आरआइ के घर डकैती की वारदात को अंजाम देने के बाद वीरेंद्र ठाकुर और उसके गुर्गे घर में लगी डीवीआर को भी उखाड़ ले गए थे। कस्टडी रिमांड पर लेने के बाद वसंत विहार पुलिस ने इसी की तलाश में दिल्ली हाइवे पर आशारोड़ी जंगलों में घंटों कांबिंग की। सूत्रों की मानें तो डीवीआर के कवर प्लास्टिक टुकड़े तो मिल गए, लेकिन पूरी डीवीआर की तलाश अभी जारी है।

loksabha election banner

वसंत विहार के विजय पार्क निवासी आरआइ के घर 26 मई को डकैती पड़ी थी। मगर इस वारदात का पर्दाफाश 22 सितंबर को आरपी ईश्वरन के घर डाका डालने वाले आरोपितों की गिरफ्तारी के बाद हुआ था। दोनों वारदातों को वीरेंद्र ठाकुर गैंग के गुर्गों ने ही अंजाम दिया थी। इस घटना के कई रहस्यों से अभी पर्दा उठना बाकी है। वीरेंद्र ठाकुर ने पकड़े जाने के बाद पुलिस को बयान दिया था कि आरआइ के घर से उसे करीब 1.38 करोड़ की रकम मिली थी। जबकि पिछले दिनों जब आरआइ की पत्नी ने वसंत विहार थाने में मुकदमा दर्ज कराया तो उसमें बीस लाख की ज्वैलरी और पांच लाख रुपये कैश लूटे जाने की बात बताई गई।

वहीं, वारदात को अंजाम देने के बाद बदमाश घर में लगे सीसीटीवी कैमरे की डीवीआर भी उखाड़ ले गए थे, इस वजह से घटनाक्रम को लेकर अभी कई बातों का पता नहीं चल सका है। ऐसे में बुधवार से 48 घंटे की कस्टडी रिमांड पर लेने के बाद वसंत विहार पुलिस पहले डीवीआर की तलाश में ही जुटी रही। प़ुलिस ने वारदात के बाद दिल्ली भागने के रास्तों पर आशारोड़ी के जंगल से लेकर उत्तर प्रदेश की सीमा में बिहारीगढ़ तक कांबिंग की। सूत्रों की मानें तो डीवीआर के कुछ टुकड़े तो मिल गए हैं, लेकिन रिकार्डिंग वाला हिस्सा अभी नहीं मिला है। वहीं, देर रात पुलिस वीरेंद्र ठाकुर निवासी दिल्ली, हैदर निवासी बिजनौर व अदनान निवासी दिल्ली को लेकर दिल्ली रवाना हो गई, जहां घटना से जुड़े अन्य साक्ष्यों की तलाश की जाएगी।

यह भी पढ़ें: फरार गैंगेस्टर और इनामी अपराधियों पर कसेगा शिकंजा, पढ़िए पूरी खबर

डीवीआर ही सुलझाएगा राज

आरआइ डकैती कांड की गुत्थी सुलझने का पूरा दारोमदार डीवीआर पर है। यदि पुलिस को डीवीआर मिल जाती है और उसका डाटा रिकवर हो जाता है तो उससे पुलिस यह पता लगाने में काफी हद तक कामयाब हो जाएगी कि आरआइ के घर से कितनी रकम का डाका पड़ा था।

यह भी पढ़ें: मोबाइल लूट में मामा-भांजा समेत तीन गिरफ्तार, जानिए कैसे बेचते थे मोबाइल Dehradun News


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.