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उत्तराखंड में शीतलहर का प्रकोप, इन छह शहरों में पारा दो डिग्री पर

उत्तराखंड शीतलहर की चपेट में है। कई शहरों में पारा जमाव बिंदु के करीब पहुंच गया है। छह शहरों में न्यूनतम तापमान दो अथवा इससे कम रहा।

By BhanuEdited By: Published: Wed, 26 Dec 2018 09:38 AM (IST)Updated: Wed, 26 Dec 2018 08:18 PM (IST)
उत्तराखंड में शीतलहर का प्रकोप, इन छह शहरों में पारा दो डिग्री पर
उत्तराखंड में शीतलहर का प्रकोप, इन छह शहरों में पारा दो डिग्री पर

देहरादून, जेएनएन। उत्तराखंड के कई शहरों में पारा जमाव बिंदु के करीब पहुंच गया है। छह शहरों में न्यूनतम तापमान दो अथवा इससे कम रहा। अधिकतम तापमान में भी गिरावट दर्ज की गई है। आलम यह है कि उत्तरकाशी की यमुनाघाटी और पिथौरागढ़ जिले के ऊंचाई वाले इलाकों में कई जगह प्राकृतिक जलस्रोत जमने की भी सूचना है।  मौसम विभाग के अनुसार आने वाले तीन दिन मौसम के मिजाज में बदलाव की संभावना नहीं है। विभाग ने चेतावनी जारी की है कि हरिद्वार और ऊधमसिंह नगर में शीतलहर का प्रकोप बना रहेगा।

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बुधवार को समूचा उत्तराखंड बर्फीली हवा से ठिठुरता रहा। अल्मोड़ा में तापमान शून्य से 3.5 डिग्री नीचे पहुंच गया है, वहीं चमोली के जोशीमठ में भी शून्य से नीचे एक डिग्री सेल्सियस रिकार्ड किया गया। इतना ही नहीं कुमाऊं के मुुक्तेश्वर और पिथौरागढ़ में पारा परीक्षा ले रहा है। यहां न्यूनतम तापमान एक डिग्री सेल्सियस से भी कम रहा। 

पहाड़ी क्षेत्रों में सड़कों पर जमा पाला हादसों का भी सबब बन रहा है। बुधवार सुबह पौड़ी जिले में बर्फ की पपड़ी में तब्दील हुए पाले में फिसलकर एक वाहन खाई में जा गिरा, हादसे में आठ लोगों को चोटें आई हैं।

दून में तीन साल बाद पारा पांच से कम 

शहर में तीन साल बाद 25 दिसंबर को न्यूनतम पारा सामान्य से दो डिग्री नीचे 4.2 डिग्री सेल्सियस रिकॉर्ड किया गया। इससे पहले 25 दिसंबर 2015 को दून का न्यूनतम तापमान 3.4 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया था। शहर में सुबह एवं शाम को कड़ाके की ठंड पड़ रही है। दिन के समय धूप खिलने से कुछ राहत मिल रही है। 

वहीं, मैदानी क्षेत्रों में हरिद्वार, रुड़की, उधमसिंह नगर में सुबह कोहरे ने लोगों की मुसीबत बढ़ा दी। खासकर स्कूल जाने वाले बच्चों को भारी दिक्कतों का सामना करना पड़ा रहा है। रुद्रप्रयाग में केदारनाथ हाईवे पर बांसवाड़ा के निकट पहाड़ी से भूस्खलन हुआ। इससे मार्ग अवरुद्ध हो गया। भूस्खलन से जेसीबी मशीन भी मलबे में दब गई। किसी तरह चालक ने भागकर जान बचाई। हाल ही में इस स्थान पर भूस्खलन से आठ मजदूरों की जान चली गई थी। 

कोहरे ने थामी ट्रेनों की रफ्तार

कोहरे का ट्रेनों के संचालन पर बुरा असर पड़ रहा है। मंगलवार को भी कोहरे की वजह से हावड़ा-दून एक्सप्रेस दस घंटे व लिंक एक्सप्रेस (इलाहाबाद-दून) नौ घंटे देरी से पहुंची। लिंक एक्सप्रेस के देरी से पहुंचने के कारण काठगोदाम एक्सप्रेस भी तीन घंटे देरी से रवाना हुई।

मंगलवार को पहले से ही घंटों देरी से चल रही हावड़ा-दून एक्सप्रेस दून स्टेशन में दस घंटे की देरी से दोपहर 2:35 बजे पहुंची। देरी की वजह से रेलवे ने बुधवार के लिए दून-हावड़ा को रद कर दिया है। लिंक एक्सप्रेस नौ घंटे की देरी से रात 10:15 बजे पहुंची। 

इस वजह से काठगोदाम एक्सप्रेस को तीन घंटे की देरी से रात 1:25 बजे के लिए रिशेड्यूल किया गया। दून स्टेशन अधीक्षक सीताराम सोनकर ने बताया कि बुधवार को दून-हावड़ा नहीं चलेगी। जबकि दून-उज्जैनी व दून-वाराणसी जनता एक्सप्रेस पहले से ही रद चल रही हैं।

देर रात भटकते रहे काठगोदाम के यात्री

दून-काठगोदाम ट्रेन तीन घंटे देरी से चली। इस दौरान ट्रेन के जाने के निर्धारित समय रात 10:35 बजे ही सैकड़ों यात्री स्टेशन पहुंच गए थे। लेकिन, ट्रेन समय पर रवाना नहीं हो सकी। सर्दी की वजह से भी यात्रियों को खासी परेशानी उठानी पड़ी। 

ये ट्रेनें रहेंगी रद

उज्जैनी एक्सप्रेस, 13 फरवरी तक  

जनता एक्सप्रेस, 16 फरवरी तक

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