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प्रकृति का संरक्षण कर बढ़ाएंगे रोजगार के अवसर

प्रदेश से निरंतर हो रहे पलायन को थामने के लिए ईको टूरिज्म को बढ़ावा देने के मद्देनजर ग्राम्य विकास एवं पलायन आयोग की ओर से तैयार की गई रिपोर्ट 'प्रकृति आधारित पर्यटन: विश्लेषण एवं सिफारिश' का मंगलवार को मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत ने विमोचन किया।

By JagranEdited By: Published: Wed, 26 Sep 2018 03:00 AM (IST)Updated: Wed, 26 Sep 2018 03:00 AM (IST)
प्रकृति का संरक्षण कर बढ़ाएंगे रोजगार के अवसर
प्रकृति का संरक्षण कर बढ़ाएंगे रोजगार के अवसर

राज्य ब्यूरो, देहरादून: प्रदेश से निरंतर हो रहे पलायन को थामने के लिए ईको टूरिज्म को बढ़ावा देने के मद्देनजर ग्राम्य विकास एवं पलायन आयोग की ओर से तैयार की गई रिपोर्ट 'प्रकृति आधारित पर्यटन: विश्लेषण एवं सिफारिश' का मंगलवार को मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत ने विमोचन किया। रिपोर्ट में आयोग ने प्रदेश में ईको टूरिज्म पॉलिसी बनाने और ईको टूरिज्म से संबंधित कार्य एक ही एजेंसी उत्तराखंड ईको टूरिज्म डेवलपमेंट कॉरपोरेशन को सौंपने के साथ ही अन्य कई सिफारिशें की हैं। इस अवसर पर मुख्यमंत्री ने कहा कि ईको टूरिज्म में प्रकृति सर्वोपरि है और ईको टूरिज्म प्रकृति पर निर्भर है। प्रकृति का संरक्षण और पारिस्थितिकी संतुलन को बनाए रखना हमारी सर्वोच्च प्राथमिकता होनी चाहिए। सरकार प्रकृति का संरक्षण करते हुए रोजगार के अवसर बढ़ाने और पलायन रोकने को प्रयासरत है।

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रिपोर्ट का विमोचन करने के बाद मुख्यमंत्री ने आयोग के उपाध्यक्ष डॉ.एसएस नेगी से ईको टूरिज्म नीति और इसके मास्टर प्लान के संबंध में चर्चा की। डॉ.नेगी ने रिपोर्ट में किए गए विश्लेषण और सिफारिशों के बारे में मुख्यमंत्री को विस्तार से बताया। रिपोर्ट में ईको टूरिज्म के तहत वन्यजीव पर्यटन, ट्रैकिंग, हाइकिंग व रॉक क्लाइंबिंग, कैंपिंग, होम स्टे पर फोकस किया गया है। उन्होंने कहा कि राज्य में ईको टूरिज्म के संबंध में संपूर्ण जानकारी एक वेबसाइट या वेब एप पर उपलब्ध होनी चाहिए। साथ ही जीपीएस सिस्टम मजबूत करने की दरकार है।

इस मौके पर राज्य में ईको टूरिज्म स्थलों पर जल संरक्षण, गैर पारंपरिक ऊर्जा स्रोत, सुदृढ़ संचार व्यवस्था, कचरा प्रबंधन, शौचालय, ईको टूरिज्म में स्थानीय समुदाय की भागीदारी, कुशल यातायात प्रबंधन पर जोर दिया गया। साथ ही ट्रैकिंग स्थलों, मंदिरों व दर्शनीय स्थलों, होम स्टे को ईको टूरिज्म से जोड़ने और महिलाओं को कौशल विकास से जोड़ने की जरूरत भी बताई गई। इस मौके पर आयोग के सदस्य सचिव डॉ.आरएस पोखरिया भी मौजूद थे।

रॉफ्टिंग में बढ़े पर्यटकों की संख्या

पलायन आयोग की रिपोर्ट के आलोक में मुख्यमंत्री ने पर्यटन सचिव को इस संबंध में कदम उठाने के निर्देश दिए। उन्होंने राफ्टिंग पर्यटकों की संख्या बढ़ाने को समुचित उपाय करने और सुरक्षा मानकों पर खास ध्यान रखने को कहा। उन्होंने पर्यटकों की सुविधा व सूचना के लिए वेबसाइट पंजीकृत कर इसमें होम स्टे का संपूर्ण ब्योरा अपलोड कराने के लिए निर्देशित किया।

सितोनस्यूं में होगी जात

मुख्यमंत्री ने कहा कि पौड़ी जिले में सितोनस्यूं स्थित सीता मंदिर, सीता कुटी, विदा कुटी को विकसित किया जाएगा। वहां शीघ्र ही चार से पांच किमी की पदयात्रा अथवा जात (यात्रा) का आयोजन किया जाएगा। उन्होंने कहा कि इसमें वह और वरिष्ठ अधिकारी भी भाग लेंगे। मुख्यमंत्री ने कहा कि सितोनस्यूं के निकट देवल में लक्ष्मण मंदिर को भी विकसित किया जाएगा।


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