Move to Jagran APP

चुनाव के नतीजों से पहले हरीश और त्रिवेंद्र के बीच दिलचस्प हुई जुबानी जंग

लोकसभा चुनाव के नतीजे को लेकर मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत और कांग्रेस के राष्ट्रीय महासचिव व पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत के बीच सोशल मीडिया पर जुबानी जंग देखनेे को मिल रही है।

By Edited By: Published: Mon, 22 Apr 2019 08:57 PM (IST)Updated: Tue, 23 Apr 2019 10:57 AM (IST)
चुनाव के नतीजों से पहले हरीश और त्रिवेंद्र के बीच दिलचस्प हुई जुबानी जंग
चुनाव के नतीजों से पहले हरीश और त्रिवेंद्र के बीच दिलचस्प हुई जुबानी जंग

देहरादून, राज्य ब्यूरो। लोकसभा चुनाव के नतीजे आने में अभी एक महीना बाकी है, लेकिन नतीजों से पहले ही जीतने-हराने के दावे को लेकर प्रदेश के सियासी दिग्गजों के बीच घमासान शुरू हो गया है। मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत और कांग्रेस के राष्ट्रीय महासचिव व पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत के बीच सोशल मीडिया पर दिलचस्प जुबानी जंग का नजारा देखने को मिला। 

loksabha election banner

मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत के मीडिया में पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत की हार गिनाईं तो जवाब में उन्होंने चुटकी ली कि वर्ष 2022 के चुनाव में आप रिकार्ड बुक में जिंदा रहेंगे, मैं लोगों की भावना और जुबां पर जिंदा रहूंगा। 

ऐसे में भला मुख्यमंत्री कैसे चुप रहते, लिहाजा उन्होंने भी पलटवार किया कि आप लोगों की जुबां पर जिंदा हैं, लेकिन किन कामों के लिए, जनता आपको 2017 में अहसास करा चुकी है। 

मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत और पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत दोनों ही अपने-अपने दलों की ओर से अन्य राज्यों में चुनाव प्रचार में जुटे हैं। बावजूद इसके दोनों एक-दूसरे को लेकर सियासी चुटकियां और जुबानी घेराबंदी का मौका नहीं चूक रहे हैं। नतीजतन उत्तराखंड की पांच सीटों के लिए चुनाव भले ही 11 अप्रैल को संपन्न हो गया हो, लेकिन चुनावी तपिश शिद्दत के साथ बरकरार है। 

ऐसे ही दोनों दिग्गज नेताओं ने प्रदेश के सियासी माहौल को अपने वार-पलटवार से गर्मा दिया। दरअसल, राज्य में भाजपा की चुनावी नैया के खेवनहार मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत ने मीडिया से बातचीत में कांग्रेस की कार्यसमिति के सदस्य, महासचिव और पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत को राज्य में अब तक पिछले चुनावों में मिली शिकस्त को गिना दिया। 

हरीश रावत वर्तमान में नैनीताल संसदीय सीट से कांग्रेस के प्रत्याशी भी हैं। मुख्यमंत्री ने ऐसा कहते हुए इशारों में ही अपने अंदाज में चुनावी भविष्यवाणी की कोशिश की। असम में बतौर प्रदेश प्रभारी कांग्रेस के चुनाव प्रचार के व्यस्त कार्यक्रम से फुर्सत पाते ही हरीश रावत यानी हरदा ने फेसबुक अकाउंट पर मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत पर पलटवार कर दिया। 

उन्होंने कहा, गिरते हैं सह सवार ही मैदान-ए-जंग में। मुझे हराने वाले लोगों को आज याद नहीं है, हारने वाला हरीश रावत आज भी लोगों की जुबां पर जिंदा है। मेरी शुभकामना है आप 2022 का चुनाव भेटें, मगर याद रखना आप रिकॉर्ड बुक में जिंदा रहेंगे, मैं इसके बाद भी लोगों की भावना और जुबां में जिंदा रहूंगा। रहा सवाल इस बार के चुनाव का, क्या आप कहीं चुनाव में थे, क्या आपके नाम व काम पर किसी ने वोट मांगा, हरीश रावत भूतपूर्व मुख्यमंत्री इस चुनाव में भी मतदाताओं के मध्य जिंदा था, उसके काम, उसके सोच की चर्चा हो रही थी। खैर भगवान ने चाहा तो आपका घमंड जल्दी टूट जाएगा। 

पूर्व मुख्यमंत्री के इस प्रहार के बाद अब दोबारा मोर्चा मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत ने संभाला। उन्होंने भी फेसबुक पर पूर्व मुख्यमंत्री को आदरणीय हरीश रावत जी के रूप में संबोधित कर पलटवार किया, चुनाव में हार-जीत लगी रहती है, लोकतंत्र में जिताना व हराना जनता के हाथ में है। 

कहा कि आप लोगों की जुबां पर जिंदा हैं, लेकिन किन कामों के लिए जिंदा है, इसका अहसास आपको जनता 2017 में करवा चुकी है, लोगों के दिलों में कौन कितना जिंदा रहता है, इस बात का फैसला 23 मई को हो जाएगा। आप पर चुनाव का बहुत दबाव रहा होगा। इसलिए बता दूं कि मैंने प्रदेश के करीब करीब हर कोने में 15 दिन में 60 जनसभाएं की और हर जगह जनता का भरपूर प्यार और समर्थन मुझे और मेरी पार्टी को मिला। 

जहां तक बात अहंकार की है, तो आप मुझे इस बात का जवाब दीजिए कि अहंकारी कौन है, अति आत्मविश्वास में कौन लबरेज था, आपने अपने राष्ट्रीय अध्यक्ष को नैनीताल लोकसभा क्षेत्र में रैली करने तक के लिए नहीं बुलाया। अपने राष्ट्रीय अध्यक्ष के प्रति इतना अविश्वास क्यों, बहरहाल आप भी मान चुके हैं कि आप के राष्ट्रीय अध्यक्ष के आने से आपको फायदा कम और नुकसान ज्यादा होता। उन्होंने कहा कि जहां तक मेरी सरकार के कामों का सवाल है, उसका आकलन जनता जनार्दन करेगी। आपकी बेचैनी में समझ सकता हूं।

यह भी पढ़ें: भाजपा विधायक की महापुरुषों पर टिप्पणी पर कांग्रेस ने खोला मोर्चा, भाजपा का पलटवार

यह भी पढ़ें: सीएम के हस्तक्षेप के बाद भी नहीं थमा भाजपा विधायकों में विवाद

यह भी पढ़ें: मुख्यमंत्री के दरबार में सुलझा दो विधायकों के बीच चल रहे जुबानी जंग का मसला


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.