उत्तराखंडः सरकार में नेतृत्व परिवर्तन की अटकलों पर सीएम त्रिवेंद्र ने लगाया विराम
प्रदेश सरकार में नेतृत्व परिवर्तन को लेकर सोशल मीडिया में पिछले पांच दिनों से चल रही चर्चाओं पर स्वयं मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत ने विराम लगाने की पहल की है।
देहरादून, राज्य ब्यूरो। उत्तराखंड सरकार में नेतृत्व परिवर्तन को लेकर सोशल मीडिया में पिछले पांच दिनों से चल रही चर्चाओं पर स्वयं मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत ने विराम लगाने की पहल की है। उन्होंने कहा कि इस तरह की बेबुनियाद बातें तो उनके पद संभालने के कुछ महीने बाद से ही शुरू हो गई थी। उन्हें इससे कोई असर नहीं पड़ता। हालांकि, उन्होंने स्वीकार किया कि आम जनता और कर्मचारियों पर इसका असर जरूर पड़ता है। साथ ही इससे विकास कार्य भी प्रभावित होते हैं।
गत शुक्रवार को पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत के प्रदेश में फिर राजनैतिक अस्थिरता का वातावरण बनने के अंदेशा जताने के ट्वीट के बाद से सूबे की सियासी में लगातार हलचल रही। खासतौर पर सोशल मीडिया में जिस तरह मुख्यमंत्री के दिल्ली के पूर्व निर्धारित कार्यक्रम को नेतृत्व परिवर्तन से जोड़कर खबरें प्रचारित की गई, उससे सरकार और पार्टी संगठन खासा असहज दिखा।
सोमवार को मुख्यमंत्री के साथ मंत्री, विधायकों और दो सांसदों ने दिल्ली में राष्ट्रीय पुलिस स्मारक पर शहीदों को श्रद्धांजलि अर्पित करने के कार्यक्रम में हिस्सा लिया, तो इसे भी बदलाव की अटकलों से जोड़ दिया गया। मुख्यमंत्री सोमवार शाम दिल्ली से मुंबई पहुंचे। मुंबई में मंगलवार को उन्होंने राज्य में अप्रैल में होने वाले वेलनेस समिट को लेकर आयोजित रोड शो में हिस्सा लिया।
मंगलवार शाम मुंबई से देहरादून रवाना होने से ठीक पहले फोन पर 'जागरण' से बातचीत में मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत ने कहा कि उन्हें इस तरह की चर्चा से असर नहीं पड़ता, बल्कि वह इस पर ध्यान देने की बजाए अपने काम को तवज्जो देना पसंद करते हैं।
उन्होंने कहा कि विपक्ष इसमें आग में घी डालने का काम करता है, जबकि वह स्वयं पक्ष-विपक्ष में कोई भेद नहीं करते। विकास कार्यो को संतुलित रूप देने की हमेशा कोशिश की। नेतृत्व परिवर्तन की अटकलों पर केंद्रीय नेतृत्व से किसी तरह की बातचीत के सवाल पर मुख्यमंत्री ने कहा कि शिकायत करना उनका स्वभाव नहीं है।
यह भी पढ़ें: मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत पहुंचे दिल्ली, फिर चर्चाओं का दौर शुरू
उन्होंने आगे कहा कि पूरा प्रयास रहा और रहेगा कि मुख्यमंत्री के रूप में विकास कार्यो में कोई अवरोध नहीं आए। काम में विश्वास है और हमेशा कोशिश रही है कि जनता को अपनी बात समझा सकें। सोशल मीडिया में चली चर्चाओं के पीछे क्या भाजपा के कुछ लोगों का हाथ भी संभव है, पूछे जाने पर उन्होंने कहा कि जिन्हें लगता है कि उन्हें इससे एक अवसर मिल सकता है, ऐसे कुछ लोग हो सकते हैं। पार्टी के किसी नेता विशेष की इसमें किसी तरह की भूमिका होने के सवाल पर मुख्यमंत्री ने इससे इन्कार कर दिया।
यह भी पढ़ें: पदोन्नति में आरक्षण को लेकर 23 फरवरी को जिलों में प्रदर्शन