शास्त्रीय संगीत की सरिता में श्रोताओं ने लगाई डुबकी
जागरण संवाददाता, देहरादून: श्री टपकेश्वर संगीत समारोह की सातवीं मासिक संगीत बैठकी में शास्त्र
जागरण संवाददाता, देहरादून: श्री टपकेश्वर संगीत समारोह की सातवीं मासिक संगीत बैठकी में शास्त्रीय संगीत की सरिता बही और श्रोताओं ने इसमें डुबकी लगाई। पहली प्रस्तुति शास्त्रीय गायिका राशि पंत की रही। उन्होंने राग पूरिया धनाश्री और विलंबित एक ताल में बड़े ख्याल की बंदिश 'अब तो रुत मान जा..' और फिर तीन ताल में छोटे ख्याल की बंदिश 'पायलिया झंकार मोरी..' की प्रस्तुति से सभी को मंत्रमुग्ध कर दिया। तबले पर संतोष कुमार और हारमोनियम पर धर्मेद्र मिश्रा ने संगत की।
अग्नि पिरामिड म्यूजिक अकादमी की ओर से टपकेश्वर महादेव मंदिर के सत्संग हॉल में आयोजित संगीत बैठकी में रेशमा श्रीवास्तव ने सितारवादन कर श्रोताओं का दिल जीत लिया। उन्होंने राग यमन में आलाप जोड़झाला के बाद विलंबित गत तीन ताल और द्रुत गत तीन ताल में प्रस्तुति दी। इसके बाद राग पहाड़ी में प्रस्तुति देकर सभी को भाव-विभोर कर दिया। उनके साथ तबले पर चित्रांक पंत ने संगत की। इससे पहले कार्यक्रम का शुभारंभ मसूरी विधायक गणेश जोशी और ¨हदुस्तान पेट्रोलियम कॉर्पाेरेशन लिमिटेड के क्षेत्रीय प्रबंधक जीएसवी राव ने दीप प्रज्वलित कर किया। विधायक गणेश जोशी ने कहा कि यह कार्यक्रम अपनी विरासत को संजोने और उभरते कलाकारों को मंच प्रदान करने के लिए बेहतर पहल है। संगीत समारोह के अध्यक्ष सितारवादक सुरमनि अग्नि वर्मा ने कहा कि पहले यह बैठकी हर माह के पहले शनिवार को होती थी, लेकिन अब पहले रविवार को होगी। इस दौरान टपकेश्वर महादेव मंदिर के महंत कृष्णा गिरी महाराज, दिगंबर भरत गिरी महाराज, सुरेश चंद पंत, प्रगति वर्मा, शैलेंद्र पोखरियाल, सुभाष चावला, एससी जैन, अनूप कौल, चेतना पोखरियाल, सुशील शर्मा, सीमा उनियाल आदि मौजूद रहे।