मुख्यमंत्री तीरथ सिंह रावत ने कहा- गांव की समस्याओं का ग्राम स्तर पर होगा निदान
कोरोना संक्रमण को मात देने के बाद मुख्यमंत्री तीरथ सिंह रावत ने कैंट रोड स्थित कैंप कार्यालय से विधिवत कामकाज शुरू कर दिया है। बुधवार को उन्होंने कैंप कार्यालय के जनता दर्शन हाल में आमजन से मुलाकात कर उनकी शिकायतें व समस्याएं सुनीं।
राज्य ब्यूरो, देहरादून। कोरोना संक्रमण को मात देने के बाद मुख्यमंत्री तीरथ सिंह रावत ने कैंट रोड स्थित कैंप कार्यालय से विधिवत कामकाज शुरू कर दिया है। बुधवार को उन्होंने कैंप कार्यालय के जनता दर्शन हाल में आमजन से मुलाकात कर उनकी शिकायतें व समस्याएं सुनीं। साथ ही भरोसा दिलाया कि आमजन की समस्याओं का निराकरण सरकार की सर्वोच्च प्राथमिकता है। इस बीच पर्यावरणविद् पद्मभूषण डा.अनिल प्रकाश जोशी ने भी मुख्यमंत्री से शिष्टाचार मुलाकात की।
मुख्यमंत्री तीरथ सिंह रावत ने एक रोज पहले कोरोना को मात देने के बाद देहरादून व हरिद्वार में विभिन्न कार्यक्रमों में शिरकत की थी। बुधवार को मुख्यमंत्री ने कैंट रोड स्थित कैंप कार्यालय में पूजा-अर्चना के बाद कामकाज की शुरुआत की। जनता दर्शन हाल में उन्होंने जनता से मुलाकात के के दौरान एक-एक व्यक्ति से मिलकर उनकी समस्याओं को सुना।
मुख्यमंत्री ने कहा कि जनसमस्याओं के समयबद्ध तरीके से निराकरण के लिए अधिकारियों को सख्त निर्देश दिए गए हैं। सरकार की कोशिश है कि आमजन को अपने काम के लिए अनावश्यक रूप से देहरादून की दौड़ न लगानी पड़े। उन्होंने कहा कि राज्य सरकार प्रदेश की जनता के लिए काम कर रही है। गांव की समस्याओं का ग्राम स्तर पर ही निदान हो जाए, इसकी व्यवस्था की जा रही है। रात्रि चौपाल का आयोजन इसी कड़ी का हिस्सा है।
उधर, मुख्यमंत्री से कैंप कार्यालय में हेस्को संस्था के संस्थापक पर्यावरणविद् पद्मभूषण डा.अनिल प्रकाश जोशी ने शिष्टाचार भेंट के दौरान पर्यावरण संरक्षण-संवर्द्धन समेत विभिन्न विषयों की तरफ उनका ध्यान आकृष्ट कराया। डा.जोशी के अनुसार उन्होंने पहाड़ और गांव पर खास फोकस करने का मुख्यमंत्री से आग्रह किया। साथ ही जीडीपी (सकल घरेलू उत्पाद) की तर्ज पर जीईपी (सकल पर्यावरणीय उत्पाद) के संबंध में चर्चा की।
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