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चारधाम यात्रा : एक बस में छह यात्री हुए रवाना

कोरोना महामारी के कारण इस वर्ष अभी तक ठप रही चारधाम यात्रा राज्य वासियों के लिए खोल दी गई है। चारधाम यात्रा खुलने से परिवहन व्यवसायियों को राहत तो मिली है। मगर अभी यात्रा को लेकर श्रद्धालुओं में कोई उत्साह नजर नहीं आ रहा है। बुधवार को पहले दिन ऋषिकेश से संचालित होने वाली परिवहन संस्थाओं से एक भी वाहन चारधाम यात्रा पर नहीं गया।

By JagranEdited By: Published: Thu, 02 Jul 2020 03:00 AM (IST)Updated: Thu, 02 Jul 2020 06:11 AM (IST)
चारधाम यात्रा : एक बस में छह यात्री हुए रवाना
चारधाम यात्रा : एक बस में छह यात्री हुए रवाना

जागरण संवाददाता, ऋषिकेश :

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कोरोना महामारी के कारण इस वर्ष अभी तक ठप रही चारधाम यात्रा राज्य वासियों के लिए खोल दी गई है। चारधाम यात्रा खुलने से परिवहन व्यवसायियों को राहत तो मिली है। मगर, अभी यात्रा को लेकर श्रद्धालुओं में कोई उत्साह नजर नहीं आ रहा है। बुधवार को पहले दिन रोडवेज की बस से छह यात्री बदरीनाथ के लिए रवाना हुए। जबकि संयुक्त रोटेशन की बसों को एक भी यात्री नहीं मिला।

तीर्थनगरी ऋषिकेश को चार धाम यात्रा का प्रवेश द्वार माना जाता है। यहां से संयुक्त रोटेशन के तहत नौ परिवहन कंपनियों की बसें व टैक्सी-मैक्सी सेवाएं चारधाम यात्रा में संचालित होती हैं। इस वर्ष मार्च में कोरोना संक्रमण के चलते लॉकडाउन घोषित हो गया था। जिससे चारधाम यात्रा शुरू ही नहीं हो पाई। मई और जून में चार धाम यात्रा चरम पर होती थी। मगर, इस बार यात्रा को लेकर सन्नाटा पसरा हुआ है। अब एक जुलाई से चारों धामों को राज्य के निवासियों के दर्शनार्थ खोल दिया गया है। यात्रा के लिए श्रद्धालुओं को देवस्थानम बोर्ड की वेबसाइट पर पंजीकरण कराना अनिवार्य है पंजीकरण के पश्चात ही श्रद्धालु धामों की यात्रा कर सकते हैं। मगर, यात्रा को लेकर अभी तक कोई उत्साह लोगों में नहीं है। परिवहन विभाग के डीजीएम पीके भारती ने बताया कि बुधवार को परिवहन निगम की बस में छह लोग बदरीनाथ के लिए रवाना हुए। वहीें संयुक्त रोटेशन यात्रा व्यवस्था समिति के प्रशासनिक अधिकारी बृज भानु प्रताप गिरी ने बताया कि बुधवार को पहले दिन चार धाम यात्रा को लेकर कोई बुकिग अथवा पूछताछ तक नहीं आई है। जबकि संयुक्त रोटेशन पूरी तैयारी में है। उन्होंने बताया कि सरकार द्वारा जारी नियम के अनुसार आधी क्षमता पर वाहनों को संचालित किया जाएगा। इसके अलावा यात्रियों से दोगुना किराया लिए जाने की व्यवस्था है। उधर, गढ़वाल मंडल टैक्सी मालिक एवं चालक एसोसिएशन के अध्यक्ष विजयपाल रावत ने बताया कि बुधवार को चार धाम यात्रा के संबंध में कोई भी बुकिग नहीं आई है।

श्रद्धालु लॉनलाइन कर सकते हैं बुकिंग

अनलॉक-दो में राज्य के नागरिकों के लिए चारधाम यात्रा खोले जाने के बाद परिवहन निगम ने भी बदरीनाथ, सोनप्रयाग (केदारनाथ) व गंगोत्री के लिए तीन सेवाएं शुरू की हैं। परिवहन विभाग के डीजीएम पीके भारती ने बताया कि ऋषिकेश-बदरीनाथ के लिए प्रात: साढ़े पांच बजे, ऋषिकेश से सोनप्रयाग और ऋषिकेश से गंगोत्री के लिए प्रात: छह बजे बस सेवाएं शुरू की गई हैं। उन्होंने बताया कि डिपो कार्यालय में प्रात: आठ बजे से सायं पांच बजे तक एडवांस बुकिग की सुविधा भी उपलब्ध कराई होगी। श्रद्धालु निगम की वेबसाइट www.ह्वह्लष्श्रठ्ठद्यद्बठ्ठद्ग.ह्वद्म.द्दश्र1.द्बठ्ठ पर भी बुकिग कर सकते हैं।

साढ़े तीन माह से जाम हैं ढाई हजार बसों के पहिए

चारधाम यात्रा पर उत्तराखंड का परिवहन उद्योग सबसे अधिक निर्भर रहता है। चारधाम यात्रा के प्रवेश द्वार तीर्थनगरी ऋषिकेश से संचालित होने वाली संयुक्त रोटेशन यात्रा व्यवस्था समिति नौ परिवहन कंपनियों से मिलकर बनती है। इन नौ कंपनियों के पास करीब ढाई हजार बसें हैं, जो यात्राकाल में 40-60 के अनुपात में लोकल रूट और यात्रा रूट पर संचालित होती हैं। मगर, इस वर्ष अब तक यात्रा संचालित न होने और लॉकडाउन के चलते इन ढाई हजार बसों के पहिए जाम हैं।

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सरकार ने राज्य के नागरिकों के लिए चारधाम यात्रा खोल दी गई है। जिससे अब साढ़े तीन माह से ठप परिवहन व्यवसाय को कुछ उम्मीद बनी है। हालांकि अभी तक यात्रा को लेकर कोई उत्साह नजर नहीं आ रहा है। मगर, उम्मीद है कि मानसून के बाद यात्रा में कुछ तेजी आ सकती है।

- सुधीर राय, अध्यक्ष, उत्तराखंड परिवहन महासंघ


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