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सड़क निर्माण के मलबे से सिंचाई पाइप लाइन के टूटने का खतरा

दसऊ पंचायत के ग्रामीणों ने जगथान-बुरायला मार्ग निर्माण के कारण सिंचाई पाइप लाइन के क्षतिग्रस्त होने की आशंका जताई है। उन्होंने जिलाधिकारी व निर्माण एजेंसी को ज्ञापन प्रेषित किया है। ग्रामीणों ने सिंचाई लाइन को मलबे से बचाने के लिए अलग से डंपिंग जोन बनाने की मांग की है।

By Sunil NegiEdited By: Published: Thu, 11 Mar 2021 04:28 PM (IST)Updated: Thu, 11 Mar 2021 04:28 PM (IST)
सड़क निर्माण के मलबे से सिंचाई पाइप लाइन के टूटने का खतरा
दसऊ पंचायत के ग्रामीणों ने जगथान-बुरायला मार्ग निर्माण के कारण सिंचाई पाइप लाइन के क्षतिग्रस्त होने की आशंका जताई है।

संवाद सूत्र, चकराता। दसऊ पंचायत के ग्रामीणों ने जगथान-बुरायला मार्ग निर्माण के कारण सिंचाई पाइप लाइन के क्षतिग्रस्त होने की आशंका जताई है। इस संबंध में उन्होंने जिलाधिकारी व निर्माण एजेंसी को ज्ञापन प्रेषित किया है। ग्रामीणों ने सिंचाई लाइन को मलबे से बचाने के लिए अलग से डंपिंग जोन बनाने की मांग की है।

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चकराता ब्लॉक के सुदूरवर्ती ग्रामीण इलाकों को सड़क सुविधा से जोड़ने के लिए पीएमजीएसवाई के तहत एमडीआर-33 जगथान से बुरायला मोटर मार्ग का निर्माण कार्य चल रहा है। जिसकी जद में दसऊ पंचायत के ग्रामीण किसानों की सिंचाई पाइप लाइन आ रही है। सड़क निर्माण के चलते खतरे की जद में आई सिंचाई पाइप लाइन को बचाने के लिए स्थानीय ग्रामीणों ने जिला प्रशासन व पीएमजीएसवाई अधिकारियों से कार्रवाई की मांग की है।

प्रधान मालती देवी, जिलामंत्री भाजपा जनजाति मोर्चा विरेंद्र सिंह चौहान ने कहा कि कुछ वर्षों पहले सिंचाई विभाग ने स्थानीय कृषकों की सुविधा को ग्राम मताड़ के तालुका खड्ड से छह इंज मोटी तीन किमी लंबी सिंचाई पाइप लाइन बनाई थी। जिससे दसऊ पंचायत के दर्जनों ग्रामीण किसानों की कई बीघा कृषि भूमि सिंचित होती है। इस पाइप लाइन के जरिये कृषकों की नगदी फसलें आलू, टमाटर, बींस, गोभी, मटर, मिर्च और अन्य कृषि उपज की सिंचाई को पानी मिलता है। कहा सड़क निर्माण कार्य के चलते सिंचाई पाइप लाइन के टूटने का खतरा है। जिससे बचाने को सड़क निर्माण से आ रहे मलबे-बोल्डर के लिए अलग से डंपिंग जोन बनाया जाए।

ग्रामीणों ने कहा अगर डंपिंग जोन नहीं बनाया गया तो सिंचाई पाइप लाइन क्षतिग्रस्त हो जाएगी। कहा क्षेत्र में लोग बड़े पैमाने पर कृषि व नकदी फसलों का उत्पादन करते हैं। सड़क निर्माण की जद में आई सिंचाई लाइन के क्षतिग्रस्त होने से खेतीबाड़ी पर निर्भर स्थानीय कृषकों को नकदी फसलों के रुप में लाखों का नुकसान होगा। ग्रामीणों ने जिला प्रशासन से मामले में जल्द कार्रवाई करने की मांग की है। शिकायती पत्र में अर्जुन सिंह, जीवन सिंह, नरेंद्र सिंह, पूरण सिंह, विजय सिंह, नरेश, जयपाल, विक्रम, रणवीर सिंह आदि के हस्ताक्षर हैं। 

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