सशस्त्र सीमा बल के डिप्टी कमांडेंट के मामले की होगी सीबीआइ जांच
एसएसबी के डिप्टी कमांडेट अशोक कुमार के लापता होने के मामले की अब सीबीआई जांच की तैयारी है। पुलिस ने इसे सीबीआइ को स्थानांतरित करने का अनुरोध किया है। इस पर शासन अब मामले की सीबीआई जांच की संस्तुति करने की तैयारी कर रहा है।
राज्य ब्यूरो, देहरादून। सशस्त्र सीमा बल (एसएसबी) के डिप्टी कमांडेट अशोक कुमार के लापता होने के मामले की अब सीबीआइ जांच की तैयारी है। डिप्टी कमांडेंट के स्वजनों द्वारा हत्या की आशंका जताने के बाद पुलिस ने इस जांच को सीबीआइ को स्थानांतरित करने का अनुरोध किया है। इस पर शासन अब मामले की सीबीआइ जांच की संस्तुति करने की तैयारी कर रहा है।
चमोली जिले में कर्णप्रयाग-ग्वालदम मार्ग नलगांव के नजदीक आमसौड़ में 18 माह पहले यानी 10 जुलाई को एसएसबी का एक वाहन पिंडर नदी में गिर गया था। इस वाहन में एसएसबी की 11वीं बटालियन डीडीहाट चंपावत में बतौर डिप्टी कमांडेंट तैनात अशोक कुमार व चालक सवार थे। मूल रूप से सीकर राजस्थान निवासी अशोक कुमार उस दौरान श्रीनगर स्थित प्रशिक्षण केंद्र में कमांडो ट्रेनिंग देने के लिए आए हुए थे। 10 जुलाई को वह वापस डीडीहाट लौट रहे थे। कर्णप्रयाग से लगभग 20 किलोमीटर आगे आमसौड़ के पास उनका जिप्सी वाहन अनियंत्रित होकर पिंडर नदी में समा गया।
जिस जगह दुर्घटना हुई वहां पानी का बहाव काफी तेज और गहराई भी ज्यादा थी। इस दुर्घटना में वाहन चालक नदी के पत्थरों के बीच अटक गया, जिसे स्थानीय निवासियों ने बचा लिया। वहीं, डिप्टी कमांडेंट और वाहन का कुछ पता नहीं चल पाया। राज्य आपदा प्रतिवादन बल (एसडीआएफ) की टीम ने डिप्टी कमांडेंट की तलाश में खोज-बचाव अभियान चलाया, लेकिन सफलता नहीं मिल पाई। इसके बाद यह मामला पुलिस में दर्ज किया गया। तब से ही पुलिस मामले की जांच कर रही है। इस बीच डिप्टी कमांडेंट के स्वजनों ने इसे दुर्घटना न मानते हुए हत्या की आशंका जताई और मामले की सीबीआइ जांच की मांग की।
अब घटना के 18 माह बाद पुलिस ने शासन से मामले की सीबीआइ जांच कराने का अनुरोध किया है। इस पर शासन ने पत्रावली तैयार कर दी है। जल्द ही मुख्यमंत्री कार्यालय से अनुमति प्राप्त कर पत्रावली सीबीआइ को भेजी जाएगी।
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