सीएयू को महिला टीम को सशक्त करने की जरूरत
क्रिकेट एसोसिएशन ऑफ उत्तराखंड सीएयू को अपनी महिला सीनियर टीम को सशक्त बनाने के लिए अभी और मेहनत करने की जरुरत हैं। हालांकि सीएयू ने कोरोना काल में भी खिलाडिय़ों को बायो बबल वातावरण में कैंप लगाकर अभ्यास कराया था। लेकिन तैयारी के अनुरूप परिणाम नहीं मिल रहें हैं।
जागरण संवाददाता, देहरादून : क्रिकेट एसोसिएशन ऑफ उत्तराखंड सीएयू को अपनी महिला सीनियर टीम को सशक्त बनाने के लिए अभी और मेहनत करने की जरुरत हैं। हालांकि सीएयू ने कोरोना काल में भी खिलाडिय़ों को बायो बबल वातावरण में कैंप लगाकर अभ्यास कराया था। लेकिन तैयारी के अनुरूप परिणाम नहीं मिल रहें हैं।
वुमेंस सीनियर वनडे ट्रॉफी के पहले मैच में उत्तराखंड टीम ने असोम को चार विकेट से करारी शिकस्त देकर टूर्नामेंट में जीत से आगाज किया। इस दौरान लगा कि उत्तराखंड ने कोरोना काल में बायो बबल वातावरण में लगाए गए कैंप में अभ्यास और चेलेंजर्स ट्रॉफी से अनुभव मिला है। लेकिन इसके बाद जैसे ही बड़ी टीमों के साथ मुकाबले खेले जाने शुरु हुए। उत्तराखंड टीम का प्रदर्शन ना सिर्फ घटने लगा बल्कि टीम लगातार मैच हारने लगी। उत्तराखंड का दूसरा मैच 14 मार्च को रेलवे के साथ खेला गया। जिसमें उत्तराखंड टीम मात्र 72 रन पर सिमट गई। जिसमें रेलवे ने आठ विकेट से जीत दर्ज की। इसके बाद 17 मार्च को उत्तराखंड का तीसरा मैच बंगाल के साथ खेला गया।
जिसमें उत्तराखंड को बंगाल के हाथों 79 रन से शिकस्त झेलनी पड़ी। इससे यह भी साफ हुआ कि बड़ी टीमों के सामने उत्तराखंड के हौंसले कमजोर पडऩे लगे। ऐसे में सीएयू को उत्तराखंड महिला टीम पर और भी ज्यादा मेहनत करने की जरूरत है। टीम के खिलाडिय़ों को बड़े खिलाडिय़ों के सामने बिना दवाब खेलने की आदत डालनी होगी।
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