कैशबैक ऑफर से बढ़ा कैशलेस भुगतान, लेकिन इन बातों का भी रखें ध्यान
कैशबैक ऑफर ने दूनवासियों में कैशलेस भुगतान का क्रेज बढ़ा दिया है। किसी भी तरह के भुगतान के लिए अधिकांश दूनवासी कार्ड या मोबाइल वॉलेट से भुगतान करना पसंद कर रहे हैं।
देहरादून, जेएनएन। ऑनलाइन कंपनियों और मोबाइल वॉलेट के कैशबैक ऑफर ने दूनवासियों में कैशलेस भुगतान का क्रेज बढ़ा दिया है। बिजली-पानी के बिल का भुगतान करना हो या रिचार्ज और रोजमर्रा के सामान की खरीददारी। अधिकांश दूनवासी कार्ड या मोबाइल वॉलेट से भुगतान करना पसंद कर रहे हैं। इसकी वाजिब वजहें भी हैं। एक तो टाइम की बचत, उस पर ज्यादा नकदी रखने के झंझट से मुक्ति और कैशबैक, सो अलग। हालांकि, कई बार लोग शर्तों को जाने बिना ही लुभावने कैशबैक ऑफर के लालच में खरीददारी कर लेते हैं। बाद में पता चलता है कि झांसे में फंस गए। इसलिए खरीददारी करते समय कैशबैक ऑफर की पूरी जानकारी जुटाना भी बेहद जरूरी है।
कॉन्टेक्ट लेंस कार्ड से पेमेंट और भी आसान
अजबपुर निवासी संध्या ने बताया कि पहले तो हमें कार्ड मशीन में डालने के बाद पिन भी डालना पड़ता था, लेकिन अब विभिन्न बैंक कॉन्टेक्ट लेंस से लैस डेबिट और क्रेडिट कार्ड दे रहे हैं। इसे मात्र स्वाइप करने से ही भुगतान हो जाता है। कैशबैक की सुविधा है बेस्ट डीएवी कॉलेज के छात्र पंकज ने बताया कि उन्हें ऑनलाइन पेमेट करना इसलिए पसंद है, क्योंकि विभिन्न कंपनियां और मोबाइल वॉलेट कैशबैक ऑफर देते हैं। इसके अलावा अगर कभी आपके पास नकदी नहीं है तो परेशान होने की जरूरत नहीं पड़ती।
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यह भी जान लें
-कंपनिया ग्राहकों को कैशबैक देने के लिए बैंकों-वॉलेट से गठजोड़ करती हैं। इससे कंपनियों की बिक्री और मुनाफा बढ़ता है।
-कैशबैक से बैंक की भी कमाई होती है। कंपनी बैंक को उसके कार्ड या वॉलेट से शॉपिंग पर एक तय रकम देती है। -कंपनिया कैशबैक के लिए एक न्यूनतम रकम तय करती हैं। इसलिए ऑफर की पड़ताल के बाद ही खरीददारी करें।
-कई बार कैशबैक के बहाने कंपनियां प्रोडक्ट का दाम बढ़ा देती हैं। इसलिए आख मूंदकर खरीददारी न करें।
-कैशबैक के लिए कई तरह की शर्तें होती हैं। इनकी जानकारी जरूर करें।
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