पूर्व सीएम समेत करीब 200 कांग्रेसियों पर मुकदमा, बदहाल सड़क पर निकाली थी बैलगाड़ी तिरंगा यात्रा
स्वतंत्रता दिवस पर पूर्व मुख्यमंत्री और कांग्रेस के राष्ट्रीय महासचिव हरीश रावत ने बैलगाड़ी तिरंगा यात्रा निकालकर केंद्र और राज्य सरकार पर लापरवाही का आरोप लगाया।
देहरादून, जेएनएन। हरिद्वार के ढंडेरा-लक्सर बदहाल मार्ग पर स्वतंत्रता दिवस पर पूर्व मुख्यमंत्री और कांग्रेस के राष्ट्रीय महासचिव हरीश रावत ने बैलगाड़ी तिरंगा यात्रा निकालकर केंद्र और राज्य सरकार पर लापरवाही का आरोप लगाया। उन्होंने कहा कि गड़्ढों से पता चल रहा है कि डबल इंजन की सरकार है। बदहाल सड़कों पर जनता मर रही है, लेकिन सरकार को कोई चिंता नहीं है। बेरोजगार परेशान हैं, लेकिन सरकार को तो शराब की दुकानों की चिंता है।
रविवार को देर शाम पूर्व मुख्यमंत्री और तीन विधायकों समेत 200 कार्यकर्ताओं के खिलाफ आपदा प्रबंधन अधिनियम के तहत मुकदमा दर्ज किया गया। शनिवार को रुड़की पहुंचे पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत ढंडेरा में बैलगाड़ी पर सवार हुए। उनके साथ जिले के तीन कांग्रेस विधायक काजी निजामुद्दीन, फुरकान अहमद और ममता राकेश के अलावा बड़ी संख्या में कार्यकर्ता भी मौजूद रहे।
बैलगाड़ी यात्रा निकालने के बाद मुख्यमंत्री अस्वस्थ
हरिद्वार की बदहाल सड़कों को लेकर बीते शनिवार को बैलगाड़ी यात्रा निकालने के बाद पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत अस्वस्थ हो गए हैं। इस कारण उन्होंने अगले कुछ दिनों के कार्यक्रम स्थगित कर दिए हैं। उन्होंने कहा कि अभी वह किसी से मुलाकात भी नहीं कर पाएंगे।
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पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत इस समय लगातार सक्रिय हैं। कुछ दिनों पहले उन्होंने पिथौरागढ़ में भारी बरसात के कारण हुए भूस्खलन प्रभावित क्षेत्र का दौरा किया था। शनिवार को उन्होंने हरिद्वार की बदहाल सड़कों को लेकर रैली निकाली। इससे उनका स्वास्थ खराब हो गया। रविवार को सोशल मीडिया के जरिये उन्होंने स्वयं यह जानकारी साझा की। उन्होंने सोशल मीडिया में लिखा कि ढंढेरा से लंढौरा तक की बैलगाड़ी यात्रा के बाद उन्हें स्लिप डिस्क जैसा आभास हो रहा है। सीढ़ी चढ़ना, उतरना और पलंग पर चढऩे में भी कठिनाई हो रही है। इसलिए वह सबसे क्षमा चाहते हैं।
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