तिब्बत की समस्या वास्तव में भारत की भी समस्या
भारत-तिब्बत सहयोग मंच उत्तराखंड और रीजनल तिब्बतन यूथ कांग्रेस सैनिकों के सम्मान में नेलांग तक कार और बाइक रैली निकाली जा रही है। राष्ट्रीय एकता दिवस के उपलक्ष्य में आयोजित रैली को महापौर सुनील उनियाल गामा और ब्रिगेडियर (सेनि) केजी बहल ने सुबह नगर निगम से फ्लैग ऑफ किया।
देहरादून, जेएनएन। भारत-तिब्बत सहयोग मंच उत्तराखंड और रीजनल तिब्बतन यूथ कांग्रेस सैनिकों के सम्मान में नेलांग तक कार और बाइक रैली निकाली जा रही है। राष्ट्रीय एकता दिवस के उपलक्ष्य में आयोजित रैली को महापौर सुनील उनियाल गामा और ब्रिगेडियर (सेनि) केजी बहल ने शुक्रवार सुबह नगर निगम से फ्लैग ऑफ किया।
भारत-तिब्बत सहयोग मंच के प्रांतीय उपाध्यक्ष महेश पांडे ने कहा कि चीन अपनी विस्तारवादी नीति के तहत दूसरे देशों की जमीन हथियाने का प्रयास करता रहा है। लद्दाख में भी उसकी मंशा यही है। पर गलवान में 15-16 जून के दरमियान रात में भारतीय सेना के शूरवीरों ने अपने पराक्रम से चीनी सेना के प्रयास को विफल किया और उन्हें पीछे हटने को विवश कर दिया।
इस दौरान हमारे शूरवीर सैनिकों को अपना सर्वोच्च बलिदान देना पड़ा। वहीं, पूर्वी लद्दाख में एलएसी के पास माइन ब्लास्ट में स्पेशल फ्रंटियर फोर्स के कमांडो नीमा तेनजिन भी शहीद हो गए। देश की सीमाओं की निगेहबानी कर रहे इन वीर सैनिकों के प्रति लोगों मे प्यार और सम्मान और देशभक्ति की अलख जगाने के लिए ही रैली का आयोजन किया जा रहा है। 31 अक्टूबर को नेलांग घाटी पहुंचेगी। वहां राष्ट्रीय ध्वज फहराया जाएगा।
रीजनल तिब्बतन यूथ कांग्रेस के अध्यक्ष तेनजिन जिनपा ने कहा कि तिब्बत की समस्या वास्तव में भारत की भी समस्या है। चीन के विस्तारवाद को रोकने और भारत की सीमाओं की सुरक्षा के लिए तिब्बत की आजादी जरूरी है। उन्होंने भारत सरकार से अनुरोध किया कि वह भारत-चीन सीमा कहने के बजाए भारत-तिब्बत सीमा को मान्यता दे। तेनजिन ने कहा कि हम स्थानीय लोगों से चीनी सामान के बहिष्कार की भी अपील करेंगे। इस दौरान भारत तिब्बत सहयोग मंच के प्रांतीय अध्यक्ष रावल हरीश सेमवाल, प्रांतीय महामंत्री इंद्रपाल सिंह कोहली, त्सेरिंग फुंत्सोक, तेनज़िंग नामग्याल समेत कई अन्य लोग भी शामिल रहे।
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