मंत्रियों से समन्वय बनाकर चलें सचिव: सुबोध
राज्य ब्यूरो, देहरादून: कृषि मंत्री सुबोध उनियाल का कहना है कि सचिवों को संबंधित विभाग
राज्य ब्यूरो, देहरादून: कृषि मंत्री सुबोध उनियाल का कहना है कि सचिवों को संबंधित विभाग के मंत्रियों के साथ समन्वय बनाकर चलना चाहिए ताकि बैठकों को लेकर गतिरोध न बने। उन्होंने मंत्रियों के विभागों की समीक्षा के सरकार के निर्णय को सही ठहराते हुए कहा कि इससे मंत्री और बेहतर कार्य करेंगे। कैबिनेट मंत्री ने सहयोग निधि के संबंध में कहा कि यदि इसका समय बढ़ाया जाए तो इससे जनता से जुड़े कामों पर और बेहतर तरीके से कार्य किया जा सकेगा। उन्होंने उम्मीद जताई कि प्रदेश में हुई बारिश व बर्फबारी से सूखे की आशंका समाप्त हो जाएगी।
गुरुवार को भाजपा प्रदेश मुख्यालय में आयोजित जनता दरबार में पत्रकारों से बातचीत में कैबिनेट मंत्री सुबोध उनियाल ने कहा कि सचिवों के पास एक से अधिक विभाग होते हैं। कई बार बैठकें आपस में टकरा सकती हैं। विभागीय अधिकारी इसे बच सकते हैं। इसके लिए उन्हें विभागीय मंत्री के साथ समन्वय बनाकर चलना चाहिए। भाजपा की ओर से चलाए जा रहे सहयोग निधि कार्यक्रम के तहत टार्गेट पूरा करने की समयसीमा पीछे करने की चर्चाओं के सवाल पर उन्होंने कहा कि सहयोग निधि का टार्गेट सबने पूरा करना है लेकिन यह प्राथमिकता नहीं है। सरकार की प्राथमिकता जनता से जुड़े कामों की है। यदि इसका समय पीछे होता है तो जनता से जुड़े कामों पर और अधिक कार्य किया जा सकेगा।
20 दिन बाद लगा जनता दरबार
भाजपा मुख्यालय में ट्रांसपोर्टर प्रकाश पांडे के जहर खाने वाले प्रकरण के बाद 20 दिन बाद जनता दरबार आयोजित किया गया। पुरानी घटना के मद्देनजर भाजपा मुख्यालय में अच्छी संख्या में पुलिस बल के साथ ही खुफिया एजेंसी के लोग भी तैनात किए गए थे। जनता दरबार में कैबिनेट मंत्री ने तकरीबन साढ़े चार घंटे में डेढ़ सौ से अधिक समस्याओं को सुन कर उनका निस्तारण किया। इस दौरान आर्थिक सहायता, रोजगार, अतिक्रमण, सरकार में लंबित कार्य व सड़कों के निर्माण आदि प्रकरण उनके समक्ष आए। इस दौरान उन्होने चुटकी भी ली कि कहीं कोई पुड़िया तो लेकर नहीं आया है। बाद में मीडिया से बातचीत में प्रकाश पांडे के प्रकरण को उन्होंने दुखद करार दिया। उन्होंने यह भी जोड़ा कि आत्महत्या जैसा कदम उठाना समस्या का समाधान नहीं है।
तीन साल से नहीं मिला जीपीएफ
देहरादून निवासी अशोक कुमार मंडी परिषद में तैनात थे। वे वर्ष 2014 में वरिष्ठ सहायक पद से सेवानिवृत्त हुए। आज तक उन्हें जीपीएफ नहीं मिला है। इस प्रकरण पर कैबिनेट मंत्री ने सचिव मंडी समिति को फोन कर तुरंत आवश्यक कार्यवाही के निर्देश दिए।
उद्यान विभाग में भर्ती परीक्षा यथावत रखने का अनुरोध
उद्यान विभाग की ओर से 308 पदों पर भर्ती परीक्षा की तिथि घोषित होने के बाद इसे फिर से निरस्त किए जाने निराश अभ्यर्थियों ने कैबिनेट मंत्री से मुलाकात कर परीक्षा निरस्त करने का भी अनुरोध किया।
रजिस्ट्रार को दिए कार्रवाई के निर्देश
जनता दरबार में गुरुवार को सातवीं बार डॉ. अर्चना लूथरा पर कार्रवाई करने का मुद्दा उठा। कौलागढ़ निवासी राजकुमार ने कहा कि वे लगातार जनता दरबार आ रहे हैं। डॉक्टर की लापरवाही से उनकी बहू के डाउन सिंड्रोम से ग्रस्त बच्चे के जन्म के मामले में सुनवाई पूरी हो चुकी है। बावजूद इसके कोई कार्रवाई नहीं हुई। इस पर कैबिनेट मंत्री ने मेडिकल काउंसिल के रजिस्ट्रार वाइएस बिष्ट से फोन पर बात की और फरवरी तक इस मामले में उचित कार्रवाई के निर्देश दिए।