लॉकडाउन के बाद उत्तराखंड में इलेक्ट्रॉनिक उद्योग का कारोबार टॉप पर, समझिए आंकड़ों में
कोरोना महामारी लॉकडाउन के बाद सबसे अधिक उन्नति इलेक्ट्रॉनिक्स और इलेक्ट्रिकल उपकरणों का उत्पादन के साथ ही एसेंबलिंग करने वाले उद्योगों ने किया।
देहरादून, अशोक केडियाल। उत्तराखंड में कोरोना महामारी लॉकडाउन के बाद सबसे अधिक उन्नति इलेक्ट्रॉनिक्स और इलेक्ट्रिकल उपकरणों का उत्पादन के साथ ही एसेंबलिंग करने वाले उद्योगों ने किया। पिछले 30 दिन के भीतर इन उद्योगों ने न केवल उत्पादन बढ़ाया, बल्कि निर्यात भी आरंभ कर दिया है। प्रदेशभर में 23,451 इलेक्ट्रॉनिक्स उद्योग पंजीकृत हैं। इनमें से 99 उद्योग बड़े और मध्यम श्रेणी में हैं, जबकि 23,352 उद्योग एमएसएमई से जुड़े हैं। इन उद्योगों में 15 मार्च 2020 तक 32,550 लोगों को प्रत्यक्ष रोजगार मिला हुआ था।
कोरोना महामारी से लॉकडाउन किया गया, जिससे 22 मार्च से सभी औद्योगिक इकाइयां बंद हो गई। फिर छह मई से सभी प्रकार के उद्योगों को सरकार की ओर से बिना शर्त उत्पादन की छूट मिली। 31 मई तक प्रदेश में 22,525 उद्योगों ने 50 फीसद कामगारों के साथ करीब 70 फीसद उत्पादन करना आरंभ कर किया। जो एक जुलाई को बढ़कर 89-90 फीसद हो गया है। इस एक माह की अवधि में 105 बंद उद्योगों ने भी उत्पादन प्रारंभ कर दिया है, जिससे अब 22,630 उद्योग आज उत्पादन कर रहे हैं।
15 अगस्त तक प्रदेश में 23,450 उद्योगों का उत्पादन चल रहा है। ओर 24,630 को रोजगार मिल हुआ है। यह रोजगार सामाजिक दूरी नियम को ध्यान में रखकर है। इंडियन इंडस्ट्रीज एसोसिएशन के उत्तराखंड परिषद के अध्यक्ष राकेश भाटिया ने कहा कि कोरोना संकट के कारण लॉकडाउन में औद्योगिक उत्पादन शून्य हो गया था, लेकिन अनलॉक के बाद इलेक्ट्रॉनिक सेक्टर ने सबसे अधिक तरक्की की है। वर्तमान में इनका उत्पादन करनी शत फीसद की ओर बढ़ चुका है।
एसी बैटरी और पंखे का निर्यात बढा
उत्तराखंड से एसी बैटरी, सीलिंग फैन, आफिस और किचन एग्जॉस्ट फैन, एलईडी, वाशिंग मशीन का राज्य से बाहर निर्यात किया जा रहा है। पिछले जुलाई माह में करीब 50 करोड़ का सामान उत्तरप्रदेश, हरियाणा, पंजाब भेजा गया। इसके अलावा कूलर, मिक्सर ग्राइंडर, जूसर, विधुतीकरण के लिए अंडरग्राउंड पाइप, स्विच, वायर, इलेक्ट्रॉनिक मीटर, केबल, टांसफार्मर, कंडेंसर, कंप्यूटर, टीबी रिमोट, मोबाइल चार्जर्स, वेक्यूम क्लीनर, डोर बैल जैसे उपकरण तैयार किए जाते हैं।
तिथि, उद्योग, रोजगार
18 मार्च, 23,451, 32500
27 मार्च, 00, 00
1 जून, 20,500, 21,400
1 जुलाई, 22,630, 23,300
1 अगस्त,23,300, 24500
15 अगस्त,23,450, 24630
उत्तराखंड फूड प्रोसेसिंग इकाई के समन्वयक अनिल मरवाह ने बताया कि लॉकडाउन के दौरान लोगों के घर के इलेक्ट्रॉनिक उपकरणों भी खराब हुए। गर्मी बढऩे से इनकी डिमांड भी बढ़ी है। इसलिए इन उद्योगों में उत्पादन बढ़ाया गया है। गर्मी बढ़ने से शहरी क्षेत्रों में विद्युत उपकरणों की डिमांड हमेशा बनी रहती है।
उद्योग निदेशक सुधीर नौटियाल का कहना है कि राज्य में सभी तरह के उद्योगों ने उत्पादन शुरू कर दिया है। करीब 80 फीसद से अधिक उद्योग उत्पादन से जुड़ गए हैं। शरीरिक दूरी नियम के कारण अभी उद्योगों में 60 से 65 फीसद कामगारों को बुलाया जा रहा है। गर्मी के मौसम में हर बार इलेक्ट्रॉनिक उपकरण की डिमांड बढ़ जाती है। अनलॉक के दौरान पिछले करीब तीन माह की अवधि में इलेक्ट्रॉनिक और इलेक्ट्रिकल उद्योग का उत्पादन बढ़ा है। कई समान बाहरी राज्यों को निर्यात भी किया जाने लगा है।
यह भी पढ़ें: उत्तराखंड में बिना मास्क सार्वजनिक स्थानों पर घूमना पड़ेगा भारी, लगेगा ज्यादा जुर्माना