उत्तराखंड में बसपा ने एक माह में ही बदल दिए प्रदेश प्रभारी
एक माह पूर्व बनाए बसपा के राज्य प्रदेश प्रभारी मुनकाद अली और गंगाचरण दिनकर को हटाकर पार्टी हाईकमान ने शमशुद्दीन राइन को नया प्रदेश प्रभारी नियुक्त किया है।
हरिद्वार, जेएनएन। नए सिरे से राजनीतिक जमीन तलाश कर रही बहुजन समाज पार्टी राज्य में संगठन को मजबूत नहीं कर पा रही है। यही वजह है कि करीब एक माह पूर्व बनाए राज्य प्रदेश प्रभारी मुनकाद अली और गंगाचरण दिनकर को हटाकर पार्टी हाईकमान ने शमशुद्दीन राइन को उत्तराखंड का नया प्रदेश प्रभारी नियुक्त कर दिया है।
राज्य गठन के बाद चुनाव-दर-चुनाव बसपा अपनी राजनीतिक जमीन खोती चली गई। पहले विधानसभा चुनाव में उसके सात विधायक थे, दूसरे में इनकी संख्या बढ़कर आठ हो गई। तीसरे विधानसभा चुनाव में इनकी संख्या घटकर तीन और चौथे विधानसभा चुनाव में शून्य पर पहुंच गई।
एक समय में उत्तराखंड राज्य में बसपा को अपने विधायकों की संख्या के बूते ङ्क्षकग मेकर की भूमिका हासिल थी पर आज स्थिति यह है कि उसके पास विधायक तो दूर, हरिद्वार जिला पंचायत में भी इनका कोई प्रतिनिधित्व नहीं। इसके चलते वर्ष 2022 के विधानसभा चुनाव को लेकर पार्टी हाईकमान और बसपा सुप्रीमो मायावती राज्य में, खासकर मैदानी इलाकों में पार्टी की पकड़ एक बार फिर से मजबूत बनाना चाहती हैं। इसके लिए ही पार्टी ने पिछले माह प्रदेश अध्यक्ष के साथ-साथ प्रदेश प्रभारी को बदला था और दो-दो प्रदेश प्रभारी बना दिए थे, लेकिन अब एक बार फिर प्रदेश प्रभारी को बदल कर की जगह एक प्रदेश प्रभारी बनाया गया है। राज्य गठन के बाद से बसपा में प्रदेश अध्यक्ष और प्रदेश प्रभारियों के बदलने का सिलसिला रुकने का नाम नहीं ले रहा है। बसपा के इस नए फेरबदल ने कई तरह की राजनीतिक चर्चाओं को जन्म दे दिया है। यही वजह पार्टी के हरिद्वार स्थित राज्य मुख्यालय में कोई भी इसे लेकर कुछ बोलने को तैयार नहीं। सभी इसे बहन जी का फैसला बता रहे हैं।
अब तक 13 बार बदले प्रदेश प्रभारी
राज्य गठन के बाद से पार्टी ने 17 बार प्रदेश अध्यक्ष को बदला। इसी तरह अब तक 13 बार प्रदेश प्रदेश प्रभारी को बदला गया है।