थराली उपचुनाव के लिए कौन होगा बीजेपी के तुरुप का इक्का
थराली विधानसभा सीट पर होनेे वाले उपचुनाव के लिए प्रत्याशी केे चयन को लेकर भाजपा उलझन में है।
देहरादून, [राज्य ब्यूरो]: विधानसभा की थराली सीट के लिए होने वाले उपचुनाव में प्रत्याशी चयन को लेकर भाजपा ऊहापोह में फंसी है। हाल में पार्टी का दामन थामने वाले गुड्डू लाल शाह के दावेदारी को लेकर तल्ख तेवरों के कारण यह उलझन और बढ़ गई है। माना जा रहा कि उपचुनाव के लिए पूर्व विधायक स्व. मगनलाल शाह की पत्नी एवं जिला पंचायत चमोली की अध्यक्ष मुन्नी देवी का नाम फाइनल हो चुका है, लेकिन किसी भी अंतरविरोध से बचने के लिए पार्टी अभी प्रत्याशी के नाम ऐलान करने से परहेज कर रही है। साथ ही डैमेज कंट्रोल की कवायद भी प्रारंभ कर दी गई है और प्रांतीय नेतृत्व ने गुड्डू लाल को देहरादून बुलाया है।
भाजपा विधायक मगनलाल शाह का निधन होने के कारण रिक्त हुई थराली सीट का उपचुनाव भाजपा के लिए एक बड़ी चुनौती है। निकाय चुनाव से पहले हो रहे इस उपचुनाव में पार्टी की जीत निकायों के लिए बूस्टर डोज का काम करेगी। इसे देखते हुए ही पार्टी फूंक-फूंककर कदम रख रही है। इसी कड़ी में पार्टी ने खुद को मजबूत करने के मद्देनजर वर्ष 2017 के विधानसभा चुनाव में उतरने वाले गुड्डू लाल शाह को एक हफ्ते पहले पार्टी में शामिल कराया। तब गुड्डू लाल को आठ हजार से अधिक मत हासिल हुए थे।
अब गुड्डू लाल शाह के तल्ख तेवरों से भाजपा उलझन में है। चर्चा है कि पार्टी ने इस उपचुनाव के लिए जिला पंचायत चमोली की अध्यक्ष मुन्नी देवी का नाम फाइनल कर लिया है। ऐसे में टिकट न मिलने से गुड्डू लाल का कहना है कि यदि पार्टी उन्हें टिकट नहीं देती है तो वह आगे की रणनीति पर विचार करेंगे। माना जा रहा कि इसी पेच के कारण ही भाजपा ने अभी तक अपने प्रत्याशी के नाम का ऐलान नहीं किया है।
यही नहीं, गुड्डू लाल शाह को मनाने की कोशिशें भी तेज हो गई हैं। प्रदेश अध्यक्ष अजय भट्ट के मुताबिक वह लगातार गुड्डू लाल के संपर्क में हैं और उन्हें अपनी बात रखने के लिए देहरादून बुलाया गया है। उन्होंने दावा किया कि गुड्डू पार्टी के लिए कार्य करेंगे।
एक-दो दिन में तय होगा प्रत्याशी
भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष भट्ट ने बताया कि थराली उपचुनाव में प्रत्याशी को लेकर पार्टी ने अपनी रिपोर्ट केंद्रीय नेतृत्व को भेज दी है। हमने अपना काम पूरा कर दिया है और एक-दो दिन में प्रत्याशी के नाम का ऐलान हो जाएगा।
यह भी पढ़ें: उत्तराखंड में कांग्रेस के भीतर नई जुगलबंदी शुरू, दबदबे को लेकर जोर आजमाइश तेज
यह भी पढ़ें: गांव बसाओ राज्य बचाओ कार्यक्रम का आगाज करेगी उक्रांद