Move to Jagran APP

तिब्बतन यूथ कांग्रेस की देशभर में निकाली जा रही बाइक रैली पहुंची दून, जानिए क्या है उनकी मांगें

विंटर ओलिंपिक के बहिष्कार पंचेन लामा को रिहा करने और तिब्बती धर्मगुरु दलाईलामा को तिब्बत में दर्शन की अनुमति देने की मांग को लेकर तिब्बतन यूथ कांग्रेस के विभिन्न चैप्टर से जुड़े 15 सदस्यों की देशभर में निकाली जा रही बाइक रैली मंगलवार को देहरादून पहुंची।

By Raksha PanthriEdited By: Published: Tue, 04 Jan 2022 01:43 PM (IST)Updated: Tue, 04 Jan 2022 01:43 PM (IST)
तिब्बतन यूथ कांग्रेस की देशभर में निकाली जा रही बाइक रैली पहुंची दून, जानिए क्या है उनकी मांगें
तिब्बतन यूथ कांग्रेस की देशभर में निकाली जा रही बाइक रैली पहुंची दून।

जागरण संवाददाता, देहरादून। चीन की राजधानी बीजिंग में फरवरी में प्रस्तावित विंटर ओलिंपिक का बहिष्कार करने को लेकर तिब्बतन यूथ कांग्रेस के विभिन्न चैप्टर से जुड़े सदस्यों की ओर से देशभर में निकाली जा रही बाइक रैली मंगलवार को देहरादून पहुंची। सदस्यों ने पंचेन लामा को रिहा करने और तिब्बती धर्मगुरु दलाईलामा को तिब्बत में दर्शन की अनुमति देने की भी मांग उठाई।

loksabha election banner

उत्तरांचल प्रेस क्लब में पत्रकारों से वार्ता में रीजनल तिब्बतन यूथ कांग्रेस दिल्ली के महासचिव तेनजिन लेकर्ष ने कहा कि देशभर से समर्थन को लेकर बीते 10 दिसंबर को मानवाधिकार दिवस पर बेंगलुरु से शुरू हुई यात्रा अब तक कर्नाटक, महाराष्ट्र, गुजरात, मध्य प्रदेश, उत्तर प्रदेश होते हुए उत्तराखंड पहुंची है। बीजिंग विंटर ओलिंपिक का बहिष्कार व इसे रद करने को लेकर अबतक 100 से अधिक क्षेत्रों में लोग से समर्थन की मांग की गई। साथ ही प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी और भारतीय ओलिंपिक संघ से बीजिंग ओलिंपिक के बहिष्कार की मांग की है। बाइक यात्रा देहरादून से बुधवार को हिमाचल के लिए रवाना होगी। इसके बाद पंजाब, हरियाणा होते हुए दिल्ली पहुंचेगी।

तिब्बतन यूथ कांग्रेस देहरादून के महासचिव सेरिंग चोफेल ने कहा कि पूर्व में भी बीजिंग में होने वाले खेलों का तिब्बती समुदाय ने विरोध किया था। कहा कि तिब्बत पर कब्जा करने के बाद भी चीनी कम्युनिस्ट पार्टी की ओर से तिब्बत की संस्कृति और परंपराओं को नष्ट करने की कोशिश की जा रही है। आरोप लगाया कि चीन के राष्ट्रपति के नेतृत्व में तिब्बत के अलावा अन्य देशों को कब्जाने की चीन सरकार कोशिश कर रही है। कहा कि 167 तिब्बत कार्यकर्त्‍ता की कुर्बानी पर सुनवाई हो। इसलिए तिब्बती समुदाय वहां होने वाले ओलिंपिक का बहिष्कार कर रहा है। इस मौके पर डोलमा कार्की, निशिंद, मुखेरा, अजय शर्मा आदि मौजूद रहे।

यह भी पढें- परिवहन सचिव से हुई वार्ता में नहीं बनी बात, जानिए कब से हड़ताल पर रहेंगे रोडवेज के संविदा कर्मी


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.