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उत्तराखंड-हिमाचल बार्डर पर बड़ा हादसा, पहाड़ से गिरे मलबे की चपेट में आने से तीन व्यक्तियों की मौत

मीनस पुल के पास चल रहे राष्ट्रीय राजमार्ग 707 के चौड़ीकरण कार्य के दौरान पहाड़ से अचानक आए मलबे में दबने से तीन व्यक्तियों की मौत हो गई। इनमें त्यूणी तहसील से जुड़े सैंज-अटाल निवासी टैक्सी चालक ने मौके पर और दो पेटी ठेकेदारों ने दम तोड़ दिया।

By Raksha PanthriEdited By: Published: Tue, 18 Jan 2022 08:56 AM (IST)Updated: Tue, 18 Jan 2022 08:56 AM (IST)
उत्तराखंड-हिमाचल बार्डर पर बड़ा हादसा, पहाड़ से गिरे मलबे की चपेट में आने से तीन व्यक्तियों की मौत
उत्तराखंड-हिमाचल के सीमावर्ती इलाकों को जोड़ने वाले एनएच 707 पर चल रहा सड़क चौड़ीकरण का कार्य। साभार ग्रामीण

संवाद सूत्र, त्यूणी(देहरादून)। उत्तराखंड-हिमाचल की सीमा पर स्थित मीनस पुल के पास चल रहे राष्ट्रीय राजमार्ग 707 के चौड़ीकरण कार्य के दौरान पहाड़ से अचानक आए मलबे में दबने से तीन व्यक्तियों की मौत हो गई। इनमें त्यूणी तहसील से जुड़े सैंज-अटाल निवासी टैक्सी चालक ने मौके पर और दो पेटी ठेकेदारों ने उपचार को ले जाते समय रास्ते में दम तोड़ दिया। हादसे में गंभीर घायल एक अन्य व्यक्ति का उपचार हिमाचल के सिविल अस्पताल चौपाल में चल रहा है।

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जानकारी के अनुसार दो पर्वतीय राज्य उत्तराखंड-हिमाचल के चार जनपदों सिरमौर, शिमला, देहरादून और उत्तरकाशी जनपद के सीमावर्ती ग्रामीण इलाकों को जोड़ने वाले जगाधरी-पांवटा-राजवन-रोहडू राष्ट्रीय राजमार्ग-707 का चौड़ीकरण कार्य किया जा रहा है। सोमवार को निर्माण कार्य के दौरान वाहनों की आवाजाही रोक दी गई। इस दौरान सीमांत त्यूणी तहसील के देवघार खत से जुड़े सैंज-अटाल निवासी कानचंद टैक्सी गाड़ी लेकर सवारियों के साथ सामान की खरीदारी के लिए विकासनगर जा रहे थे।

मीनस के पास मार्ग अवरुद्ध होने पर कानचंद गाड़ी से नीचे उतरे और सड़क निर्माण कार्य देखने लगे। इसी बीच निर्माणाधीन मार्ग पर पहाड़ के ऊपरी हिस्से से भारी मात्रा में मलबा आ गया। मलबे की चपेट में आने से कानचंद की मौके पर ही दर्दनाक मौत हो गई। वहीं राजस्थान निवासी दो पेटी ठेकेदार अशोक पुत्र उदय भान, जितेंद्र पुत्र खेम सिंह और आपरेटर इरशाद मोहम्मद पुत्र मोहम्मद शकील तीन लोग गंभीर रूप से घायल हो गए। इसके अलावा पहाड़ के कटान कार्य में लगी एक पोकलैंड मशीन भी मलवे-बोल्डर के नीचे दबकर क्षतिग्रस्त हो गई।

हादसे की सूचना पर हिमाचल पुलिस टीम एंबुलेंस के साथ मौके पर पहुंची और आसपास के ग्रामीणों की मदद से मलबे की चपेट में आए गंभीर घायलों को उपचार के लिए सिविल अस्पताल चौपाल ले गए। इस दौरान गंभीर घायल अशोक व जितेंद्र ने अस्पताल पहुंचने से पहले रास्ते में दम तोड़ दिया। गंभीर घायल आपरेटर इरशाद मोहम्मद का चौपाल अस्पताल में उपचार चल रहा है। हिमाचल पुलिस टीम ने रेस्क्यू कर मलबे की चपेट में आए कानचंद के शव को किसी तरह बाहर निकाला और पोस्टमार्टम के लिए नजदीकी रोहणहाट अस्पताल ले गए। थानाध्यक्ष शिलाई-हिमाचल मस्तराम ठाकुर ने बताया हादसे में तीन व्यक्तियों की जान चली गई।

सैंज-अटाल निवासी मृतक के पोस्टमार्टम की कार्रवाई होने से शव स्वजन को सौंप दिया गया। हादसे का शिकार हुए हाईवे पर सड़क चौड़ीकरण का कार्य कर रहे राजस्थान निवासी दो पेटी ठेकेदार के शव को चौपाल स्थित मोर्चरी में रखवाया गया है। थानाध्यक्ष ने कहा सड़क चौड़ीकरण के दौरान पहाड़ से अचानक भारी मात्रा में मलवा बोल्डर आने से दोनों राज्य को जोडऩे वाला मार्ग बंद हो गया है, जिसे खुलने में दो से तीन दिन का समय लग जाएगा।

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